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अंबाला. जब हमारे शहर का कोई बच्चा विदेशों में जाकर नाम कमाता है तो इससे ज्यादा गर्व की बात हमारे लिए कोई नहीं होती. ऐसा ही पेरिस ओलंपिक में शूटिंग में अंबाला के बेटे सरबजोत ने पदक जीतकर किया है. उन्होंने 10 मीटर मिक्सड कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता है. इस जीत से पूरे गांव और शहर में जश्न का माहौल है. पदक जीतने के बाद आज सरबजोत पहली बार अंबाला अपने पैतृक गांव धीन पहुंचे, जहां पूरे परिवार और गांव ने मिलकर सरबजोत का धूमधाम से स्वागत किया.
सरबजोत ने पहले घर के पास बने पीर बाबा पर माथा टेका और फिर उनकी मां ने आरती कर घर में सरबजोत का स्वागत किया. इस दौरान ढोल बजाकर सब खुशी से झूमते दिखाई दिए. उन्होंने बताया कि वे बेहद खुश हैं कि उन्होंने देश का नाम रोशन किया है. इस मैच में जो कमियां रहीं, उन्हें दूर करने के लिए वे निरंतर प्रयास करेंगे. उन्होंने बेटियों को भी संदेश देते हुए कहा कि किसी न किसी खेल में हमें हिस्सा जरूर लेना चाहिए और देश का नाम रोशन करना चाहिए.
2016 में शूटिंग की प्रैक्टिस शुरू की
सर्वजोत ने बताया कि उन्होंने साल 2016 में शूटिंग की प्रैक्टिस शुरू की थी. इस दौरान उन्हें बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. रोजाना कई किलोमीटर दूर अपने गांव से शूटिंग एकेडमी तक जाने में उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, लेकिन आज उनकी इस मेहनत का फल उन्हें मिल रहा है और वह एक अच्छे मुकाम पर हैं. उन्होंने सभी को यह संदेश दिया कि मेहनत से कभी न घबराएं, क्योंकि मेहनत ही सफलता की पूंजी है. उन्होंने अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने परिजनों को दिया, क्योंकि परिजनों ने ही उन्हें सबसे ज्यादा सपोर्ट किया और उनके हर फैसले में उनके साथ खड़े रहे.
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