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अंबाला सिटी। पिछले चार साल से आर्मी की भर्ती नहीं निकलने के कारण युवाओं में पहले से आक्रोश है। उनका कहना है कि भर्ती नहीं निकलने के कारण उनकी उम्र सेना में जाने की नहीं बची है। अब सरकार ने सेना में युवाओं को भर्ती करने के लिए अग्निपथ योजना बनाई है। इसके तहत सरकार सिर्फ चार साल ही नौकरी देगी और फिर सेना से बाहर कर दिया जाएगा।
इसके विरोध में युवाओं ने 20 जून को अग्रसेन चौक पर प्रदर्शन कर रोष जताने का निर्णय लिया है। युवाओं का कहना है कि भर्ती अब सेना में जाने की उम्र निकलने के बाद उनके पास सिर्फ अफसर पद के लिए तैयारी करने का मौका है। बहुत से युवाओं के परिवार इतने सक्षम नहीं होते कि वे अपने बच्चों को अफसर पद की परीक्षा की तैयारी करवा सकें। दूसरी ओर, कॉलेज में पढ़ाई पूरी करने के बाद युवाओं की उम्र 21 हो जाती है। अग्निपथ योजना के तहत आर्मी में चार साल सेवा देने के बाद युवओं के पास जॉब सिक्योरिटी नहीं रह जाएगी। इससे भविष्य में बेरोजगारी और बढ़ जाएगी। सरकार को योजना के तहत चार साल नौकरी करने के बाद भविष्य में जॉब देने का वादा करना चाहिए, ताकि युवाओं को दिक्कत न हो।
रेलवे स्टेशन पर बढ़ रही चौकसी
अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर रेलवे स्टेशन पर भी अलर्ट रहा। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर पुलिस व आरपीएफ लगातार गश्त करती रही, ताकि कोई अप्रिय घटना होती है तो उसे पहले ही रोका जा सके। इसके अलावा अगर कोई ज्यादा भीड़ भी आती है तो उस पर भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
युवाओं का भविष्य खतरे में
युवा देश सेवा के लिए पूरा जीवन आर्मी में लगाने के लिए तैयार है। वहीं, सरकार सिर्फ चार साल सेवा करवाना चाहती है। जब युवा बॉर्डर पर जंग लड़ने के लिए तैयार होंगे तब हमें आर्मी से बाहर कर दिया जाएगा। ऐसे में देश और युवा दोनों का भविष्य खतरे में आ जाएगा। -अंकित ठाकुर।
युवाओं के साथ अन्याय
कितने ही युवाओं का सपना होता है कि वह आर्मी में जाकर देश की सेवा करें। इसके बावजूद पिछले चार साल में सरकार ने एक भी भर्ती नहीं निकाली। बहुत से युवाओं की उम्र निकल गई है, जो सीधे तौर पर युवाओं के साथ अन्याय है। अब सरकार चार साल के लिए भर्ती कर रही है। -विजय ठाकुर।
चार साल बाद क्या करेंगे
अग्निपथ योजना के तहत सिर्फ चार साल के लिए आर्मी की भर्ती करना गलत है। इसके बाद न तो उनके पास रोजगार होगा और न ही कोई अन्य पेपर भरने के लिए उनके पास उम्र रह जाएगी। ऐसे में यह सीधे तौर पर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए। -साहिल अत्तरी।
आर्मी में जाने के लिए तीन साल से एनसीसी में हैं पर सरकार ने पिछले चार साल से आर्मी की भर्ती ही नहीं निकाली। अब तो हमारी उम्र भी निकल गई है। अब केवल अफसर की पढ़ाई रह गई है। अफसर की पढ़ाई में खर्च अधिक होता है। इस कारण बहुत से युवा इसकी तैयारी भी नहीं कर पाते। – ताजीम खान।
अंबाला सिटी। पिछले चार साल से आर्मी की भर्ती नहीं निकलने के कारण युवाओं में पहले से आक्रोश है। उनका कहना है कि भर्ती नहीं निकलने के कारण उनकी उम्र सेना में जाने की नहीं बची है। अब सरकार ने सेना में युवाओं को भर्ती करने के लिए अग्निपथ योजना बनाई है। इसके तहत सरकार सिर्फ चार साल ही नौकरी देगी और फिर सेना से बाहर कर दिया जाएगा।
इसके विरोध में युवाओं ने 20 जून को अग्रसेन चौक पर प्रदर्शन कर रोष जताने का निर्णय लिया है। युवाओं का कहना है कि भर्ती अब सेना में जाने की उम्र निकलने के बाद उनके पास सिर्फ अफसर पद के लिए तैयारी करने का मौका है। बहुत से युवाओं के परिवार इतने सक्षम नहीं होते कि वे अपने बच्चों को अफसर पद की परीक्षा की तैयारी करवा सकें। दूसरी ओर, कॉलेज में पढ़ाई पूरी करने के बाद युवाओं की उम्र 21 हो जाती है। अग्निपथ योजना के तहत आर्मी में चार साल सेवा देने के बाद युवओं के पास जॉब सिक्योरिटी नहीं रह जाएगी। इससे भविष्य में बेरोजगारी और बढ़ जाएगी। सरकार को योजना के तहत चार साल नौकरी करने के बाद भविष्य में जॉब देने का वादा करना चाहिए, ताकि युवाओं को दिक्कत न हो।
रेलवे स्टेशन पर बढ़ रही चौकसी
अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर रेलवे स्टेशन पर भी अलर्ट रहा। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर पुलिस व आरपीएफ लगातार गश्त करती रही, ताकि कोई अप्रिय घटना होती है तो उसे पहले ही रोका जा सके। इसके अलावा अगर कोई ज्यादा भीड़ भी आती है तो उस पर भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
युवाओं का भविष्य खतरे में
युवा देश सेवा के लिए पूरा जीवन आर्मी में लगाने के लिए तैयार है। वहीं, सरकार सिर्फ चार साल सेवा करवाना चाहती है। जब युवा बॉर्डर पर जंग लड़ने के लिए तैयार होंगे तब हमें आर्मी से बाहर कर दिया जाएगा। ऐसे में देश और युवा दोनों का भविष्य खतरे में आ जाएगा। -अंकित ठाकुर।
युवाओं के साथ अन्याय
कितने ही युवाओं का सपना होता है कि वह आर्मी में जाकर देश की सेवा करें। इसके बावजूद पिछले चार साल में सरकार ने एक भी भर्ती नहीं निकाली। बहुत से युवाओं की उम्र निकल गई है, जो सीधे तौर पर युवाओं के साथ अन्याय है। अब सरकार चार साल के लिए भर्ती कर रही है। -विजय ठाकुर।
चार साल बाद क्या करेंगे
अग्निपथ योजना के तहत सिर्फ चार साल के लिए आर्मी की भर्ती करना गलत है। इसके बाद न तो उनके पास रोजगार होगा और न ही कोई अन्य पेपर भरने के लिए उनके पास उम्र रह जाएगी। ऐसे में यह सीधे तौर पर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए। -साहिल अत्तरी।
आर्मी में जाने के लिए तीन साल से एनसीसी में हैं पर सरकार ने पिछले चार साल से आर्मी की भर्ती ही नहीं निकाली। अब तो हमारी उम्र भी निकल गई है। अब केवल अफसर की पढ़ाई रह गई है। अफसर की पढ़ाई में खर्च अधिक होता है। इस कारण बहुत से युवा इसकी तैयारी भी नहीं कर पाते। – ताजीम खान।
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