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पानीपत। अंसल टाउनशिप पिछले 10 दिनों से बिजली सप्लाई के बुरे दौर से गुजर रही है। दिन में भी लंबे-लंबे बिजली के कट लगते हैं और लोगों को रातें जाग कर गुजारनी पड़ती हैं। इसे लेकर रविवार को शिवम वेलफेयर सोसाइटी और अंसल रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की कार्यकारिणी की बैठक हुई। इसमें दोनों आरडब्ल्यू के प्रधान रमेश मालिक और प्रद्युम्न सिंह समेत समस्त कार्यकारिणी ने भाग लिया और अंसल टाउनशिप से संबंधित समस्याओं पर विचार करते हुए कुछ निर्णय लिए गए।
अंसल निवासियों ने बताया कि बिजली के ऐसे हालात के लिए अंसल मैनेजमेंट जिम्मेदार है। आज से 8-10 साल पहले जब अंसल में 400-500 घर थे, तब भी बिजली का इन्फ्रास्ट्रक्चर वही था, जो आज तीन हजार से ऊपर घर होने पर है। अंसल में 11 केवी का सिंगल फीडर है, जो मौजूदा स्थिति में लोड लेने में सक्षम नहीं है। सुचारु बिजली आपूर्ति के लिए अंसल मैनेजमेंट को चाहिए था कि या तो आज से चार वर्ष पहले ही 11 केवी का दूसरा फीडर लेना चाहिए था या 33 केवी सब स्टेशन अब तक बन जाना चाहिए था लेकिन अंसल मैनेजमेंट ने कोई ध्यान नहीं दिया। लोगों ने आरोप लगाया लेकिन बिजली के हालात तो नहीं सुधरे, इसके बदले कुछ लोगों पर एफआईआर तक दर्ज करवा दी गई।
एक करोड़ चाहिए बीजी, रिफंडेबल सिक्योरिटी का पता नहीं
अंसल निवासियों के मुताबिक मैनेजमेंट कहता है कि नया 11 केवी फीडर लेने के लिए उसके पास एक करोड़ रुपये की बैंग गारंटी, जो उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम को देनी है, उसका पैसा नहीं हैं। यह पैसा रेजिडेंट्स से वसूलने की तैयारी की जा रही है। बिजली बिल में पांच हजार से लेकर आठ हजार रुपये तक वसूले जा रहे हैं। यह निवासियों के साथ ब्लैकमेलिंग हो रही है। यहां यह बताना जरूरी है कि अंसल मैनेजमेंट हर निवासी से 40 हजार रुपये रिफंडेबल सिक्योरिटी के रूप में लेती है जो करीब 14 करोड़ बनती है। मगर इस रिफंडेबल सिक्योरिटी कोई अता पता नहीं है। क्योंकि कंपनी ने हर स्तर पर अंसल निवासियों से धोखा किया है।
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ये लिए निर्णय…
अब निर्णय लिया गया कि कोई भी अंसल निवासी बैंग गारंटी के लिए पैसे नहीं देगा। यह अंसल मैनेजमेंट की जिम्मेदारी है कि अपने निवासियों को हर सुविधा दे, क्योंकि इसके लिए हर रेजिडेंट से 1000-1200 रुपये महीना लिया जा रहा है। सफाई, सुरक्षा और सीवर सिस्टम का बुरा हाल है। इसके अलावा अंसल निवासियों की समस्याएं सुलझाने के लिए दोनों आरडब्लयूए मिल कर काम करेंगी। चाहे 11 केवी फीडर हो या 33 केवी का सब स्टेशन का मामला हो। बैठक में राज शर्मा, जय पाल सरोहा, एसके बंसल, बृजेश गुलिया, सुभाष सिंगला, बृज मोहन शर्मा, सूरज मल जागलान, संजय गुप्ता, पुरषोत्तम सिंगला, राम निवास जैन आदि उपस्थित रहे।
पानीपत। अंसल टाउनशिप पिछले 10 दिनों से बिजली सप्लाई के बुरे दौर से गुजर रही है। दिन में भी लंबे-लंबे बिजली के कट लगते हैं और लोगों को रातें जाग कर गुजारनी पड़ती हैं। इसे लेकर रविवार को शिवम वेलफेयर सोसाइटी और अंसल रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की कार्यकारिणी की बैठक हुई। इसमें दोनों आरडब्ल्यू के प्रधान रमेश मालिक और प्रद्युम्न सिंह समेत समस्त कार्यकारिणी ने भाग लिया और अंसल टाउनशिप से संबंधित समस्याओं पर विचार करते हुए कुछ निर्णय लिए गए।
अंसल निवासियों ने बताया कि बिजली के ऐसे हालात के लिए अंसल मैनेजमेंट जिम्मेदार है। आज से 8-10 साल पहले जब अंसल में 400-500 घर थे, तब भी बिजली का इन्फ्रास्ट्रक्चर वही था, जो आज तीन हजार से ऊपर घर होने पर है। अंसल में 11 केवी का सिंगल फीडर है, जो मौजूदा स्थिति में लोड लेने में सक्षम नहीं है। सुचारु बिजली आपूर्ति के लिए अंसल मैनेजमेंट को चाहिए था कि या तो आज से चार वर्ष पहले ही 11 केवी का दूसरा फीडर लेना चाहिए था या 33 केवी सब स्टेशन अब तक बन जाना चाहिए था लेकिन अंसल मैनेजमेंट ने कोई ध्यान नहीं दिया। लोगों ने आरोप लगाया लेकिन बिजली के हालात तो नहीं सुधरे, इसके बदले कुछ लोगों पर एफआईआर तक दर्ज करवा दी गई।
एक करोड़ चाहिए बीजी, रिफंडेबल सिक्योरिटी का पता नहीं
अंसल निवासियों के मुताबिक मैनेजमेंट कहता है कि नया 11 केवी फीडर लेने के लिए उसके पास एक करोड़ रुपये की बैंग गारंटी, जो उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम को देनी है, उसका पैसा नहीं हैं। यह पैसा रेजिडेंट्स से वसूलने की तैयारी की जा रही है। बिजली बिल में पांच हजार से लेकर आठ हजार रुपये तक वसूले जा रहे हैं। यह निवासियों के साथ ब्लैकमेलिंग हो रही है। यहां यह बताना जरूरी है कि अंसल मैनेजमेंट हर निवासी से 40 हजार रुपये रिफंडेबल सिक्योरिटी के रूप में लेती है जो करीब 14 करोड़ बनती है। मगर इस रिफंडेबल सिक्योरिटी कोई अता पता नहीं है। क्योंकि कंपनी ने हर स्तर पर अंसल निवासियों से धोखा किया है।
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ये लिए निर्णय…
अब निर्णय लिया गया कि कोई भी अंसल निवासी बैंग गारंटी के लिए पैसे नहीं देगा। यह अंसल मैनेजमेंट की जिम्मेदारी है कि अपने निवासियों को हर सुविधा दे, क्योंकि इसके लिए हर रेजिडेंट से 1000-1200 रुपये महीना लिया जा रहा है। सफाई, सुरक्षा और सीवर सिस्टम का बुरा हाल है। इसके अलावा अंसल निवासियों की समस्याएं सुलझाने के लिए दोनों आरडब्लयूए मिल कर काम करेंगी। चाहे 11 केवी फीडर हो या 33 केवी का सब स्टेशन का मामला हो। बैठक में राज शर्मा, जय पाल सरोहा, एसके बंसल, बृजेश गुलिया, सुभाष सिंगला, बृज मोहन शर्मा, सूरज मल जागलान, संजय गुप्ता, पुरषोत्तम सिंगला, राम निवास जैन आदि उपस्थित रहे।
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