पंचकूला से मिला निर्देश तो बूस्टरों के संयुक्त निरीक्षण के लिए राजी हुआ जनस्वास्थ्य विभाग


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रोहतक। अभी तक अमृत प्रोजेक्ट के तहत बने पांचों बूस्टर का संयुक्त निरीक्षण करने से ना नुकूर कर रहे जनस्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को यू टर्न ले लिया। मुख्यालय पंचकूला से निर्देश मिलने के बाद अब वीरवार को निगम व जनस्वास्थ्य विभाग के इंजीनियरों की टीम बैठक कर बूस्टरों का जायजा लेगी। खामियां दूर करेंगी और जरूरी व्यवस्थाएं पूरी होंगी। अफसरों का कहना है कि यदि सही रहा तो एक माह में पांचों बूस्टर चालू हो जाएंगे जिससे एक लाख से ज्यादा आबादी को पेयजल किल्लत से राहत मिलेगी।
जनस्वास्थ्य विभाग की प्लानिंग के तहत नगर निगम ने अमृत प्रोजेक्ट के तहत सुचारु पेयजल आपूर्ति के लिए पालिका कॉलोनी, पटेल नगर, एकता कॉलोनी, माता दरवाजा और सुखपुरा चौक पर बूस्टर बनवाए। करोड़ों रुपये की लागत से बने पांचों बूस्टर अभी तक चालू नहीं हो सके हैं। इसको लेकर उच्चाधिकारियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए जल्द से जल्द चालू करने के निर्देश दिए। इस पर नगर निगम अधिकारियों ने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से पांचों बूस्टरों का संयुक्त निरीक्षण करने के लिए कहा ताकि खामियों को दूर किया जा सके। यही नहीं, करीब दो माह पहले पांचों बूस्टरों पर बिजली कनेक्शन व जरूरी काम कराने के लिए 28 लाख रुपये का जनस्वास्थ्य विभाग को भेज दिए। पिछले दिनों जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त निरीक्षण करने की असहमति जताते हुए 28 लाख रुपये निगम को लौटाने की बात कही। अफसरों का कहना था कि बिजली का कनेक्शन नगर निगम लगवाएगा। निगम बूस्टरों को चालू करके देगा। जब ये मामला पंचकूला पहुंचा तो उच्चाधिकारियों ने नगर निगम व जनस्वास्थ्य विभाग के इंजीनियरों की टीम बनाकर संयुक्त निरीक्षण करके खामियों को दूर करने के निर्देश दिए। जिसका परिणाम यह हुआ कि बुधवार को जनस्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने यू टर्न ले लिया। दोनों विभागों के अफसरों के बीच तय हुआ कि वीरवार को इंजीनियरों की संयुक्त बैठक होगी। इसके बाद पांचों बूस्टरों का हर एंगल से निरीक्षण होगा। चिह्नित खामियां दूर करके जल्द से जल्द बूस्टर चालू होंगे। यही नहीं, जनस्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने कहा कि निगम से मिली धनराशि से बिजली का कनेक्शन लेकर अन्य काम भी कराएंगे। नगर निगम के अफसरों का कहना है कि जल्द ही निरीक्षण की खामियों को दूर करके पांचों बूस्टरों से पेयजल सप्लाई शुरू करवा दी जाएगी।
वर्जन –
उच्चाधिकारियों के निर्देश के चलते जनस्वास्थ्य विभाग के इंजीनियरों के साथ वीरवार को बैठक करके संयुक्त निरीक्षण की टीम बनेगी। संयुक्त टीम बूस्टरों का निरीक्षण करके खामियों को चिह्नित करेगी जिन्हें जल्द दूर करेंगे। जनस्वास्थ्य विभाग दो माह पूर्व दिए 28 लाख रुपये से भी काम कराएगा।
– मनजीत दहिया, अधिशासी अभियंता हेड क्वार्टर नगर निगम
अमृत योजना के तहत बने पांचों बूस्टरों का निगम की टीम के साथ हमारे भी इंजीनियर संयुक्त निरीक्षण करेंगे। निगम से मिले 28 लाख रुपये से काम कराए जाएंगे। कोई बात नहीं बिजली का कनेक्शन जनस्वास्थ्य विभाग ले लेगा। निगम पांचों बूस्टर चालू करके देगा, तब हम संचालन करेंगे।
– राजीव गुप्ता, अधीक्षण अभियंता जनस्वास्थ्य विभाग

रोहतक। अभी तक अमृत प्रोजेक्ट के तहत बने पांचों बूस्टर का संयुक्त निरीक्षण करने से ना नुकूर कर रहे जनस्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को यू टर्न ले लिया। मुख्यालय पंचकूला से निर्देश मिलने के बाद अब वीरवार को निगम व जनस्वास्थ्य विभाग के इंजीनियरों की टीम बैठक कर बूस्टरों का जायजा लेगी। खामियां दूर करेंगी और जरूरी व्यवस्थाएं पूरी होंगी। अफसरों का कहना है कि यदि सही रहा तो एक माह में पांचों बूस्टर चालू हो जाएंगे जिससे एक लाख से ज्यादा आबादी को पेयजल किल्लत से राहत मिलेगी।

जनस्वास्थ्य विभाग की प्लानिंग के तहत नगर निगम ने अमृत प्रोजेक्ट के तहत सुचारु पेयजल आपूर्ति के लिए पालिका कॉलोनी, पटेल नगर, एकता कॉलोनी, माता दरवाजा और सुखपुरा चौक पर बूस्टर बनवाए। करोड़ों रुपये की लागत से बने पांचों बूस्टर अभी तक चालू नहीं हो सके हैं। इसको लेकर उच्चाधिकारियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए जल्द से जल्द चालू करने के निर्देश दिए। इस पर नगर निगम अधिकारियों ने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से पांचों बूस्टरों का संयुक्त निरीक्षण करने के लिए कहा ताकि खामियों को दूर किया जा सके। यही नहीं, करीब दो माह पहले पांचों बूस्टरों पर बिजली कनेक्शन व जरूरी काम कराने के लिए 28 लाख रुपये का जनस्वास्थ्य विभाग को भेज दिए। पिछले दिनों जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त निरीक्षण करने की असहमति जताते हुए 28 लाख रुपये निगम को लौटाने की बात कही। अफसरों का कहना था कि बिजली का कनेक्शन नगर निगम लगवाएगा। निगम बूस्टरों को चालू करके देगा। जब ये मामला पंचकूला पहुंचा तो उच्चाधिकारियों ने नगर निगम व जनस्वास्थ्य विभाग के इंजीनियरों की टीम बनाकर संयुक्त निरीक्षण करके खामियों को दूर करने के निर्देश दिए। जिसका परिणाम यह हुआ कि बुधवार को जनस्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने यू टर्न ले लिया। दोनों विभागों के अफसरों के बीच तय हुआ कि वीरवार को इंजीनियरों की संयुक्त बैठक होगी। इसके बाद पांचों बूस्टरों का हर एंगल से निरीक्षण होगा। चिह्नित खामियां दूर करके जल्द से जल्द बूस्टर चालू होंगे। यही नहीं, जनस्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने कहा कि निगम से मिली धनराशि से बिजली का कनेक्शन लेकर अन्य काम भी कराएंगे। नगर निगम के अफसरों का कहना है कि जल्द ही निरीक्षण की खामियों को दूर करके पांचों बूस्टरों से पेयजल सप्लाई शुरू करवा दी जाएगी।

वर्जन –

उच्चाधिकारियों के निर्देश के चलते जनस्वास्थ्य विभाग के इंजीनियरों के साथ वीरवार को बैठक करके संयुक्त निरीक्षण की टीम बनेगी। संयुक्त टीम बूस्टरों का निरीक्षण करके खामियों को चिह्नित करेगी जिन्हें जल्द दूर करेंगे। जनस्वास्थ्य विभाग दो माह पूर्व दिए 28 लाख रुपये से भी काम कराएगा।

– मनजीत दहिया, अधिशासी अभियंता हेड क्वार्टर नगर निगम

अमृत योजना के तहत बने पांचों बूस्टरों का निगम की टीम के साथ हमारे भी इंजीनियर संयुक्त निरीक्षण करेंगे। निगम से मिले 28 लाख रुपये से काम कराए जाएंगे। कोई बात नहीं बिजली का कनेक्शन जनस्वास्थ्य विभाग ले लेगा। निगम पांचों बूस्टर चालू करके देगा, तब हम संचालन करेंगे।

– राजीव गुप्ता, अधीक्षण अभियंता जनस्वास्थ्य विभाग

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