अभिनेत्री नेहा धूपिया अपने काम में आजकल काफी व्यस्त हैं। लेकिन वह अपनी बेटी मेहर के लिए समय निकालना नहीं भूलतीं। नेहा ही नहीं, उनके पति और अभिनेता अंगद बेदी भी अपनी व्यस्त दिनचर्या से बेटी मेहर के लिए समय जरूर निकालते हैं। नेहा अपने खाली समय में बेटी को कहानियां सुनाना पसंद करती हैं और उसके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताती हैं।
अभिनेत्री नेहा धूपिया इस समय अपने काम में काफी व्यस्त हैं, लेकिन इसके अलावा एक और काम है, जिसमें वह बिल्कुल तल्लीन हैं और वह है उनकी डेढ़ साल की बेटी मेहर। नेहा का कहना है, जबसे उनकी बेटी पैदा हुई है, उनकी जिंदगी बदल गई है। उनकी जिंदगी में खुशियां ही खुशियां हैं।
39 वर्षीया अभिनेत्री का कहना है, ‘मुझे कोई शिकायत नहीं है। वह मेरी जिंदगी का प्यार है। मेहर मेरे दिन को रोशन कर देती है। वह मेरे मूड को अच्छा कर देती है। कभी-कभार जब मुझे लगता है कि कुछ चीजें मेरी जिंदगी में सही काम नहीं कर रही हैं, तो मैं आंखें बंद करती हूं और मेहर के बारे में सोचने लगती हूं। उसके बारे में सोचने से ही मुझे बहुत सकारात्मकता मिलती है। मैं फिर से अपने काम के लिए और दृढ़ता से तैयार हो जाती हूं। इसके अलावा मुझे खुशी है कि मेरे पति के रूप में मुझे अंगद (बेदी) जैसा जीवनसाथी मिला है। हम दोनों ही मेहर का पूरा ख्याल रखते हैं। अंगद भी को-पेरेंटिंग में विश्वास रखते हैं। हम दोनों के ही सभी काम बिल्कुल फिक्स हैं। हम दोनों मिल-जुलकर मेहर का अच्छी तरह ध्यान रखते हैं और उसके साथ समय बिताते हैं।’
कुछ समय पहले अंगद बेदी ने घुटने की सर्जरी करवाई थी। इसके साथ ही वह अपनी अगली फिल्म की तैयारियों में लगे हैं। अंगद की आगामी फिल्म एक बायोपिक है। वहीं नेहा ने एक शॉर्ट फिल्म ‘देवी’ में काम किया है। 13 मिनट की इस फिल्म में अभिनेत्री काजोल भी हैं। इस फिल्म को काफी सराहना मिली है। तो दोनों ही जब अपने करियर में इतने व्यस्त हैं, तो वे कैसे एक-दूसरे और मेहर के लिए समय निकाल पाते हैं? इस सवाल के जवाब में नेहा कहती हैं, ‘आधा काम मैं करती हूं और आधा अंगद करते हैं। हम किसी न किसी तरह कुछ मैनेज कर लेते हैं। यह सब समय प्रबंधन का खेल है। आपको ही यह देखना होता है कि आप सब कुछ कैसे कर सकते हैं। इसके अलावा हम दोनों ही एक-दूसरे के शेड्यूल को देखकर काम करने की कोशिश करते हैं। लेकिन अगर ऐसा नहीं हो पाता है, तब तो हम दोनों के पास ही कोई दूसरा चारा नहीं होता। पर हम दोनों हमेशा एक-दूसरे के साथ समय बिताने की पूरी कोशिश करते हैं।’
एक पेरेंट बनने के बाद एक व्यक्ति की पूरी जिंदगी बदल जाती है। नेहा की जिंदगी में एक नया बदलाव आया है। तो क्या उनके प्रोजेक्ट्स चुनने के तरीकों में भी बदवाल आया है?
नेहा कहती हैं, ‘मैं अपनी ऊर्जा बस एक सही जगह पर लगाना चाहती हूं। मैं अपनी ऊर्जा ऐसे प्रोजेक्ट्स पर नहीं लगाना चाहती, जिन पर मैं विश्वास नहीं करती। जब आप अकेले होते हैं, तो आपके पास सब कुछ करने का समय होता है। आप दुनिया की सभी चीजों को एक्सप्लोर करने की कोशिश करते हैं। आप रिस्क लेते हैं, क्योंकि आपके पास पर्याप्त समय होता है। लेकिन अब मैं मानती हूं कि मेरा वह समय नहीं है। अब मैं अपना समय अपनी बेटी के साथ बिताना पसंद करती हूं। उसे कहानियां सुनाती हूं। और एक एक्टर होने के नाते मैं अब अपने क्राफ्ट, अपने कौशल को और बेहतर बनाने की कोशिश करती हूं।’
मेहर मेरी जिंदगी है: नेहा धूपिया