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माई सिटी रिपोर्टर
करनाल। राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी शिक्षकों की कमी अब दूर होगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने व्यवस्था बना ली है। इन पदों को भरने के लिए सेंटर फॉर टीचर एक्रीडेशन टीचिंग प्रोफेशनल (सीईएनटीए) टेस्ट लिया जाएगा। टेस्ट पास करने वाले शिक्षकों को इन स्कूलों में नियुक्ति दी जाएगी।
इसके लिए शिक्षा निदेशालय की ओर से सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर सूचित कर दिया है। वहीं, टेस्ट में हिस्सा लेने के लिए पंजीकरण करना होगा, इसके लिए भी लिंक ओपन कर दिया गया है। वर्तमान में कई स्कूलों में तो पीजीटी ही पढ़ा रहे हैं। हिंदी से लेकर सामाजिक विज्ञान के पद भी रिक्त हैं। इधर, सामान्य राजकीय स्कूलों और मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूलों में भी शिक्षकों की कमी है। यहां भी काफी पद रिक्त हैं।
विभाग की ओर से जारी पत्र के अनुसार, इन पदों को भरने के लिए टेस्ट के पंजीकरण के लिए 24 घंटे लिंक खुला रहेगा। इसमें अगले तीन महीनों के लिए पंजीकरण किया जा सकता है। अभ्यर्थी जिस माह पेपर देना चाहता है, उससे पिछले एक महीने की सात तारीख तक पंजीकरण के लिए लिंक खुला रहेगा। केवल इस माह के लिए पंजीकरण लिंक 15 जून तक खुला रहेगा। यह भी अवगत कराया है कि हर महीने अलग से कोई पत्र जारी नहीं होगा। परंतु यदि वर्तमान समय सारिणी में कोई परिवर्तन होता है तो सूचना जारी की जाएगी। ब्यूरो
यह हैं हालात
सामान्य : 175 स्कूलों में लेक्चरर के एक तिहाई पद खाली
779 राजकीय स्कूलों में कई स्कूलों में प्रिंसिपल के पद भी खाली हैं। कई जगह तो कक्षा नौवीं से 12वीं तक के विद्यार्थी गणित, विज्ञान, हिंदी, अंग्रेजी और पंजाबी सहित अन्य विषयों की पढ़ाई भी नियमित नहीं कर पाते, क्योंकि 175 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में लेक्चरर के एक तिहाई पद खाली हैं। जिले में लेक्चरर के 2124 पद स्वीकृत हैं। जिनमें से 1355 पर नियमित और 84 पर गेस्ट लेक्चरर सेवाएं दे रहे हैं। 686 पद रिक्त हैं, जिन स्कूलों में ये पद खाली हैं, वहां के विद्यार्थियों को पढ़ाई में ज्यादा परेशानी होती है।
प्राथमिक : 97 स्कूलों में महज एक शिक्षक
जिले में कुल 67 राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूल हैं। इनमें से 42 स्कूलों में तो हेडमास्टर के पद रिक्त हैं। वहीं पांच स्कूल ऐसे हैं जहां केवल दो-दो शिक्षक कार्यरत हैं और आठ स्कूल ऐसे हैं, जो केवल तीन-तीन शिक्षक ही पहली से पांचवीं कक्षा को पढ़ा रहे हैं। विभाग के नियम के अनुसार 30 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक होना चाहिए, लेकिन कई स्कूलों में 97 विद्यार्थियों पर महज एक ही गुरु जी हैं।
मार्च माह में लिया था विवरण
मार्च माह में भी शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों की छात्र संख्या और कार्यरत शिक्षकों का विवरण मांगा है। ताकि नए सत्र से पहले ही व्यवस्था बनाई जा सकें। निदेशालय सभी उच्च/वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में छठी से 12वीं तक विषयवार विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर पीजीटी/टीजीटी के पद आवंटित या सृजित करेगा। अब इस टेस्ट के माध्यम से व्यवस्था बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में टीजीटी की कमी को पूरा करने के लिए विभाग ने व्यवस्था बनाई है। शिक्षक टेस्ट में हिस्सा लेंगे। इसके लिए पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण के लिए लिंक ओपन हो गया है।
– राजपाल चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी करनाल
माई सिटी रिपोर्टर
करनाल। राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी शिक्षकों की कमी अब दूर होगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने व्यवस्था बना ली है। इन पदों को भरने के लिए सेंटर फॉर टीचर एक्रीडेशन टीचिंग प्रोफेशनल (सीईएनटीए) टेस्ट लिया जाएगा। टेस्ट पास करने वाले शिक्षकों को इन स्कूलों में नियुक्ति दी जाएगी।
इसके लिए शिक्षा निदेशालय की ओर से सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर सूचित कर दिया है। वहीं, टेस्ट में हिस्सा लेने के लिए पंजीकरण करना होगा, इसके लिए भी लिंक ओपन कर दिया गया है। वर्तमान में कई स्कूलों में तो पीजीटी ही पढ़ा रहे हैं। हिंदी से लेकर सामाजिक विज्ञान के पद भी रिक्त हैं। इधर, सामान्य राजकीय स्कूलों और मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूलों में भी शिक्षकों की कमी है। यहां भी काफी पद रिक्त हैं।
विभाग की ओर से जारी पत्र के अनुसार, इन पदों को भरने के लिए टेस्ट के पंजीकरण के लिए 24 घंटे लिंक खुला रहेगा। इसमें अगले तीन महीनों के लिए पंजीकरण किया जा सकता है। अभ्यर्थी जिस माह पेपर देना चाहता है, उससे पिछले एक महीने की सात तारीख तक पंजीकरण के लिए लिंक खुला रहेगा। केवल इस माह के लिए पंजीकरण लिंक 15 जून तक खुला रहेगा। यह भी अवगत कराया है कि हर महीने अलग से कोई पत्र जारी नहीं होगा। परंतु यदि वर्तमान समय सारिणी में कोई परिवर्तन होता है तो सूचना जारी की जाएगी। ब्यूरो
यह हैं हालात
सामान्य : 175 स्कूलों में लेक्चरर के एक तिहाई पद खाली
779 राजकीय स्कूलों में कई स्कूलों में प्रिंसिपल के पद भी खाली हैं। कई जगह तो कक्षा नौवीं से 12वीं तक के विद्यार्थी गणित, विज्ञान, हिंदी, अंग्रेजी और पंजाबी सहित अन्य विषयों की पढ़ाई भी नियमित नहीं कर पाते, क्योंकि 175 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में लेक्चरर के एक तिहाई पद खाली हैं। जिले में लेक्चरर के 2124 पद स्वीकृत हैं। जिनमें से 1355 पर नियमित और 84 पर गेस्ट लेक्चरर सेवाएं दे रहे हैं। 686 पद रिक्त हैं, जिन स्कूलों में ये पद खाली हैं, वहां के विद्यार्थियों को पढ़ाई में ज्यादा परेशानी होती है।
प्राथमिक : 97 स्कूलों में महज एक शिक्षक
जिले में कुल 67 राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूल हैं। इनमें से 42 स्कूलों में तो हेडमास्टर के पद रिक्त हैं। वहीं पांच स्कूल ऐसे हैं जहां केवल दो-दो शिक्षक कार्यरत हैं और आठ स्कूल ऐसे हैं, जो केवल तीन-तीन शिक्षक ही पहली से पांचवीं कक्षा को पढ़ा रहे हैं। विभाग के नियम के अनुसार 30 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक होना चाहिए, लेकिन कई स्कूलों में 97 विद्यार्थियों पर महज एक ही गुरु जी हैं।
मार्च माह में लिया था विवरण
मार्च माह में भी शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों की छात्र संख्या और कार्यरत शिक्षकों का विवरण मांगा है। ताकि नए सत्र से पहले ही व्यवस्था बनाई जा सकें। निदेशालय सभी उच्च/वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में छठी से 12वीं तक विषयवार विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर पीजीटी/टीजीटी के पद आवंटित या सृजित करेगा। अब इस टेस्ट के माध्यम से व्यवस्था बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में टीजीटी की कमी को पूरा करने के लिए विभाग ने व्यवस्था बनाई है। शिक्षक टेस्ट में हिस्सा लेंगे। इसके लिए पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण के लिए लिंक ओपन हो गया है।
– राजपाल चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी करनाल
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