पूर्व फौजी के बेटे ने की आत्महत्या


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रोहतक। पूर्व फौजी के बेटे जींद के लिजवाना कलां निवासी 23 वर्षीय सचिन लाठर ने वीरवार सुबह रोहतक स्थित पीजी में फंदा लगाकर जान दे दी। पिता का कहना है कि वह नौकरी के लिए परेशान था। साथ ही ब्लड रिलेशनशिप के तहत सेना में भर्ती के लिए आवेदन किया था, लेकिन अभी लिखित परीक्षा होनी बाकी थी। जबकि पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीना का कहना है कि केस का सेना की भर्ती योजना अग्निपथ से कोई संबंध नहीं है। फिलहाल पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया।
डीएसपी महेश कुमार ने बताया कि सुबह सूचना मिली कि देव कॉलोनी स्थित पीजी में एक छात्र ने सुसाइड कर लिया है। पीजीआई थाने से पुलिस मौके पर पहुंची और एफएसएल एक्सपर्ट की मौजूदगी में जांच पड़ताल की। मृतक की पहचान जींद के लिजवाना कलां निवासी सचिन लाठर के तौर पर हुई, जो नेकीराम कॉलेज में बीसीए का अंतिम वर्ष का छात्र था। साथ ही रोहतक के पीजी में रहकर नौकरी के लिए तैयारी कर रहा था।
शाम को हुई पिता से बात, नहीं किया परेशानी का जिक्र
लिजवाना कलां निवासी सतपाल ने बताया कि उसके दो बेटे व तीन बेटियां हैं। पत्नी का दो साल पहले देहांत हो गया था। छोटे बेटे सचिन ने ब्लड रिलेशनशिप के तहत होने वाली सेना की भर्ती के लिए आवेदन किया था। अब उसकी लिखित परीक्षा होनी बाकी थी। वह रोहतक में रहकर नौकरी की तैयारी कर रहा था। बुधवार शाम को रात करीब 8 बजकर 7 मिनट पर उसकी सचिन से फोन पर बात हुई। उसने किसी तरह की परेशानी का जिक्र नहीं किया था। अग्निपथ भर्ती योजना को लेकर सतपाल का कहना है कि सचिन ने ऐसा कुछ नहीं कहा। न ही मुझे खुद इस योजना का कुछ पता है।
वर्जन-
मृतक के पिता ने अपने बयानों में सेना भर्ती को लेकर कोई जिक्र नहीं किया है। केवल इतना कहा है कि उसका बेटा सचिन नौकरी की तैयारी कर रहा था। तनाव में आकर उसने जान दे दी। इसमें किसी का कोई कसूर नहीं है।
– महेश कुमार, डीएसपी

दोस्त बोले, रात को तीन बजे आए थे पार्टी करके
पीजी में साथ रहने वाले सचिन के दोस्तों का कहना है कि रात को सभी पार्टी करने गए थे। तड़के तीन बजे के करीब आए थे। सचिन अपने कमरे में सोने चला गया। सुबह अंदर से दरवाजा बंद मिला। दरवाजे के छेद में से देखा तो सचिन फंदे पर लटका हुआ था। किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला है।

रोहतक। पूर्व फौजी के बेटे जींद के लिजवाना कलां निवासी 23 वर्षीय सचिन लाठर ने वीरवार सुबह रोहतक स्थित पीजी में फंदा लगाकर जान दे दी। पिता का कहना है कि वह नौकरी के लिए परेशान था। साथ ही ब्लड रिलेशनशिप के तहत सेना में भर्ती के लिए आवेदन किया था, लेकिन अभी लिखित परीक्षा होनी बाकी थी। जबकि पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीना का कहना है कि केस का सेना की भर्ती योजना अग्निपथ से कोई संबंध नहीं है। फिलहाल पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया।

डीएसपी महेश कुमार ने बताया कि सुबह सूचना मिली कि देव कॉलोनी स्थित पीजी में एक छात्र ने सुसाइड कर लिया है। पीजीआई थाने से पुलिस मौके पर पहुंची और एफएसएल एक्सपर्ट की मौजूदगी में जांच पड़ताल की। मृतक की पहचान जींद के लिजवाना कलां निवासी सचिन लाठर के तौर पर हुई, जो नेकीराम कॉलेज में बीसीए का अंतिम वर्ष का छात्र था। साथ ही रोहतक के पीजी में रहकर नौकरी के लिए तैयारी कर रहा था।

शाम को हुई पिता से बात, नहीं किया परेशानी का जिक्र

लिजवाना कलां निवासी सतपाल ने बताया कि उसके दो बेटे व तीन बेटियां हैं। पत्नी का दो साल पहले देहांत हो गया था। छोटे बेटे सचिन ने ब्लड रिलेशनशिप के तहत होने वाली सेना की भर्ती के लिए आवेदन किया था। अब उसकी लिखित परीक्षा होनी बाकी थी। वह रोहतक में रहकर नौकरी की तैयारी कर रहा था। बुधवार शाम को रात करीब 8 बजकर 7 मिनट पर उसकी सचिन से फोन पर बात हुई। उसने किसी तरह की परेशानी का जिक्र नहीं किया था। अग्निपथ भर्ती योजना को लेकर सतपाल का कहना है कि सचिन ने ऐसा कुछ नहीं कहा। न ही मुझे खुद इस योजना का कुछ पता है।

वर्जन-

मृतक के पिता ने अपने बयानों में सेना भर्ती को लेकर कोई जिक्र नहीं किया है। केवल इतना कहा है कि उसका बेटा सचिन नौकरी की तैयारी कर रहा था। तनाव में आकर उसने जान दे दी। इसमें किसी का कोई कसूर नहीं है।

– महेश कुमार, डीएसपी



दोस्त बोले, रात को तीन बजे आए थे पार्टी करके

पीजी में साथ रहने वाले सचिन के दोस्तों का कहना है कि रात को सभी पार्टी करने गए थे। तड़के तीन बजे के करीब आए थे। सचिन अपने कमरे में सोने चला गया। सुबह अंदर से दरवाजा बंद मिला। दरवाजे के छेद में से देखा तो सचिन फंदे पर लटका हुआ था। किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला है।

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