3 जून को ठगी की पहली शिकायत दर्ज
सेक्टर 40 में रहने वाले ओमकार गिरी ने 3 जून को पहली शिकायत दर्ज कराई थी। बताया कि कुछ दिन पहले उनके मोबाइल पर एक नंबर से मेसेज आया। मेसेज में था कि बिजली का बिल न भरने के चलते आपका कनेक्शन काटा जा रहा है। ओमकार ने मेसेज में दिए गए नंबर पर कॉल की। तब कॉल रिसीव करने वाले ने खुद को बिजली विभाग का कर्मचारी बताया। उसने तुरंत ऑनलाइन पेमेंट करने को कहा और बहाने से उनके खाते की डिटेल ले ली। कुछ देर बाद ही खाते से 48 हजार व 25 हजार रुपये की दो ट्रांजेक्शन हो गई। इंस्पेक्टर ओमप्रकाश का कहना है कि ठगी के मामलों पर जांच चल रही है।
नाम, नंबर, पता और बैंक की लेते हैं जानकारी
मेसेज जिन्हें मिलता है, उनके कॉल करते ही ठग खुद को बिजली विभाग का कर्मचारी बताकर बिल जमा करने की धौंस जमाने लगते हैं। फिर अधिकारी का नंबर देकर तुरंत संपर्क करने के लिए कहा जाता है। उस नंबर पर जैसे ही कॉल किया जाता है तो बिजली विभाग का अधिकारी बताने वाला ठग नाम, मोबाइल नंबर, पता, बैंक खाते, कार्ड या यूपीआई की जानकारी लेता है। फिर रुपये ट्रांसफर कर लिए जाते हैं।
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‘मेसेज का न दें जवाब’
साइबर एक्सपर्ट सुधीर सिंह ने कहा कि किसी अनजान नंबर से आए मेसेज और कॉल पर भरोसा न करें। मेसेज में दिए गए नंबर पर अगर कॉल कर भी दें तो अपने बैंक से जुड़ी कोई जानकारी न दें। कोई भी सरकारी विभाग या अधिकारी आपके कार्ड, यूपीआई या बैंक खाते की जानकारी नहीं मांग सकता है। मोबाइल या कंप्यूटर में कोई ऐप डाउनलोड करने के लिए कहें तो भी इनकार कर दें।
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