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रिलायंस इंडस्ट्रीज ने आज (14 अक्टूबर) वित्त वर्ष 2024-25 के दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। इसमें कंपनी को 16,563 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। सालाना आधार पर इसमें 4.77% की कमी आई है। एक साल पहले की इसी तिमाही में कंपनी का कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 17,394 करोड़ रुपए रहा था।
वहीं, जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी की आय (रेवेन्यू) 2,35,481 करोड़ रुपए रही। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने 2,34,956 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। सालाना आधार पर इसमें 0.22% की मामूली बढ़ोतरी हुई है।
वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिली राशि को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है। ग्रुप की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 14% बढ़कर 6,231 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल की समान तिमाही में 5,445 करोड़ रुपए था।
EBITDA यानी अर्निंग बिफोर इंटरेस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन एंड अमॉर्टाइजेशन EBITDA किसी कंपनी की वह टोटल कमाई होती है, जिसमें ब्याज चुकाना, टैक्स देना, एसेट या मशीनों की वैल्यू में गिरावट को कंपनसेट करना और पुराने लोन या कर्ज चुकाने में खर्च होने वाली लागत शामिल नहीं होती है।
EBITDA किसी कंपनी या फर्म के ऑपरेशन या उसके संचालन की स्थिति बताता है। इसका उपयोग आमतौर पर कंपनियां अपने बिजनेस को इवैल्यूएट करने के लिए करती हैं। इसे कैलकुलेट करने में लागत या खर्चे को शामिल नहीं किया जाता है।
कंपनी के रेवेन्यू का परसेंटेज बताता है EBITDA मार्जिन EBITDA मार्जिन किसी कंपनी के रेवेन्यू का परसेंटेज बताता है, जिससे उसके संचालन के ग्रोथ को आंका जाता है। किसी कंपनी का EBITDA मार्जिन पता होने से उसी इंडस्ट्री की दूसरी कंपनी के साथ रियल परफॉरमेंस की तुलना की जा सकती है।
कंपनी के चार मेन सेगमेंट हैं- जियो, रिटेल, ऑइल टू केमिकल और ऑयल एंड गैस। यहां हम एक-एक कर सभी का परफॉर्मेंस बता रहे हैं…
1. रिलायंस जियो:
- नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 14% बढ़कर 6,231 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल की समान तिमाही में 5,445 करोड़ रुपए था।
- टेलीकॉम कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 7.0% बढ़कर 28,338 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल जुलाई-सितंबर में यह 26,478 करोड़ रुपए था।
- कंपनी का EBITDA सालाना 8% बढ़कर 15,036 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल की समान तिमाही में 13,920 करोड़ रुपए रहा था। वहीं मार्जिन 53.1% रहा।
2. रिलायंस ऑइल टू केमिकल:
- रेवेन्यू सालाना आधार पर 5.1% बढ़कर 155,580 करोड़ रुपए रहा।
- एक्सपोर्ट सालाना आधार पर 15.7% गिरकर 70,631 करोड़ रुपए रहा।
- EBITDA 12,413 करोड़ रुपए रहा, सालाना आधार पर 23.7% कम हुआ।
- ऑयल टू केमिकल कंपनी का EBITDA मार्जिन 300 bps कम होकर 8% रहा पिछले साल 11% था।
3. रिलायंस रिटेल:
- रिलायंस रिटेल का रेवेन्यू सालाना आधार पर 3.5% कम होकर 66,502 करोड़ रुपए रहा।
- वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही के मुकाबले नेट प्रॉफिट 1.3% बढ़कर 2,836 करोड़ रुपए रहा।
- रिटेल कंपनी का EBITDA सालाना आधार पर 1% बढ़कर 5,675 करोड़ रुपए रहा।
- EBITDA मार्जिन में 8.5% के मुकाबले 8.8% रहा।
- कंपनी ने सितंबर आखिर तक 464 नए स्टोर्स खोले हैं। अब उसके स्टोर्स की संख्या बढ़कर 18,946 करोड़ रुपए रही।
- कंपनी में ग्राहकों की फूटप्रिंट (स्टोर्स में आने वाले ग्राहकों की संख्या) 14.2% बढ़कर 29.7 करोड़ रही।
4. ऑयल एंड गैस:
- दूसरी तिमाही में ऑयल एंड गैस का रेवेन्यू 6% गिरकर 6,222 करोड़ रुपए रहा। यह गिरावट कीमतों में कमी के चलते रही।
- ऑयल एंड गैस सेगमेंट का EBIDTA सालाना आधार पर 11% बढ़कर 5,290 करोड़ रुपए रही।
- मार्जिन 1,300 bps बढ़कर 72% से 85% पर पहुंच गई।
एक साल में 17.13% चढ़ा रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर सोमवार (14 अक्टूबर) को 2745 रुपए पर फ्लैट बंद हुआ। कंपनी का शेयर पिछले 5 दिन में 0.20%, एक महीने में 6.70% और 6 महीने में 6.29% गिरा है। इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक की बात करें तो रिलायंस का शेयर 5.99% चढ़ा है और पिछले एक साल में 17.13% चढ़ा है।
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रिलायंस को जुलाई-सितंबर तिमाही में ₹16,563 करोड़ का मुनाफा: सालाना आधार पर ये 4.77% कम; जियो का नेट प्रॉफिट 14% बढ़कर ₹6,231 करोड़ रहा