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सिरसा। शहर के मुख्य बस स्टैंड पर यात्रियों को पीने के लिए ठंडा पानी भी उपलब्ध नहीं है। प्रतिदिन करीब 40 हजार से ज्यादा यात्रियों के आवागमन वाले बस स्टैंड आते हैं। ऐसे में यात्रियों को बोतल बंद पानी खरीदकर पीने का मजबूर हैं। बस स्टैंड पर हालांकि चार वाटर कूलर हैं, लेकिन इसेव्यवस्था का अभाव है कहिए कि यात्रियों को ठंडा पानी नसीब नहीं है।
इस समय सूरज देवता अपने तीखे तेवर कायम रखे हुए हैं। जिले का तापमान 42 डिग्री से लेकर 45 डिग्री के बीच है। लेकिन बस अड्डा में ठंडा पानी न मिलने से यात्रियों को काफी परेशानी होती है। प्यास से व्याकुल यात्री मजबूरी में बस अड्डा में स्थित स्टाल से ठंडे पानी की बोतल खरीदते हैं। इस दौरान सबसे अधिक मुश्किल गरीब व आर्थिक रूप से कमजोर यात्रियों को होती है। हालांकि सामाजिक संस्थाओं व विभाग की ओर से यहां चार वाटर कूलर लगाए गए हैं, लेकिन इनमें ठंडे पानी के बजाय गर्म पानी ही आता है।
यात्री बोले- जब ठंडा पानी ही नहीं, तो वाटर कूलर होने का क्या फायदा
गर्मी के मौसम में प्यास तो वैसे भी बहुत लगती है, लेकिन सफर के दौरान प्यास की व्याकुलता और बढ़ जाती है। बस अड्डा में यात्रियों के लिए ठंडे पानी की व्यवस्था न होना विभाग की लापरवाही है। – हरिकृष्ण यात्री
बस अड्डा में जब ठंडा पानी ही नहीं, तो वाटर कूलर होने का क्या फायदा। वाटर कूलर में तो गर्म पानी आ रहा है और स्टालों पर ठंडे पानी की बोतल मिल रही है। हो सकता है विभाग वाले इन्हें फायदा पहुंचाने के लिए वाटर कूलर की तरफ ध्यान नहीं दे रहे हो। – जगदीश यात्री
पैसे देकर यात्री बसों में सफर करते हैं। इन यात्रियों की बदौलत रोडवेज विभाग चल रहा है, लेकिन उन्हीं के लिए पानी जैसे प्राथमिक सुविधा न मिलना विडंबना की बात है। एक या दो दिन किसी कारण यह समस्या रह सकती है, लेकिन यहां तो अकसर यह समस्या देखी जा सकती है। – नरेश कुमार
यात्रियों की संख्या के हिसाब से वाटर कूलर में पानी की लागत बहुत है, इसलिए कई बार समय पर कूलिंग नहीं हो पाती। फिर भी इसकी जांच करवाई जाएगी और तुरंत प्रभाव से इस समस्या का समाधान किया जाएगा। – केेआर कोशल महाप्रबंधक हरियाणा राज्य परिवहन सिरसा।
सिरसा। शहर के मुख्य बस स्टैंड पर यात्रियों को पीने के लिए ठंडा पानी भी उपलब्ध नहीं है। प्रतिदिन करीब 40 हजार से ज्यादा यात्रियों के आवागमन वाले बस स्टैंड आते हैं। ऐसे में यात्रियों को बोतल बंद पानी खरीदकर पीने का मजबूर हैं। बस स्टैंड पर हालांकि चार वाटर कूलर हैं, लेकिन इसेव्यवस्था का अभाव है कहिए कि यात्रियों को ठंडा पानी नसीब नहीं है।
इस समय सूरज देवता अपने तीखे तेवर कायम रखे हुए हैं। जिले का तापमान 42 डिग्री से लेकर 45 डिग्री के बीच है। लेकिन बस अड्डा में ठंडा पानी न मिलने से यात्रियों को काफी परेशानी होती है। प्यास से व्याकुल यात्री मजबूरी में बस अड्डा में स्थित स्टाल से ठंडे पानी की बोतल खरीदते हैं। इस दौरान सबसे अधिक मुश्किल गरीब व आर्थिक रूप से कमजोर यात्रियों को होती है। हालांकि सामाजिक संस्थाओं व विभाग की ओर से यहां चार वाटर कूलर लगाए गए हैं, लेकिन इनमें ठंडे पानी के बजाय गर्म पानी ही आता है।
यात्री बोले- जब ठंडा पानी ही नहीं, तो वाटर कूलर होने का क्या फायदा
गर्मी के मौसम में प्यास तो वैसे भी बहुत लगती है, लेकिन सफर के दौरान प्यास की व्याकुलता और बढ़ जाती है। बस अड्डा में यात्रियों के लिए ठंडे पानी की व्यवस्था न होना विभाग की लापरवाही है। – हरिकृष्ण यात्री
बस अड्डा में जब ठंडा पानी ही नहीं, तो वाटर कूलर होने का क्या फायदा। वाटर कूलर में तो गर्म पानी आ रहा है और स्टालों पर ठंडे पानी की बोतल मिल रही है। हो सकता है विभाग वाले इन्हें फायदा पहुंचाने के लिए वाटर कूलर की तरफ ध्यान नहीं दे रहे हो। – जगदीश यात्री
पैसे देकर यात्री बसों में सफर करते हैं। इन यात्रियों की बदौलत रोडवेज विभाग चल रहा है, लेकिन उन्हीं के लिए पानी जैसे प्राथमिक सुविधा न मिलना विडंबना की बात है। एक या दो दिन किसी कारण यह समस्या रह सकती है, लेकिन यहां तो अकसर यह समस्या देखी जा सकती है। – नरेश कुमार
यात्रियों की संख्या के हिसाब से वाटर कूलर में पानी की लागत बहुत है, इसलिए कई बार समय पर कूलिंग नहीं हो पाती। फिर भी इसकी जांच करवाई जाएगी और तुरंत प्रभाव से इस समस्या का समाधान किया जाएगा। – केेआर कोशल महाप्रबंधक हरियाणा राज्य परिवहन सिरसा।
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