[ad_1]
नई दिल्ली23 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने तकनीकी खराबी आने के कारण ऑल्टो K10 की 2,555 गाड़ियों को वापस बुलाया है। हालांकि कंपनी ने रिकॉल में ये नहीं बताया है कि किस तारीख के बीच बनाए गए मॉडल्स शामिल हैं। मारुति सुजुकी ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में इसकी जानकारी दी।
एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, इन गाड़ियों के स्टीयरिंग गियरबॉक्स असेंबली में खराबी की जानकारी मिली है। इससे गाड़ी की स्टीयरेबिलिटी और हैंडलिंग प्रभावित हो सकती है। मारुति ने प्रभावित कार ऑनर्स को सलाह दी है कि वे तब तक अपनी गाड़ी न चलाएं जब तक कि पार्ट्स को बदल न दिया जाए।
ऑल्टो K10 की स्टीयरिंग गियरबॉक्स असेंबली में खराबी मिली है।
कस्टमर से नहीं लिया जाएगा कोई चार्ज
कंपनी ने बताया कि मारुति सुजुकी के अधिकृत वर्कशॉप मॉडल्स के ऑनर्स से संपर्क करेंगे, जहां डिफेक्ट को सही किया जाएगा। वाहन मालिकों को खराब पार्ट को बदलने की जानकारी दे दी जाएगी।
डिफेक्ट सुधारने या पार्ट्स बदलने के लिए कस्टमर से किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा। ग्राहक भी नजदीकी मारुति सुजुकी सर्विस सेंटर पर अपनी गाड़ी का इंस्पेशन करवाने के लिए जा सकते हैं।
ऐसे चेक करें अपनी कार
मारुति सुजुकी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आप रिकॉल की गई कारों के बारे में जान सकते हैं। इसके अलावा आप इस लिंक पर क्लिक करके भी अपनी कार की डिटेल्स चेक कर सकते हैं। मारुति बलेनो और वैगनआर को रिकॉल करने वाले लिंक पर क्लिक करें।
इसके बाद नीचे की तरफ CLICK HERE का ऑप्शन दिखेगा, इस पर क्लिक करें। अब यहां आपको अपनी कार का चेसिस नंबर लिखकर चेक करना है. अगर आपकी कार में खराबी है रिपेयरिंग की जरूरत है तो यहां से पता चल जाएगा।
मारुति सुज़ुकी अल्टो K10 की कीमत 3.99 लाख रुपए से 5.96 लाख रुपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) के बीच है।
इस साल कंपनी का दूसरा रीकॉल
इस साल में मारुति सुजुकी ने दूसरी बार अपनी गाड़ियां रीकॉल की हैं। इससे पहले मार्च-2024 फ्यूल पंप मोटर में खराबी आने के कारण बलेनो की 11,851 इकाइयों और वैगनआर की 4,190 इकाइयों को रिकॉल किया गया था। कंपनी ने इस रिकॉल में 30 जुलाई, 2019 से एक नवंबर, 2019 के बीच बनाई गई गाड़ियों का डिफेक्ट सही किया था।
पहले भी वापस बुलाई थी कारें
- मारुति सुजुकी ने इससे पहले 24 जनवरी 2023 को ग्रैंड विटारा की 11,177 यूनिट्स को रिकॉल किया था। कंपनी ने 8 अगस्त 2022 से 15 नवंबर 2022 के बीच बनाई गई इस SUV की रियर सीट के सीट बेल्ट माउंटिंग ब्रैकेट में टेक्निकल डिफेक्ट आने के कारण रिकॉल किया था।
- कंपनी ने 18 जनवरी 2023 को 8 दिसंबर, 2022 से 12 जनवरी, 2023 के बीच बनाई गई 17,362 गाड़ियों को रिकॉल किया था। इनमें ऑल्टो के10, एस-प्रेसो, ईको, ब्रेजा ग्रैंड विटारा और बलेनो शामिल थीं। इन गाड़ियों के एयरबैग कंट्रोलर्स में खराबी आ गई थी।
- इससे पहले कंपनी ने 2 से 28 नवंबर 2022 के बीच निर्मित कुल 9,125 गाड़ियों को रिकॉल किया था। इन मॉडल्स में सियाज, ब्रेजा, अर्टिगा, XL6 और ग्रैंड विटारा शामिल थीं। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा था कि फॉल्टी पार्ट का रिप्लेसमेंट फ्री ऑफ कॉस्ट होगा।
- पिछले साल मारुति सुजुकी इंडिया ने अपने तीन मॉडलों वैगन आर, सेलेरियो और इग्निस की 9,925 यूनिट भी वापस बुलाई थीं। इसका कारण रियर ब्रेक असेंबली पिन में गड़बड़ी थी। इन व्हीकल्स की मैन्युफैक्चरिंग 3 अगस्त से 1 सितंबर 2022 के बीच की गई थी।
देश में गाड़ी रिकॉल के बड़े मामले
- बलेनो और वैगनआर रिकॉल: जुलाई 2020 में मारुति ने वैगनआर और बलेनो की 1,34,885 यूनिट्स को रिकॉल किया था। इन मॉडल को 15 नवंबर, 2018 से 15 अक्टूबर, 2019 के बीच तैयार किया गया था। कंपनी ने फ्यूल पंप में खराबी के चलते गाड़ियों को रिकॉल किया था।
- मारुति ईको रिकॉल: नवंबर 2020 में कंपनी ने ईको की 40,453 यूनिट्स को रिकॉल किया था। कंपनी ने गाड़ी के हेडलैम्प पर मिसिंग स्टैंडर्ड सिंबल की वजह से ये फैसला लिया था। इस रिकॉल में 4 नवंबर, 2019 से 25 फरवरी, 2020 के बीच मैन्युफैक्चर की गई ईको शामिल थीं।
- महिंद्रा पिकअप रिकॉल: 2021 में महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपने कॉमर्शियल पिकअप व्हीकल की 29,878 यूनिट्स को रिकॉल किया था। कंपनी ने कहा था कि जनवरी 2020 से फरवरी 2021 के बीच मैन्युफैक्चर होने वाले कुछ पिकअप व्हीकल में एक फ्ल्यूड पाइप का रिप्लेसमेंट किया जाना है।
- रॉयल एनफील्ड रिकॉल: मई 2021 में शॉर्ट सर्किट की आशंका के चलते रॉयल एनफील्ड ने बुलेट 350, क्लासिक 350 और मीटिअर 350 की 2,36,966 यूनिट्स को वापस मंगाया था। इन सभी की मैन्युफैक्चरिंग दिसंबर 2020 से अप्रैल 2021 के बीच की गई थी।
[ad_2]
मारुति ने ऑल्टो K10 की 2,555 गाड़ियां वापस बुलाईं:स्टीयरिंग गियरबॉक्स असेंबली में खराबी के कारण रिकॉल किया, फ्री में पार्ट्स बदलेगी कंपनी