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यमुनानगर। फर्जी कंपनी बनाकर विभिन्न जिलों की हजारों महिलाओं से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। इस संबंध में गांधी नगर थाने में 15 महिलाओं की शिकायत पर हिसार निवासी दंपती समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है, जबकि आरोपी महाराणा प्रताप चौक स्थित कार्यालय बंद कर फरार हो गए हैं।
महिलाओं की ओर से शिकायत में बताया गया कि कंपनी में 660 रुपये जमा करने के बाद दूसरी महिला को सदस्य बनाने पर अगले माह एक हजार रुपये देने का झांसा दिया गया था। यही नहीं जितनी महिलाओं को सदस्य बनाया जाएगा, अगले माह उतने हजार रुपये संबंधित महिला को देने का भरोसा दिलाया गया था। साथ ही घर बैठे रोजगार उपलब्ध कराने और अच्छी कमाई का लालच दिया गया था। झांसे में आकर एक महिला ने कई अन्य से 660 रुपये जमा कराकर सदस्य बनाए। इस तरह करीब चार हजार महिलाओं के नाम पर 26 लाख से अधिक की रकम जमा कराई गई। यमुनानगर के अलावा अंबाला और कुरुक्षेत्र की महिलाओं ने भी रुपये जमा कराए, लेकिन जब समय बीतने के बाद भी महिलाओं को कंपनी की ओर से कोई लाभ नहीं मिला तो उन्होंने छानबीन की। तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद गांव जहांगीरपुर निवासी कोमल राणा सहित 15 महिलाओं ने गांधी नगर थाने में शिकायत दी है। मामले में थाना गांधी नगर पुलिस ने आरोपी जिला हिसार के गांव सनीपुर निवासी चमन लाल उर्फ अजय सैनी, उसकी पत्नी रोशनी और अन्य व्यक्ति मांगा राम के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
दो महिलाओं को स्कूटी और मोबाइल देकर जीता विश्वास
शिकायत के मुताबिक अजय सैनी ने सुपर-टेन नाम से कंपनी का कार्यालय महाराणा प्रताप चौक पर बनाया हुआ था। आरोपी ने विश्वास जमाने के लिए पहले दो महिलाओं को स्कूटी और मोबाइल दिया, जिसके बाद 660 रुपये देकर सदस्य बनने वाली महिलाओं की कतार लग गई। इसके लिए महिलाओं ने अपने आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज भी कंपनी कार्यालय में जमा कराए थे।
पुलिसकर्मी की बहन को ठगा तो हुआ फरार
जिन महिलाओं से ठगी हुई है, उनमें एक पुलिसकर्मी की बहन भी थी। पता लगने पर पुलिसकर्मी संबंधित कंपनी के कार्यालय पहुंचा और अजय सैनी से मिला। पुलिसकर्मी ने महिलाओं के पैसे वापस करने के लिए कहा। इसके बाद पकड़े जाने के डर से अगले ही दिन आरोपी कार्यालय बंद कर फरार हो गये।
नाम बदलकर रह रहा था आरोपी
शिकायतकर्ता कोमल राणा ने बताया कि उन्हें बाद में पता चला कि अजय सैनी अपना नाम बदल कर यहां रह रहा था। उसका असली नाम चमन लाल है। ज्यादातर महिलाओं ने अपने पति व परिजनों को बिना बताए ही कंपनी में पैसा लगा रखा है। यहां तक की अपने ही परिवार के कई सदस्यों के नाम से अलग-अलग आइडी बनवाई है।
एक-एक महिला ने कई-कई आइडी बनाई
कोमल राणा ने 150 आइडी बनाकर 99 हजार रुपये, मुस्कान ने 80 आइडी के 52800 रुपये, सीमा ने 80 आइडी के 52 हजार, शबाना ने 40 आइडी के 26 हजार रुपये, रानी ने 100 आइडी के 66 हजार रुपये, रेखा ने 150 आइडी के 99 हजार, रेनू बाला ने 200 आइडी के एक लाख 32 हजार, उषा रानी ने 200 आइडी के एक लाख 32 हजार, सुषमा ने 160 आइडी के 66 हजार रुपये, संदीप ने 680 आइडी के चार लाख 48800 रुपये, नरेश ने 80 आइडी 52800 रुपये जमा कराए। इसी तरह ममता रानी ने 560 आइडी के तीन लाख 69600 रुपये, नेहा ने 40 आइडी के 26400 रुपये, सुदेश की 180 आइडी के 118800 रुपये, रीना देवी ने 35 आइडी के 23100 रुपये, सुदेश रानी ने 300 आइडी के 198000 हजार रुपये कार्यालय में जमा कराए।
यमुनानगर। फर्जी कंपनी बनाकर विभिन्न जिलों की हजारों महिलाओं से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। इस संबंध में गांधी नगर थाने में 15 महिलाओं की शिकायत पर हिसार निवासी दंपती समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है, जबकि आरोपी महाराणा प्रताप चौक स्थित कार्यालय बंद कर फरार हो गए हैं।
महिलाओं की ओर से शिकायत में बताया गया कि कंपनी में 660 रुपये जमा करने के बाद दूसरी महिला को सदस्य बनाने पर अगले माह एक हजार रुपये देने का झांसा दिया गया था। यही नहीं जितनी महिलाओं को सदस्य बनाया जाएगा, अगले माह उतने हजार रुपये संबंधित महिला को देने का भरोसा दिलाया गया था। साथ ही घर बैठे रोजगार उपलब्ध कराने और अच्छी कमाई का लालच दिया गया था। झांसे में आकर एक महिला ने कई अन्य से 660 रुपये जमा कराकर सदस्य बनाए। इस तरह करीब चार हजार महिलाओं के नाम पर 26 लाख से अधिक की रकम जमा कराई गई। यमुनानगर के अलावा अंबाला और कुरुक्षेत्र की महिलाओं ने भी रुपये जमा कराए, लेकिन जब समय बीतने के बाद भी महिलाओं को कंपनी की ओर से कोई लाभ नहीं मिला तो उन्होंने छानबीन की। तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद गांव जहांगीरपुर निवासी कोमल राणा सहित 15 महिलाओं ने गांधी नगर थाने में शिकायत दी है। मामले में थाना गांधी नगर पुलिस ने आरोपी जिला हिसार के गांव सनीपुर निवासी चमन लाल उर्फ अजय सैनी, उसकी पत्नी रोशनी और अन्य व्यक्ति मांगा राम के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
दो महिलाओं को स्कूटी और मोबाइल देकर जीता विश्वास
शिकायत के मुताबिक अजय सैनी ने सुपर-टेन नाम से कंपनी का कार्यालय महाराणा प्रताप चौक पर बनाया हुआ था। आरोपी ने विश्वास जमाने के लिए पहले दो महिलाओं को स्कूटी और मोबाइल दिया, जिसके बाद 660 रुपये देकर सदस्य बनने वाली महिलाओं की कतार लग गई। इसके लिए महिलाओं ने अपने आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज भी कंपनी कार्यालय में जमा कराए थे।
पुलिसकर्मी की बहन को ठगा तो हुआ फरार
जिन महिलाओं से ठगी हुई है, उनमें एक पुलिसकर्मी की बहन भी थी। पता लगने पर पुलिसकर्मी संबंधित कंपनी के कार्यालय पहुंचा और अजय सैनी से मिला। पुलिसकर्मी ने महिलाओं के पैसे वापस करने के लिए कहा। इसके बाद पकड़े जाने के डर से अगले ही दिन आरोपी कार्यालय बंद कर फरार हो गये।
नाम बदलकर रह रहा था आरोपी
शिकायतकर्ता कोमल राणा ने बताया कि उन्हें बाद में पता चला कि अजय सैनी अपना नाम बदल कर यहां रह रहा था। उसका असली नाम चमन लाल है। ज्यादातर महिलाओं ने अपने पति व परिजनों को बिना बताए ही कंपनी में पैसा लगा रखा है। यहां तक की अपने ही परिवार के कई सदस्यों के नाम से अलग-अलग आइडी बनवाई है।
एक-एक महिला ने कई-कई आइडी बनाई
कोमल राणा ने 150 आइडी बनाकर 99 हजार रुपये, मुस्कान ने 80 आइडी के 52800 रुपये, सीमा ने 80 आइडी के 52 हजार, शबाना ने 40 आइडी के 26 हजार रुपये, रानी ने 100 आइडी के 66 हजार रुपये, रेखा ने 150 आइडी के 99 हजार, रेनू बाला ने 200 आइडी के एक लाख 32 हजार, उषा रानी ने 200 आइडी के एक लाख 32 हजार, सुषमा ने 160 आइडी के 66 हजार रुपये, संदीप ने 680 आइडी के चार लाख 48800 रुपये, नरेश ने 80 आइडी 52800 रुपये जमा कराए। इसी तरह ममता रानी ने 560 आइडी के तीन लाख 69600 रुपये, नेहा ने 40 आइडी के 26400 रुपये, सुदेश की 180 आइडी के 118800 रुपये, रीना देवी ने 35 आइडी के 23100 रुपये, सुदेश रानी ने 300 आइडी के 198000 हजार रुपये कार्यालय में जमा कराए।
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