पदक जीतकर मजदूर पिता का सपना किया पूरा


ख़बर सुनें

माई सिटी रिपोर्टर
करनाल। प्रदेश की हैंडबॉल टीम में शामिल कर्ण नगरी के गांव बीजना निवासी प्रिंस ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स के तहत टीम इवेंट में रजत पदक जीतकर प्रदेश और अपने गांव का नाम रोशन किया है। प्रतियोगिता पंचकूला में आयोजित हुई। प्रिंस के पिता का सपना है कि उनका बेटा खेलों के जरिए देश की सेवा करे।
मजदूरी कर परिवार चलाने वाले जोगिंदर सिंह ने बताया कि प्रिंस कक्षा 10 से ही गांव में सेना में जाने की तैयारी करता था। इसी दौरान प्रिंस पर हैंडबॉल खेल प्रशिक्षक राज धारीवाल और अंकुश की नज़र पड़ी और शुरू हो गया खेल का सफर। उसके बाद लगभग दो वर्ष से हैंडबॉल में प्रिंस ने जिला व प्रदेश स्तर पर कई पदक जीते। प्रिंस ने अपने कॅरियर के पहले नेशनल खेलो इंडिया यूथ गेम्स में शुरूआत से ही शानदार खेल का प्रदर्शन किया।
प्रदेश की टीम में सेंटर में खेलते हुए पहले मैच में मध्य प्रदेश के खिलाफ पांच, दूसरे मैच में पंजाब के खिलाफ सात, तीसरे मैच में मध्य प्रदेश के खिलाफ नौ और फाइनल में दिल्ली के खिलाफ सात गोल किए। प्रिंस आर्थिक रूप से कमजोर अपने परिवार की मदद करने के लिए खेती और पशु पालन में हाथ बंटाता है। उसका सपना खेलोें में इंटरनेशनल स्तर पर देश के लिए पदक लाना और सेना में भर्ती होकर देश सेवा करना है। प्रिंस इस समय कैथल स्थित शिक्षा भारती स्पोर्ट्स अकादमी में हैंडबॉल का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा है।

माई सिटी रिपोर्टर

करनाल। प्रदेश की हैंडबॉल टीम में शामिल कर्ण नगरी के गांव बीजना निवासी प्रिंस ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स के तहत टीम इवेंट में रजत पदक जीतकर प्रदेश और अपने गांव का नाम रोशन किया है। प्रतियोगिता पंचकूला में आयोजित हुई। प्रिंस के पिता का सपना है कि उनका बेटा खेलों के जरिए देश की सेवा करे।

मजदूरी कर परिवार चलाने वाले जोगिंदर सिंह ने बताया कि प्रिंस कक्षा 10 से ही गांव में सेना में जाने की तैयारी करता था। इसी दौरान प्रिंस पर हैंडबॉल खेल प्रशिक्षक राज धारीवाल और अंकुश की नज़र पड़ी और शुरू हो गया खेल का सफर। उसके बाद लगभग दो वर्ष से हैंडबॉल में प्रिंस ने जिला व प्रदेश स्तर पर कई पदक जीते। प्रिंस ने अपने कॅरियर के पहले नेशनल खेलो इंडिया यूथ गेम्स में शुरूआत से ही शानदार खेल का प्रदर्शन किया।

प्रदेश की टीम में सेंटर में खेलते हुए पहले मैच में मध्य प्रदेश के खिलाफ पांच, दूसरे मैच में पंजाब के खिलाफ सात, तीसरे मैच में मध्य प्रदेश के खिलाफ नौ और फाइनल में दिल्ली के खिलाफ सात गोल किए। प्रिंस आर्थिक रूप से कमजोर अपने परिवार की मदद करने के लिए खेती और पशु पालन में हाथ बंटाता है। उसका सपना खेलोें में इंटरनेशनल स्तर पर देश के लिए पदक लाना और सेना में भर्ती होकर देश सेवा करना है। प्रिंस इस समय कैथल स्थित शिक्षा भारती स्पोर्ट्स अकादमी में हैंडबॉल का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा है।

.


What do you think?

फतेहाबाद में वारदात: योगिता की हत्या से गम और गुस्से का माहौल, बड़ी बहन जिंदगी और मौत से कर रही संघर्ष

निजीकरण का असर, 59 प्रतिशत घटा परिवहन विभाग का राजस्व