[ad_1]
{“_id”:”690b33bd2056856c290ad4ac”,”slug”:”video-former-bhiwani-cps-ram-kishan-fauji-wins-in-the-supreme-court-in-the-clu-cd-case-2025-11-05″,”type”:”video”,”status”:”publish”,”title_hn”:”भिवानी के पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी की सीएलयू सीडी कांड में सुप्रीम कोर्ट में हुई जीत”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
बवानीखेड़ा हलके से तीन बार विधायक एवं सीपीएम रहे रामकिशन फौजी 12 साल बाद सीएलयू सीडी कांड में सुप्रीम कोर्ट से बरी हो गए हैं। फौजी ने इसके पीछे इनेलो पर उसके परिवार व राजनीति को खत्म करने का षडयंत्र बताया है। साथ ही अब कांग्रेस छोड़ने के भी संकेत दिए हैं।
बता दें कि इनेलो ने साल 2013 में तत्कालीन कांग्रेस विधायक एवं सीपीएस रामकिशन फौजी सहित चार पांच नेताओं की सीएलयू के लिए करोड़ों रुपये मांगने की सीडी जारी की थी। जिसमें कांग्रेस के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष राव नरेन्द्र सिंह भी शामिल हैं। पर रामकिशन फौजी अब सुप्रीम कोर्ट से तीन नवंबर को निर्दोष साबित होकर बरी हो गए। जिस पर उन्होंने बुधवार को भिवानी में पत्रकार वार्ता कर इनेलो पर षडयंत्र रचने के आरोप जड़े। साथ ही वो अब कांग्रेस में रहेंगे या नहीं, इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
रामकिशन फौजी ने कहा कि इनेलो ने उन पर कभी खानक में मजदूरों की, कभी किसानों के लिए सुंदर नहर में पानी की मांग उठाने पर केस दर्ज कर जेल करवाई। कभी महिला टीचर से आरोप लगवाए तो कभी मर्डर के केस में फंसाया। पर मैं हमेशा केस जीत कर बरी हुआ। उन्होंने कहा कि बात यहीं खत्म नहीं हुई। इसके बाद इनेलो ने 2011 में सीडी बनाई और चुनाव से ठीक पहले साल 2013 में जारी की। पहले कहा गया कि मैंने सीएलयू को लेकर पांच करोड़ रुपये लिये, फिर कहा रुपये लिए नहीं, मांगे थे।
उन्होंने कहा कि इसके बाद इनेलो ने राज्यपाल से मिलकर जांच की मांग उठाई। जिस पर राज्यपाल ने लोकपाल से जांच करवाई। फौजी ने कहा कि इस जांच में मैं निर्दोष मिला। फिर इनेलो हाईकोर्ट गई। वहां भी में निर्दोष मिला और बरी हुआ। रामकिशन फौजी ने कहा कि बात यहीं खत्म नहीं हुई।
इनेलो 2017 में सुप्रीम कोर्ट पहुंची। फौजी ने कहा कि यहां केस लड़ते लड़ते मेरे घर के जेवर, गिफ़्ट व जमीन बिक गई। मैंने लोगों से उधार पैसे लिए और अब 3 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने भी निर्दोष बताते हुए बरी किया हूं। फौजी ने कहा कि इन 12 सालों में किसी नेता ने मेरा साथ नहीं दिया।
केवल राहुल व सोनिया गांधी ने हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि ये पूरा षड्यंत्र उस समय के नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला व इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष रहे अशोक अरोड़ा ने रचा था और मेरे खिलाफ कोर्ट में झूठी गवाही भी दी थी। अब इनेलो पर मानहानि के सवाल पर कहा कि मुझे कुछ करने की जरूरत नहीं। ऊपर भगवान हैं और देश में प्रजातंत्र है। प्रजा सब देख रही है।
प्रजा ने इनेलो को कुछ सजा दे दी और कुछ और दे देगी। वहीं इसी केस को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राव नरेन्द्र के केस को लेकर कहा कि उन्हें कानून पर भरोसा रखना चाहिए। उन्हें भी न्याय मिलेगा। इस दौरान उनके कांग्रेस छोड़ने की चर्चाओं पर बड़े संकेत दिए। फौजी ने कहा कि राजनीतिक आदमी की चर्चाएं चलती रहनी चाहिए। साथ ही कहा कि आज मैं कांग्रेस में हूं, पर कल का पता नहीं।
[ad_2]
भिवानी के पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी की सीएलयू सीडी कांड में सुप्रीम कोर्ट में हुई जीत

