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हिसार। सेक्टर 16-17 में झुग्गियों में आग लगने के मामले में सेंट्रल इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) 27 जून को लघु सचिवालय का घेराव करेगी। इस दौरान वह प्रवासी मजदूरों के लिए सरकारी पक्के मकान बनवाने की मांग को जोरशोर से उठाएगी। यूनियन की मानें तो इस मौके पर ही सेक्टर 16-17 में झुग्गियां जलने से बेघर हुए प्रवासी मजदूरों के पुनर्वास को लेकर फैसला लेगी।
बता दें कि 11 जून को सेक्टर 16-17 में विश्वासपुरम के पास स्थित झुग्गियों में आग लगने से 100 से ज्यादा झुग्गियां जलकर राख हो गईं थी। इसके बाद विभिन्न संगठनों सहित शहरवासी इन लोगों की मदद के लिए आगे आए और इनके लिए दोबारा से झुग्गियां बनाकर देने का फैसला किया। जिला प्रशासन ने भी इन्हें आर्थिक मदद देने की घोषणा की। मगर, यहां इस बात को लेकर विवाद हो गया कि इन्हें दोबारा से कहां बसाया जाए। पहले विश्वास कॉलोनी व बाद में सेक्टरवासी इन्हें दोबारा से उसी जगह पर बसाने का विरोध करने लगे। इसे देखते हुए इन्हें किसी अन्य जगह पर बसाने की तैयारी भी शुरू कर दी गई थी कि तभी सीटू झुग्गीवासियों के समर्थन में खड़ी हो गई। सीटू ने जिला प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था कि अगर इन प्रवासी मजदूरों को पक्के सरकारी मकान बनने से पहले यहां से हटाया गया तो यूनियन इसका पुरजोर विरोध करेगी।
नई झुग्गियां बनाने का काम जारी
उधर, बेघर हुए लोगों के लिए साउथ बाईपास के किनारे नई झुग्गियां बनाने का काम जारी है। यहां करीब 20 झुग्गियां बनाई जानी है। हालांकि अभी सभी झुग्गीवासी यहां बसना नहीं चाहते। संगठनों की मानें तो इस जगह के अलावा झुग्गियां बनाने के लिए और जगह भी देखी जा रही है।
वर्जन
यूनियन 27 जून को लघु सचिवालय पर जिलास्तरीय प्रदर्शन करेगी। इस दौरान वह प्रवासी मजदूरों के लिए अधिनियम 1979-81 के तहत सरकारी पक्के मकान बनाकर देने की मांग करेंगे।
कामरेड सुरेश, जिला सचिव, सीटू
हिसार। सेक्टर 16-17 में झुग्गियों में आग लगने के मामले में सेंट्रल इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) 27 जून को लघु सचिवालय का घेराव करेगी। इस दौरान वह प्रवासी मजदूरों के लिए सरकारी पक्के मकान बनवाने की मांग को जोरशोर से उठाएगी। यूनियन की मानें तो इस मौके पर ही सेक्टर 16-17 में झुग्गियां जलने से बेघर हुए प्रवासी मजदूरों के पुनर्वास को लेकर फैसला लेगी।
बता दें कि 11 जून को सेक्टर 16-17 में विश्वासपुरम के पास स्थित झुग्गियों में आग लगने से 100 से ज्यादा झुग्गियां जलकर राख हो गईं थी। इसके बाद विभिन्न संगठनों सहित शहरवासी इन लोगों की मदद के लिए आगे आए और इनके लिए दोबारा से झुग्गियां बनाकर देने का फैसला किया। जिला प्रशासन ने भी इन्हें आर्थिक मदद देने की घोषणा की। मगर, यहां इस बात को लेकर विवाद हो गया कि इन्हें दोबारा से कहां बसाया जाए। पहले विश्वास कॉलोनी व बाद में सेक्टरवासी इन्हें दोबारा से उसी जगह पर बसाने का विरोध करने लगे। इसे देखते हुए इन्हें किसी अन्य जगह पर बसाने की तैयारी भी शुरू कर दी गई थी कि तभी सीटू झुग्गीवासियों के समर्थन में खड़ी हो गई। सीटू ने जिला प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था कि अगर इन प्रवासी मजदूरों को पक्के सरकारी मकान बनने से पहले यहां से हटाया गया तो यूनियन इसका पुरजोर विरोध करेगी।
नई झुग्गियां बनाने का काम जारी
उधर, बेघर हुए लोगों के लिए साउथ बाईपास के किनारे नई झुग्गियां बनाने का काम जारी है। यहां करीब 20 झुग्गियां बनाई जानी है। हालांकि अभी सभी झुग्गीवासी यहां बसना नहीं चाहते। संगठनों की मानें तो इस जगह के अलावा झुग्गियां बनाने के लिए और जगह भी देखी जा रही है।
वर्जन
यूनियन 27 जून को लघु सचिवालय पर जिलास्तरीय प्रदर्शन करेगी। इस दौरान वह प्रवासी मजदूरों के लिए अधिनियम 1979-81 के तहत सरकारी पक्के मकान बनाकर देने की मांग करेंगे।
कामरेड सुरेश, जिला सचिव, सीटू
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