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माधबी पुरी बुच के सपोर्ट में आई म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री, हिंडनबर्ग के आरोप किए खारिज Business News & Hub

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Madhabi Puri Buch: हिंडनबर्ग रिसर्च के ताजा हमले का निशाना बनीं सेबी (SEBI) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) के सपोर्ट में म्युचुअल फंड इंडस्ट्री भी आ गई है. इंडस्ट्री की प्रमुख संस्था एम्फी (AMFI) ने रविवार को कहा कि हिंडनबर्ग ने सनसनी फैलाने और भारत के फाइनेंशियल सिस्टम को चोट पहुंचाने के लिए यह रिपोर्ट जारी की है. सेबी ने न सिर्फ शेयर मार्केट बल्कि म्युचुअल फंड इंडस्ट्री को भी आगे बढ़ाने के लिए पिछले कुछ सालों में बेहतरीन काम किया है. 

हिंडनबर्ग रिपोर्ट की सही से जांच करना बेहद जरूरी- AMFI  

उधर, हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोप पर सेबी ने कहा है कि चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच ने समय-समय पर प्रासंगिक खुलासे किए हैं. उन्होंने संभावित हितों के टकराव से जुड़े मामलों से खुद को पहले ही अलग कर लिया था. एम्फी ने कहा कि हिंडनबर्ग ने भूतकाल में हुई कुछ अलग-अलग घटनाओं को आपस में जोड़कर एक रिपोर्ट बना दी है. यदि इस रिपोर्ट की सही से जांच नहीं की गई तो यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी को चोट पहुंचा सकती है. हमारे देश ने पिछले कुछ सालों में कड़ी मेहनत से यह उपलब्धियां हासिल की हैं. मगर, हिंडनबर्ग जैसी रिपोर्ट हमें विकसित देश बनने में रोड़ा अटकाने वाली है.

घरेलू और विदेशी निवेशकों को भारत पर भरोसा बनाए रखना चाहिए

एम्फी ने अपने बयान में कहा कि घरेलू और विदेशी निवेशकों को भारत पर भरोसा बनाए रखना चाहिए. भारत का फाइनेंशियल सिस्टम न सिर्फ सुरक्षित बल्कि पारदर्शी भी है. सेबी ने निवेशकों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए हैं. सेबी चीफ की लीडरशिप में भारत ने निवेशकों को मजबूत करने के कई फैसले लिए हैं. यही वजह है कि म्युचुअल फंड इंडस्ट्री सफलता के नए कीर्तिमान बना रही है. छोटे निवेशक हम पर भरोसा करके जुड़ रहे हैं.

माधबी पुरी बुच ने भी आरोपों पर जारी की थी सफाई 

इससे पहले सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने रविवार को कहा था कि हिंडनबर्ग को हमारी तरफ से कई बार कारण बताओ नोटिस भेजे गए थे. मगर, उन्होंने जवाब देने के बजाय सेबी जैसी प्रतिष्ठित संस्था की साख पर सवाल खड़े किए हैं. ये बेहद दुखद है कि सेबी की विश्वसनीयता पर हमला बोलकर उसका चरित्रहनन किया जा रहा है. हिंडनबर्ग ने शनिवार देर रात तथाकथित दस्तावेज के हवाले से एक रिपोर्ट जारी कर माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच (Dhaval Buch) पर कई गंभीर आरोप लगाए थे.  

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