ख़बर सुनें
साढौरा। नगरपालिका चुनाव में चेयरपर्सन के लिए सात और 13 वार्डों के लिए 42 पार्षद उम्मीदवारों का भाग्य रविवार को ईवीएम में लॉक हो गया। इससे पहले कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे शुरू हुआ मतदान शाम सवा छह बजे तक चला। साढौरा के 13 केंद्रों पर 78.2 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। कुल 10513 मतदाताओं में से 8218 ने मतों का प्रयोग किया।
साढौरा में कुल 13 वार्ड हैं, लेकिन बूथ नंबर 3,4,5,6,7 और 8 पर मतदाताओं की सबसे ज्यादा भीड़ जुटी रही। चूंकि इन बूथों में आगे चार-चार बूथ बनाए गए थे, इसलिए इन बूथों पर मतदाताओं की लंबी कतार लगी रही। ऐसे में पुलिस फोर्स भी काफी लगाई गई थी। इनमें बूथ नंबर 3,5 और 6 संवेदनशील थे। इस बार खास बात यह रही की बूथ भी वार्ड के हिसाब से बनाए गए थे। इससे मतदाताओं को अपना बूथ तलाशने में दिक्कत नहीं आई। सुबह सात बजे शुरू हुआ मतदान शाम सवा छह बजे तक चला। शांतिपूर्ण मतदान संपन्न होने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
चुनाव पूर्ण होने पर पीठासीन अधिकारियों और अतिरिक्त पीठासीन अधिकारियों ने ईवीएम मशीन को उम्मीदवार और उनके प्रतिनिधियों की उपस्थिति में सील कर डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल साढौरा में बनाए गए स्ट्रांग रूम में जमा कराया। फिर उम्मीदवारों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम को सील किया गया।
मतदाताओं की खामोशी ने बढ़ाई प्रत्याशियों की बेचैनी, अब मतगणना का इंतजार
साढौरा नगरपालिका क्षेत्र में प्रत्याशियों ने खूब जोरआजमाइश की, लेकिन अंतिम समय तक मतदाताओं की चुप्पी ने उम्मीदवारों की बेचैनी बढ़ा दी है। अब सभी को मतगणना का इंतजार है, जो 22 जून को सुबह आठ बजे से डीएवी पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल साढौरा में होगी।
बूथों पर रहा पुलिस का कड़ा पहरा
चुनाव को लेकर पुलिस प्रशासन की तरफ से कड़े इंतजाम किए गए थे। लगभग 300 पुलिसकर्मी बूथों पर तैनात रहे। सबसे ज्यादा पुलिस फोर्स संवेदशील बूथों पर लगाई गई थी। इसके अलावा पुलिस कप्तान मोहित हांडा ने खुद सभी बूथों पर जाकर चेकिंग की और कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए किसी प्रकार की कोई लापरवाही ने बरती जाए।
यह बूथ संवेदनशील
धनास, फैदां, मौलीजागरां, इंदिरा कॉलोनी जैसे इलाकों में ज्यादातर बूथ संवेदनशील थे। एक बूथ पर औसतन 4 सरकारी कर्मचारी व छ: पुलिस मुलाजिमों की ड्यूटी लगाई गई थी। वहीं चुनाव पर नजर रखने के लिए विशेष तौर पर दो ड्यूटी मजिस्ट्रेट और चार सुपरवाइजर लगाए थे। बनाए गए 13 बूथों पर 26 ईवीएम प्रजाइडिंग अफसरों की निगरानी में रखी गई थी।
—————-
बूथ के पास वोट मांगते नजर आए प्रत्याशी
चुनाव के मद्देनजर बूथों पर 100 मीटर की दूरी से पहले कोई वाहन या प्रत्याशी टेंट नहीं लगा सकता था, लेकिन कई जगह इसका पालन नहीं किया गया। स्थिति यह रही कि बूथ के पास ही प्रत्याशी लोगों से वोट की अपील करते नजर आए।
साढौरा। नगरपालिका चुनाव में चेयरपर्सन के लिए सात और 13 वार्डों के लिए 42 पार्षद उम्मीदवारों का भाग्य रविवार को ईवीएम में लॉक हो गया। इससे पहले कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे शुरू हुआ मतदान शाम सवा छह बजे तक चला। साढौरा के 13 केंद्रों पर 78.2 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। कुल 10513 मतदाताओं में से 8218 ने मतों का प्रयोग किया।
साढौरा में कुल 13 वार्ड हैं, लेकिन बूथ नंबर 3,4,5,6,7 और 8 पर मतदाताओं की सबसे ज्यादा भीड़ जुटी रही। चूंकि इन बूथों में आगे चार-चार बूथ बनाए गए थे, इसलिए इन बूथों पर मतदाताओं की लंबी कतार लगी रही। ऐसे में पुलिस फोर्स भी काफी लगाई गई थी। इनमें बूथ नंबर 3,5 और 6 संवेदनशील थे। इस बार खास बात यह रही की बूथ भी वार्ड के हिसाब से बनाए गए थे। इससे मतदाताओं को अपना बूथ तलाशने में दिक्कत नहीं आई। सुबह सात बजे शुरू हुआ मतदान शाम सवा छह बजे तक चला। शांतिपूर्ण मतदान संपन्न होने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
चुनाव पूर्ण होने पर पीठासीन अधिकारियों और अतिरिक्त पीठासीन अधिकारियों ने ईवीएम मशीन को उम्मीदवार और उनके प्रतिनिधियों की उपस्थिति में सील कर डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल साढौरा में बनाए गए स्ट्रांग रूम में जमा कराया। फिर उम्मीदवारों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम को सील किया गया।
मतदाताओं की खामोशी ने बढ़ाई प्रत्याशियों की बेचैनी, अब मतगणना का इंतजार
साढौरा नगरपालिका क्षेत्र में प्रत्याशियों ने खूब जोरआजमाइश की, लेकिन अंतिम समय तक मतदाताओं की चुप्पी ने उम्मीदवारों की बेचैनी बढ़ा दी है। अब सभी को मतगणना का इंतजार है, जो 22 जून को सुबह आठ बजे से डीएवी पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल साढौरा में होगी।
बूथों पर रहा पुलिस का कड़ा पहरा
चुनाव को लेकर पुलिस प्रशासन की तरफ से कड़े इंतजाम किए गए थे। लगभग 300 पुलिसकर्मी बूथों पर तैनात रहे। सबसे ज्यादा पुलिस फोर्स संवेदशील बूथों पर लगाई गई थी। इसके अलावा पुलिस कप्तान मोहित हांडा ने खुद सभी बूथों पर जाकर चेकिंग की और कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए किसी प्रकार की कोई लापरवाही ने बरती जाए।
यह बूथ संवेदनशील
धनास, फैदां, मौलीजागरां, इंदिरा कॉलोनी जैसे इलाकों में ज्यादातर बूथ संवेदनशील थे। एक बूथ पर औसतन 4 सरकारी कर्मचारी व छ: पुलिस मुलाजिमों की ड्यूटी लगाई गई थी। वहीं चुनाव पर नजर रखने के लिए विशेष तौर पर दो ड्यूटी मजिस्ट्रेट और चार सुपरवाइजर लगाए थे। बनाए गए 13 बूथों पर 26 ईवीएम प्रजाइडिंग अफसरों की निगरानी में रखी गई थी।
—————-
बूथ के पास वोट मांगते नजर आए प्रत्याशी
चुनाव के मद्देनजर बूथों पर 100 मीटर की दूरी से पहले कोई वाहन या प्रत्याशी टेंट नहीं लगा सकता था, लेकिन कई जगह इसका पालन नहीं किया गया। स्थिति यह रही कि बूथ के पास ही प्रत्याशी लोगों से वोट की अपील करते नजर आए।
.