पास होने के बाद दस्तावेज सत्यापन में 18 छात्र सूची से बाहर


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फतेहाबाद। एनएमएमएस यानी राष्ट्रीय साधन एवं योग्यता परीक्षा के जारी हुए प्रोविजनल परिणाम के बाद फर्जीवाड़ा सामने आया है। विद्यार्थियों ने आवेदन करते समय फर्जी जानकारी दी थी और परीक्षा भी दे दी। प्रोविजनल परीक्षा परिणाम में विद्यार्थी पास भी हो गए लेकिन जब दस्तावेजों की जांच हुई तो 18 विद्यार्थियों का फर्जीवाड़ा सामने आया है। शिक्षा विभाग ने अब इन 18 विद्यार्थियों को एनएमएमएस के लाभ सूची से बाहर कर दिया है। अभी पांच विद्यार्थियों के आवेदन पर भी पेंच फंसा हुआ है। इसको लेकर सोमवार को फैसला होगा।
शिक्षा विभाग ने एनएमएमएस की परीक्षा ली थी, जिसमें 216 विद्यार्थी पास हुए। प्रदेश में जिला पहले स्थान पर रहा था। परीक्षा परिणाम 20 मई को जारी हुआ था, इसके बाद शिक्षा विभाग ने पास हुए विद्यार्थियों से दस्तावेज वेरिफिकेशन के लिए मांगे थे। शिक्षा विभाग ने जब दस्तावेजों की वेरिफिकेशन की तो उसमें आठ विद्यार्थी ऐसे मिले जिनके परिवार की आय दो से चार लाख रुपये तक है। जबकि नियम है कि डेढ़ लाख से अधिक आय नहीं होनी चाहिए। आठ विद्यार्थी ऐसे भी है जिन्होंने आठवीं कक्षा तो सरकारी से पास की लेकिन निजी स्कूल में नौंवी कक्षा में दाखिला ले लिया। इसके अलावा दो विद्यार्थी ऐसे है जिन्होंने सातवीं कक्षा निजी स्कूल से पास की है जबकि शर्त है कि आवेदन करने वाला विद्यार्थी सातवीं कक्षा सरकारी स्कूल से पास होना चाहिए।
आवेदन में लिखी होती है शर्तें, फिर भी दी फर्जी जानकारी
एनएमएमएस परीक्षा उन विद्यार्थियों की ली जाती है जो कि सरकारी स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ रहा होता है। आवेदन वो ही विद्यार्थी कर सकता है जिसके परिवार की आय डेढ़ लाख से कम होती है और वह नौंवी कक्षा में भी सरकारी स्कूल में होना चाहिए। लेकिन बावजूद इसके छात्रों ने आवेदन के दौरान गलत जानकारी दी। शिक्षा विभाग ने परिवार पहचान पत्र से आय की वेरिफिकेशन की तो वह फर्जी मिली।
पांच विद्यार्थियों के आवेदनों में भी पेंच फंसा :
दस्तावेज वेरिफिकेशन में पांच विद्यार्थियों के आवेदनों पर भी पेंच फंसा हुआ है। दस्तावेज वेरिफिकेशन के दौरान पांच विद्यार्थियों के नाम मूल दस्तावेजों से मेल नहीं खा रहे हैं। यहां तक की मां-बाप के नाम भी गलत है। इसको लेकर सोमवार को शिक्षा विभाग अधिकारी फैसला लेंगे। इसके बाद एससीईआरटी को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
एनएमएमएस परीक्षा का खंड स्तर पर ये रहा था परीक्षा परिणाम
खंड पास हुए विद्यार्थियों की संख्या
भूना 103
फतेहाबाद 33
टोहाना 26
भट्टू कलां 24
रतिया 24
जाखल 06
इन स्कूलों ने तोड़ा है रिकॉर्ड :
स्कूल पास हुए विद्यार्थी
राजकीय हाई स्कूल ढाणी गोपाल 35
राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल बैजलपुर 22
राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल गाजूवाला 10
राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल धोलू 08
राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल टिब्बी 08
आरोही स्कूल जल्लोपुर 06
राजकीय कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल जांडली 08
एनएमएमएस परीक्षा को लेकर दस्तावेज वेरिफिकेशन की गई। इसमें आठ विद्यार्थी ऐसे है जिनके परिवार की आय गलत मिली है। 10 विद्यार्थियों में से आठ विद्यार्थी ऐसे है जो कि निजी स्कूल में दाखिला ले चुके और दो ऐसे हैं जिन्होंने सातवीं कक्षा निजी स्कूल से पास की थी। 18 विद्यार्थी एनएमएमएस की परीक्षा पास करने के बाद लाभ सूची से बाहर हो गए हैं।
– रमेश कुमार, जिला गणित विशेषज्ञ

फतेहाबाद। एनएमएमएस यानी राष्ट्रीय साधन एवं योग्यता परीक्षा के जारी हुए प्रोविजनल परिणाम के बाद फर्जीवाड़ा सामने आया है। विद्यार्थियों ने आवेदन करते समय फर्जी जानकारी दी थी और परीक्षा भी दे दी। प्रोविजनल परीक्षा परिणाम में विद्यार्थी पास भी हो गए लेकिन जब दस्तावेजों की जांच हुई तो 18 विद्यार्थियों का फर्जीवाड़ा सामने आया है। शिक्षा विभाग ने अब इन 18 विद्यार्थियों को एनएमएमएस के लाभ सूची से बाहर कर दिया है। अभी पांच विद्यार्थियों के आवेदन पर भी पेंच फंसा हुआ है। इसको लेकर सोमवार को फैसला होगा।

शिक्षा विभाग ने एनएमएमएस की परीक्षा ली थी, जिसमें 216 विद्यार्थी पास हुए। प्रदेश में जिला पहले स्थान पर रहा था। परीक्षा परिणाम 20 मई को जारी हुआ था, इसके बाद शिक्षा विभाग ने पास हुए विद्यार्थियों से दस्तावेज वेरिफिकेशन के लिए मांगे थे। शिक्षा विभाग ने जब दस्तावेजों की वेरिफिकेशन की तो उसमें आठ विद्यार्थी ऐसे मिले जिनके परिवार की आय दो से चार लाख रुपये तक है। जबकि नियम है कि डेढ़ लाख से अधिक आय नहीं होनी चाहिए। आठ विद्यार्थी ऐसे भी है जिन्होंने आठवीं कक्षा तो सरकारी से पास की लेकिन निजी स्कूल में नौंवी कक्षा में दाखिला ले लिया। इसके अलावा दो विद्यार्थी ऐसे है जिन्होंने सातवीं कक्षा निजी स्कूल से पास की है जबकि शर्त है कि आवेदन करने वाला विद्यार्थी सातवीं कक्षा सरकारी स्कूल से पास होना चाहिए।

आवेदन में लिखी होती है शर्तें, फिर भी दी फर्जी जानकारी

एनएमएमएस परीक्षा उन विद्यार्थियों की ली जाती है जो कि सरकारी स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ रहा होता है। आवेदन वो ही विद्यार्थी कर सकता है जिसके परिवार की आय डेढ़ लाख से कम होती है और वह नौंवी कक्षा में भी सरकारी स्कूल में होना चाहिए। लेकिन बावजूद इसके छात्रों ने आवेदन के दौरान गलत जानकारी दी। शिक्षा विभाग ने परिवार पहचान पत्र से आय की वेरिफिकेशन की तो वह फर्जी मिली।

पांच विद्यार्थियों के आवेदनों में भी पेंच फंसा :

दस्तावेज वेरिफिकेशन में पांच विद्यार्थियों के आवेदनों पर भी पेंच फंसा हुआ है। दस्तावेज वेरिफिकेशन के दौरान पांच विद्यार्थियों के नाम मूल दस्तावेजों से मेल नहीं खा रहे हैं। यहां तक की मां-बाप के नाम भी गलत है। इसको लेकर सोमवार को शिक्षा विभाग अधिकारी फैसला लेंगे। इसके बाद एससीईआरटी को रिपोर्ट भेजी जाएगी।

एनएमएमएस परीक्षा का खंड स्तर पर ये रहा था परीक्षा परिणाम

खंड पास हुए विद्यार्थियों की संख्या

भूना 103

फतेहाबाद 33

टोहाना 26

भट्टू कलां 24

रतिया 24

जाखल 06

इन स्कूलों ने तोड़ा है रिकॉर्ड :

स्कूल पास हुए विद्यार्थी

राजकीय हाई स्कूल ढाणी गोपाल 35

राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल बैजलपुर 22

राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल गाजूवाला 10

राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल धोलू 08

राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल टिब्बी 08

आरोही स्कूल जल्लोपुर 06

राजकीय कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल जांडली 08

एनएमएमएस परीक्षा को लेकर दस्तावेज वेरिफिकेशन की गई। इसमें आठ विद्यार्थी ऐसे है जिनके परिवार की आय गलत मिली है। 10 विद्यार्थियों में से आठ विद्यार्थी ऐसे है जो कि निजी स्कूल में दाखिला ले चुके और दो ऐसे हैं जिन्होंने सातवीं कक्षा निजी स्कूल से पास की थी। 18 विद्यार्थी एनएमएमएस की परीक्षा पास करने के बाद लाभ सूची से बाहर हो गए हैं।

– रमेश कुमार, जिला गणित विशेषज्ञ

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