[ad_1]
6 दिन पहले
- कॉपी लिंक
ब्रिटेन 13 साल के सबसे बड़े दंगे से गुजर रहा है और 17 शहरों में आगजनी और पुलिस से झड़प की खबरें हैं।
ब्रिटेन के साउथपोर्ट शहर में एक सप्ताह पहले चाकू हमले में 3 बच्चियों की मौत हो गई थी। इसके बाद शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। 17 शहरों में आगजनी और पुलिस से झड़प की खबरें हैं। इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हैं, जिसमें एक की हालत गंभीर है।
रविवार को दक्षिणपंथी प्रदर्शनकारियों ने उत्तरी इंग्लैंड के रॉदरहैम शहर में शरणार्थियों के लिए बने एक होटल में तोड़फोड़ की। रॉदरहैम शहर में रविवार को प्रदर्शनकारियों ने हॉलीडे इन एक्सप्रेस नामक एक होटल को निशाना बनाया। उन्होंने नारेबाजी करते हुए बोतलें फेंककर कई खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। इस होटल में 500 शरणार्थी रह रहे हैं।
हालात को देखते हुए सरकार ने अब कार्रवाई के लिए पुलिस को फ्री हैंड दे दिया है। पुलिस ने इंग्लैंड और उत्तरी आयरलैंड में 150 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। ब्रिटेन में हुआ 13 साल का ये सबसे बड़ा दंगा बताया जा रहा है।
पीएम कीर स्टार्मर ने अधिकारियों को हिंसक प्रदर्शन में शामिल लोगों के खिलाई कड़ी कड़ाई करने का आदेश दिया है। (तस्वीर- फाइल)
पीएम ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग, वीडियो भी जारी किया
मामले की गंभीरता को देखते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई है। इस बीच एक वीडियो मैसेज में प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन के नाम पर संगठित हिंसा की जा रही है।
PM स्टार्मर ने कहा कि इन ‘गुंडों’ को जेल भेजने के लिए उन्हें जो भी करना पड़ेगा वो करेंगे। उन्होंने कहा- पुलिस गिरफ्तारियां करेगी, लोगों को रिमांड पर रखा जाएगा, आरोप लगाए जाएंगे और सजा दी जाएगी। मैं गारंटी देता हूं कि इस हिंसा में शामिल होने पर आपको पछतावा होगा, चाहे आप सीधे तौर पर इसमें शामिल हों या फिर ऑनलाइन।
PM ने कहा कि जो कोई भी चमड़ी के रंग को देखकर हिंसा कर रहा है वो अति-दक्षिणपंथी है। इस देश में लोगों को सुरक्षित रहने का हक है। इसके बावजूद हमने देखा कि मुस्लिम समुदायों को निशाना बनाया गया। मस्जिदों पर हमले हुए। सभी सही सोच वाले लोगों को इस तरह की हिंसा की निंदा करनी चाहिए।
ब्रिटेन के ब्रिस्टल में प्रदर्शनकारी ‘एनफ इज एनफ’ का नारा लगा रहे थे। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी मास्क लगाए हुए थे।
ब्रिटेन के लिवरपूल में प्रदर्शन में शामिल लोग।
साउथपोर्ट में 31 जुलाई को चाकू हमले में मारी गई बच्चियों के लिए संवेदना जताती हुई मां-बेटी।
नाबालिग ने बच्चियों पर हमला किया, इसके बाद शुरू हुई हिंसा
दरअसल पिछले सप्ताह सोमवार शाम को लिवरपूल के पास साउथपोर्ट में एक नाबालिग ने एक डांस क्लास में कई लोगों पर चाकू से हमला किया था। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक इसमें 3 बच्चे मारे गए थे। इसके अलावा लगभग 1 दर्जन लोग जख्मी हो गए थे।
इस घटना के बाद ऑनलाइन अफवाह फैली कि डांस क्लास में चाकू से हमला करने वाला एक मुस्लिम शरणार्थी था, जिससे लोगों में गुस्सा भड़क गया। ब्रिटेन में 18 साल से कम उम्र के संदिग्धों का नाम नहीं बताया जाता है। लेकिन इस मामले में अदालत को अलग फैसला लेना पड़ा।
कोर्ट ने वेल्स में रवांडा मूल के एक्सेल रुदाकुबाना की पहचान उजागर करने का आदेश दिया, ताकि अफवाह फैलने को रोका जा सके। रुदाकुबाना पर हत्या के तीन और हत्या के प्रयास के 10 मामलों में आरोप लगाए गए हैं।
ब्रिटेन में बच्चों पर चाकू से हमला, 3 की मौत, 9 जख्मी, 17 साल का हमलावर गिरफ्तार
ब्रिटेन में लिवरपूल के पास साउथपोर्ट में सोमवार शाम एक नाबालिग ने कई लोगों पर चाकू से हमला किया। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक इसमें 3 बच्चे मारे गए हैं। इसके अलावा लगभग 1 दर्जन लोग जख्मी हो गए हैं। घायलों को चिल्ड्रन अस्पताल ले जाया गया। घायलों में अधिकतर बच्चे शामिल हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…
[ad_2]
ब्रिटेन में हिंसक प्रदर्शन, 150 से ज्यादा घायल:प्रवासियों का होटल फूंकने की कोशिश; PM स्टार्मर बोले- हिंसा में शामिल लोगों को पछताना होगा