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पानीपत। गांव सिवाह के पास पश्चिमी यमुना लिंक नहर में इंटरलॉक टाइल्स की फैक्टरी का मालिक संदिग्ध परिस्थितियों में डूब गया। वह अपने मौसेरे और चचेरे भाई के साथ नहर में नहाने गया था। परिजनों ने गोताखोर की मदद से तलाश शुरू की। शनिवार दोपहर करीब सवा 12 बजे खुबडू झाल पर फैक्टरी मालिक का शव मिला। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।
समालखा के बाग वाले मोहल्ले का निवासी सोनू नांदल (34) की इंटरलॉक टाइल्स की फैक्टरी है। शुक्रवार को गर्मी ज्यादा होने के कारण उसने अपने मौसेरे भाई मनदीप और चचेरे भाई काला निवासी पुरखास के साथ नहर पर की योजना बनाई। तीनों शाम करीब पांच बजे समालखा से सिवाह स्थित पश्चिमी लिंक नहर पहुंचे और नहाने उतर गए। नहर में तीनों अलग-अलग जगह नहा रहे थे। मौसेरे भाई मंदीप के अनुसार करीब 45 मिनट नहाने के बाद उन्होंने वहां से चलने की सलाह की। मंदीप और काला नहर से बाहर आ गए लेकिन सोनू बाहर नहीं आया। उन्होंने आवाज लगाई मगर सोनू का कोई जवाब नहीं आया। इसी दौरान उनकी नजर नहर में डूबते हुए सोनू के हाथ पर पड़ी। वह नहर के बीचोबीच था। देखते ही देखते वह पानी में डूब गया। सोनू के तीन बच्चे हैं, जिनमें दो बेटे और एक बेटी है। परिजन उसकी मौत से हैरान हो गए। उनका कहना है कि सोनू को तैरना आता था। इसके बावजूद उसकी डूबने से कैसे मौत हो सकती है।
पानीपत। गांव सिवाह के पास पश्चिमी यमुना लिंक नहर में इंटरलॉक टाइल्स की फैक्टरी का मालिक संदिग्ध परिस्थितियों में डूब गया। वह अपने मौसेरे और चचेरे भाई के साथ नहर में नहाने गया था। परिजनों ने गोताखोर की मदद से तलाश शुरू की। शनिवार दोपहर करीब सवा 12 बजे खुबडू झाल पर फैक्टरी मालिक का शव मिला। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।
समालखा के बाग वाले मोहल्ले का निवासी सोनू नांदल (34) की इंटरलॉक टाइल्स की फैक्टरी है। शुक्रवार को गर्मी ज्यादा होने के कारण उसने अपने मौसेरे भाई मनदीप और चचेरे भाई काला निवासी पुरखास के साथ नहर पर की योजना बनाई। तीनों शाम करीब पांच बजे समालखा से सिवाह स्थित पश्चिमी लिंक नहर पहुंचे और नहाने उतर गए। नहर में तीनों अलग-अलग जगह नहा रहे थे। मौसेरे भाई मंदीप के अनुसार करीब 45 मिनट नहाने के बाद उन्होंने वहां से चलने की सलाह की। मंदीप और काला नहर से बाहर आ गए लेकिन सोनू बाहर नहीं आया। उन्होंने आवाज लगाई मगर सोनू का कोई जवाब नहीं आया। इसी दौरान उनकी नजर नहर में डूबते हुए सोनू के हाथ पर पड़ी। वह नहर के बीचोबीच था। देखते ही देखते वह पानी में डूब गया। सोनू के तीन बच्चे हैं, जिनमें दो बेटे और एक बेटी है। परिजन उसकी मौत से हैरान हो गए। उनका कहना है कि सोनू को तैरना आता था। इसके बावजूद उसकी डूबने से कैसे मौत हो सकती है।
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