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गगन तलवार
करनाल। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम पिछले आठ वर्षों में सबसे शानदार रहा है। प्रतिशत के मामले में करनाल 2020 से तीन कदम आगे बढ़ा हैं, लेकिन प्रदेश में प्रदर्शन के मामले में पांच कदम पीछे आया है। 2020 में जिला करनाल सातवें पायदान पर था, इस बार 12वें नंबर पर है। वहीं जिला यमुनानगर आठवें स्थान पर है।
इस बार शिक्षा विभाग की ओर से भी 2021 की तरह 100 प्रतिशत परिणाम का लक्ष्य रखा गया था। इसके लिए विशेष योजना भी बनाई गई फिर भी 87.62 प्रतिशत परिणाम के साथ 13 कदम पीछे रह गए। हालांकि यह प्रदर्शन पिछले वर्षों के मुकाबले सबसे शानदार है। गत वर्ष कोरोना के कारण बिना परीक्षा ही सभी विद्यार्थियों को पास कर दिया गया था। योजना के अनुसार 100 प्रतिशत परिणाम के लिए जिला, खंड व स्कूल स्तर पर मॉनिटरिंग कमेटी का गठन किया गया था। पिछले वर्षों के परिणाम पर नजर डालें तो सबसे खराब स्थिति 48.56 प्रतिशत परिणाम के साथ 2015 में थी, वहीं 2020 में 83.79 फीसदी यानी इस बार के परिणाम से 3.89 प्रतिशत कम परिणाम था। ब्यूरो
सात वर्ष बाद प्रदेश में टॉप-3 में आया करनाल
पिछले सात वर्षों से धीरे-धीरे परीक्षा परिणाम सुधरा है। वहीं बोर्ड की प्रदेश की टॉप-3 की सूची में भी करनाल ने अपना नाम दर्ज किया है। पिछले सात वर्षों से करनाल का कोई भी विद्यार्थी इस सूची में शामिल नहीं हुआ। इस बार भी बस्तली की बेटी कृति ने कला संकाय में तीसरा स्थान प्राप्त कर करनाल को आगे आने का मौका दिया है। हालांकि ओवरआल टॉप-3 में आने से करनाल इस बार भी चूका है।
होनहारों की लगन और शिक्षकों की मेहनत से आया सुधार
परिणाम होनहार विद्यार्थियों की लगन और शिक्षकों की मेहनत से बढ़ा है। 2019 में करनाल का परीक्षा परिणाम 74.86 प्रतिशत रहा। जबकि वर्ष 2018 में परिणाम 63.95 प्रतिशत रहा। इससे पहले 2017 में परिणाम 62.51 प्रतिशत था। इससे पहले वर्ष 2016 में करीब 50 प्रतिशत और 2015 में इससे भी कम था। लगातार खराब परीक्षा परिणाम आने से करनाल जिले को निराशा हाथ लग रही थी।
किस जिले की क्या रही स्थिति
रैंक जिला परिणाम
01. चरखीदादरी 90.85
02. रेवाड़ी 90.30
03. पानीपत 90.21
04. फतेहाबाद 89.69
05. सिरसा 89.65
06. कैथल 88.98
07. महेंद्रगढ़ 88.70
08. यमुनानगर 88.47
09. जींद 88.43
10. हिसार 87.82
11. भिवानी 87.76
12. करनाल 87.62
जानिए किस वर्ष कितना रहा परिणाम
वर्ष – परिणाम (प्रतिशत में)
2022 – 87.62
2021 – 100 (बिना परीक्षा सभी पास)
2020 – 83.79
2019 – 74.86
2018 – 63.95
2017 – 62.51
2016 – 50.02
2015 – 48.56
परीक्षा परिणाम शानदार रहा है। विद्यार्थियों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। पहले से हमारे जिले का रिजल्ट भी काफी बढ़ा है। इस बार 100 प्रतिशत तक परिणाम लाने का विभाग का लक्ष्य भी पूरा नहीं हो पाया।
– राजपाल चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी
गगन तलवार
करनाल। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम पिछले आठ वर्षों में सबसे शानदार रहा है। प्रतिशत के मामले में करनाल 2020 से तीन कदम आगे बढ़ा हैं, लेकिन प्रदेश में प्रदर्शन के मामले में पांच कदम पीछे आया है। 2020 में जिला करनाल सातवें पायदान पर था, इस बार 12वें नंबर पर है। वहीं जिला यमुनानगर आठवें स्थान पर है।
इस बार शिक्षा विभाग की ओर से भी 2021 की तरह 100 प्रतिशत परिणाम का लक्ष्य रखा गया था। इसके लिए विशेष योजना भी बनाई गई फिर भी 87.62 प्रतिशत परिणाम के साथ 13 कदम पीछे रह गए। हालांकि यह प्रदर्शन पिछले वर्षों के मुकाबले सबसे शानदार है। गत वर्ष कोरोना के कारण बिना परीक्षा ही सभी विद्यार्थियों को पास कर दिया गया था। योजना के अनुसार 100 प्रतिशत परिणाम के लिए जिला, खंड व स्कूल स्तर पर मॉनिटरिंग कमेटी का गठन किया गया था। पिछले वर्षों के परिणाम पर नजर डालें तो सबसे खराब स्थिति 48.56 प्रतिशत परिणाम के साथ 2015 में थी, वहीं 2020 में 83.79 फीसदी यानी इस बार के परिणाम से 3.89 प्रतिशत कम परिणाम था। ब्यूरो
सात वर्ष बाद प्रदेश में टॉप-3 में आया करनाल
पिछले सात वर्षों से धीरे-धीरे परीक्षा परिणाम सुधरा है। वहीं बोर्ड की प्रदेश की टॉप-3 की सूची में भी करनाल ने अपना नाम दर्ज किया है। पिछले सात वर्षों से करनाल का कोई भी विद्यार्थी इस सूची में शामिल नहीं हुआ। इस बार भी बस्तली की बेटी कृति ने कला संकाय में तीसरा स्थान प्राप्त कर करनाल को आगे आने का मौका दिया है। हालांकि ओवरआल टॉप-3 में आने से करनाल इस बार भी चूका है।
होनहारों की लगन और शिक्षकों की मेहनत से आया सुधार
परिणाम होनहार विद्यार्थियों की लगन और शिक्षकों की मेहनत से बढ़ा है। 2019 में करनाल का परीक्षा परिणाम 74.86 प्रतिशत रहा। जबकि वर्ष 2018 में परिणाम 63.95 प्रतिशत रहा। इससे पहले 2017 में परिणाम 62.51 प्रतिशत था। इससे पहले वर्ष 2016 में करीब 50 प्रतिशत और 2015 में इससे भी कम था। लगातार खराब परीक्षा परिणाम आने से करनाल जिले को निराशा हाथ लग रही थी।
किस जिले की क्या रही स्थिति
रैंक जिला परिणाम
01. चरखीदादरी 90.85
02. रेवाड़ी 90.30
03. पानीपत 90.21
04. फतेहाबाद 89.69
05. सिरसा 89.65
06. कैथल 88.98
07. महेंद्रगढ़ 88.70
08. यमुनानगर 88.47
09. जींद 88.43
10. हिसार 87.82
11. भिवानी 87.76
12. करनाल 87.62
जानिए किस वर्ष कितना रहा परिणाम
वर्ष – परिणाम (प्रतिशत में)
2022 – 87.62
2021 – 100 (बिना परीक्षा सभी पास)
2020 – 83.79
2019 – 74.86
2018 – 63.95
2017 – 62.51
2016 – 50.02
2015 – 48.56
परीक्षा परिणाम शानदार रहा है। विद्यार्थियों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। पहले से हमारे जिले का रिजल्ट भी काफी बढ़ा है। इस बार 100 प्रतिशत तक परिणाम लाने का विभाग का लक्ष्य भी पूरा नहीं हो पाया।
– राजपाल चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी
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