रक्तदान कर 65 युवा बने महादानी


14जेएनडी11 : रक्तदान करने के बाद आराम करते रक्तदाता। संवाद।

14जेएनडी11 : रक्तदान करने के बाद आराम करते रक्तदाता। संवाद।
– फोटो : Jind

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जींद। विश्व रक्तदाता दिवस पर मंगलवार को पांडू पिंडारा स्थित श्रीकृष्ण गोशाला में आयोजित रक्तदान शिविर में 65 युवा रक्तदान कर महादानी बने। सभी रक्तदाताओं को हेलमेट और स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।
अमर उजाला फाउंडेशन और सर्वकल्याण मंच के संयुक्त तत्वावधान रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें सर्वकल्याण मंच के राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त दंपती मंजू और सुभाष ढिगाना का विशेष योगदान रहा। शिविर के मुख्य अतिथि एचपीएससी के सदस्य आनंद शर्मा, विशिष्ट अतिथि पद्मश्री एवं अर्जुन अवार्ड से सम्मानित कैप्टन चांदराम, बलजीत शर्मा, रेडक्रॉस सचिव राजकपूर सूरा, सहायक सचिव रवि हुड्डा, फतेहाबाद के रेडक्रास सचिव सुरेंद्र श्योराण, इसरो से सेवानिवृत्त रमेश कुमार, बलजीत शर्मा, कैप्टन राजेंद्र रेढू, चंद्रदत्त भारद्वाज, डॉ. योगेश नांदल, जुलाना खंड शिक्षा अधिकारी शिवनारायण शर्मा ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजनैतिक विश्लेषक अनिल कुमार गर्ग ने की। शिविर में 65 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। सभी रक्तदाताओं को हेलमेट और स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया। नागरिक अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अजय चालिया के नेतृत्व में टीम ने रक्त संग्रह किया।
इस दौरान मुख्य अतिथि आनंद शर्मा ने कहा कि रक्त का कोई विकल्प नहीं है। रक्त की पूर्ति किसी फैक्टरी से नहीं बल्कि मानव शरीर से ही की जा सकती है। रक्तदान एक मनुष्य का दूसरे मनुष्य के लिए अनमोल उपहार होता है। रक्तदान से शरीर में किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं आती। रक्तदान से कई तरह की बीमारियां अपने आप ही समाप्त हो जाती हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति हर तीन माह में रक्तदान कर सकता है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष अनिल गर्ग ने रक्तदान के क्षेत्र में सुभाष ढिगाना के उल्लेखनीय योगदान की सराहना करते हुए कहा कि जींद में रक्त की कोई कमी नहीं है। सुभाष ढिगाना की ओर से निरंतर रक्तदान शिविरों का आयोजन कर रक्तकोष में रक्त की पूर्ति की जा रही है ताकि किसी भी जरूरतमंद को समय पर रक्त उपलब्ध करवाकर उसकी जान बचाई जा सके। उन्होंने सभी रक्तदाताओं को सड़क सुरक्षा के लिए हेलमेट वितरित किया। कहा कि सभी को दुपहिया वाहन चलाते वक्त हेलमेट का प्रयोग जरूर करना चाहिए। हेलमेट को बोझ नहीं समझना चाहिए। हेलमेट हमारी जान की सुरक्षा करता है। इसलिए दुपहिया वाहन चलाते समय इसका प्रयोग जरूर करें ताकि हमारा खून सड़क पर नहीं बिखर कर किसी जरूरतमंद के काम आ सके। इस मौके पर उन 25 रक्तदाताओं को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने 40 से ज्यादा बार रक्तदान किया है।
इस अवसर पर साहित्यकार ओमप्रकाश चौहान, स्वामी सतबीरानंद महाराज, जयभगवान शर्मा, राजेंद्र शर्मा, रामनिवास अहिरका, ब्राह्मण सभा के पूर्व प्रधान रामफूल शर्मा, संगतपुरा स्कूल के प्रिंसिपल मनोज कुमार, राजेश धनखड़, संदीप दलाल, जयनारायण शर्मा, अमित यादव, अजय शर्मा, मोहित, बलजीत पूनिया, लक्ष्य शर्मा, कुमारी समिना, सूबेदार अमरनाथ, डीसी विकास, अजय सहरोहा, सरपंच आनंद प्रकाश, जगबीर रेढू, डॉ. निर्मल भी मौजूद रहे।

जींद। विश्व रक्तदाता दिवस पर मंगलवार को पांडू पिंडारा स्थित श्रीकृष्ण गोशाला में आयोजित रक्तदान शिविर में 65 युवा रक्तदान कर महादानी बने। सभी रक्तदाताओं को हेलमेट और स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।

अमर उजाला फाउंडेशन और सर्वकल्याण मंच के संयुक्त तत्वावधान रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें सर्वकल्याण मंच के राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त दंपती मंजू और सुभाष ढिगाना का विशेष योगदान रहा। शिविर के मुख्य अतिथि एचपीएससी के सदस्य आनंद शर्मा, विशिष्ट अतिथि पद्मश्री एवं अर्जुन अवार्ड से सम्मानित कैप्टन चांदराम, बलजीत शर्मा, रेडक्रॉस सचिव राजकपूर सूरा, सहायक सचिव रवि हुड्डा, फतेहाबाद के रेडक्रास सचिव सुरेंद्र श्योराण, इसरो से सेवानिवृत्त रमेश कुमार, बलजीत शर्मा, कैप्टन राजेंद्र रेढू, चंद्रदत्त भारद्वाज, डॉ. योगेश नांदल, जुलाना खंड शिक्षा अधिकारी शिवनारायण शर्मा ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजनैतिक विश्लेषक अनिल कुमार गर्ग ने की। शिविर में 65 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। सभी रक्तदाताओं को हेलमेट और स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया। नागरिक अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अजय चालिया के नेतृत्व में टीम ने रक्त संग्रह किया।

इस दौरान मुख्य अतिथि आनंद शर्मा ने कहा कि रक्त का कोई विकल्प नहीं है। रक्त की पूर्ति किसी फैक्टरी से नहीं बल्कि मानव शरीर से ही की जा सकती है। रक्तदान एक मनुष्य का दूसरे मनुष्य के लिए अनमोल उपहार होता है। रक्तदान से शरीर में किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं आती। रक्तदान से कई तरह की बीमारियां अपने आप ही समाप्त हो जाती हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति हर तीन माह में रक्तदान कर सकता है।

कार्यक्रम के अध्यक्ष अनिल गर्ग ने रक्तदान के क्षेत्र में सुभाष ढिगाना के उल्लेखनीय योगदान की सराहना करते हुए कहा कि जींद में रक्त की कोई कमी नहीं है। सुभाष ढिगाना की ओर से निरंतर रक्तदान शिविरों का आयोजन कर रक्तकोष में रक्त की पूर्ति की जा रही है ताकि किसी भी जरूरतमंद को समय पर रक्त उपलब्ध करवाकर उसकी जान बचाई जा सके। उन्होंने सभी रक्तदाताओं को सड़क सुरक्षा के लिए हेलमेट वितरित किया। कहा कि सभी को दुपहिया वाहन चलाते वक्त हेलमेट का प्रयोग जरूर करना चाहिए। हेलमेट को बोझ नहीं समझना चाहिए। हेलमेट हमारी जान की सुरक्षा करता है। इसलिए दुपहिया वाहन चलाते समय इसका प्रयोग जरूर करें ताकि हमारा खून सड़क पर नहीं बिखर कर किसी जरूरतमंद के काम आ सके। इस मौके पर उन 25 रक्तदाताओं को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने 40 से ज्यादा बार रक्तदान किया है।

इस अवसर पर साहित्यकार ओमप्रकाश चौहान, स्वामी सतबीरानंद महाराज, जयभगवान शर्मा, राजेंद्र शर्मा, रामनिवास अहिरका, ब्राह्मण सभा के पूर्व प्रधान रामफूल शर्मा, संगतपुरा स्कूल के प्रिंसिपल मनोज कुमार, राजेश धनखड़, संदीप दलाल, जयनारायण शर्मा, अमित यादव, अजय शर्मा, मोहित, बलजीत पूनिया, लक्ष्य शर्मा, कुमारी समिना, सूबेदार अमरनाथ, डीसी विकास, अजय सहरोहा, सरपंच आनंद प्रकाश, जगबीर रेढू, डॉ. निर्मल भी मौजूद रहे।

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