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हांसी। नगर परिषद के चुनाव में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर रिंकू सैनी बागी होकर आजाद उम्मीदवार के रूप में चेयरमैन पद के लिए उतरे। उन्होंने कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा का आशीर्वाद लेकर चुनाव लड़ा लेकिन हार का मुंह देखना पड़ा। रिंकू के बागी होने से भाजपा को भी नुकसान हुआ। चुनाव में भाजपा की चेयरपर्सन मीनू सेठी को 5 हजार से ज्यादा वोट से हार का सामना करना पड़ा।
इसके अलावा पूर्व चेयरमैन प्रतिनिधि विनोद सैनी ने भारतीय जनता पार्टी से बागी होकर वार्ड-25 से पार्षद का चुनाव लड़ा और हार गए। वहीं, वार्ड नंबर 7 से शिवम शर्मा ने भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ा। वह भी भाजपा के पार्षद पद के उम्मीदवार नोविन्द्र सिंह उर्फ शंटी भुजेजा से 16 वोटों से हार गए। वार्ड-23 से भाजपा ने आशीष उर्फ पिंकू को चुनावी मैदान में उतारा। पिंकू को टिकट मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता तनुज खुराना टिकट न मिलने पर नाराज होकर बागी हो गए। चुनाव में उन्हें भाजपा प्रत्याशी ने 29 वोटों से मात दी।
हांसी। नगर परिषद के चुनाव में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर रिंकू सैनी बागी होकर आजाद उम्मीदवार के रूप में चेयरमैन पद के लिए उतरे। उन्होंने कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा का आशीर्वाद लेकर चुनाव लड़ा लेकिन हार का मुंह देखना पड़ा। रिंकू के बागी होने से भाजपा को भी नुकसान हुआ। चुनाव में भाजपा की चेयरपर्सन मीनू सेठी को 5 हजार से ज्यादा वोट से हार का सामना करना पड़ा।
इसके अलावा पूर्व चेयरमैन प्रतिनिधि विनोद सैनी ने भारतीय जनता पार्टी से बागी होकर वार्ड-25 से पार्षद का चुनाव लड़ा और हार गए। वहीं, वार्ड नंबर 7 से शिवम शर्मा ने भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ा। वह भी भाजपा के पार्षद पद के उम्मीदवार नोविन्द्र सिंह उर्फ शंटी भुजेजा से 16 वोटों से हार गए। वार्ड-23 से भाजपा ने आशीष उर्फ पिंकू को चुनावी मैदान में उतारा। पिंकू को टिकट मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता तनुज खुराना टिकट न मिलने पर नाराज होकर बागी हो गए। चुनाव में उन्हें भाजपा प्रत्याशी ने 29 वोटों से मात दी।
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