निर्वाचन आयोग सख्त, अधिकारियों की निगाहें नरम


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फतेहाबाद। निकाय चुनाव में निगरानी को लेकर निर्वाचन आयोग की सख्ती के सामने अधिकारियों की निगाहें नरम है। यही कारण है कि चुनाव प्रचार शुरू हुए दस दिन बीतने पर भी कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है जबकि प्रचार पर अंधाधुंध पैसा बहाया जा रहा है। प्रशासन द्वारा प्रचार सामग्री लगाने के लिए जगह चिह्नित होने के बावजूद शहर में गली-मोहल्लों की दीवारें भी बैनर से लेकर पोस्टरों से बदहाल हो चुकी है। गली-गली में पोस्टर व झंडे लगी गाड़ियां दौड़ रही हैं।
गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग द्वारा नगर परिषद अध्यक्ष पद के उम्मीदवार को 16 लाख रुपये जबकि पार्षद पद के उम्मीदवार को तीन लाख 50 हजार रुपये खर्च करने की अनुमति दी गई है। मगर कई पार्षद प्रत्याशी तो चुनाव से एक सप्ताह पहले तक ही निर्धारित राशि खर्च कर चुके हैं। बता दें कि शहर में 12 चेयरमैन उम्मीदवार जबकि 100 पार्षद पद के उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। ज्यादातर पार्षद और चेयरमैन उम्मीदवारों के कार्यालय खुल चुके हैं। कुछ प्रत्याशियों के तो एक से अधिक कार्यालय भी खुले हुए हैं। कुछ पार्षद प्रत्याशी ऐसे भी हैं, जो पूरे वार्ड को दावत दे रहे हैं। इन दावतों में लजीज व्यंजनों से लेकर मिठाई तक परोसी जा रही है। इसके अलावा कार्यालयों में रोजाना खर्च हो रहा है, वह अलग है। ऐसे में अधिकारी कितनी गंभीरता से मॉनिटरिंग कर रहे हैं, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
बिना अनुमति दौड़ रही गाड़ियां, चार को पकड़ा
शहर में प्रशासन की बिना अनुमति के ही गाड़ियां प्रचार अभियान में जुटा रखी हैं। तहसीलदार व नगर परिषद की संयुक्त टीम द्वारा आठ गाड़ियों की जांच की गई। इन गाड़ियों में पैन ड्राइव से वोटों की अपील की जा रही थी। चार गाड़ियों के चालक प्रशासनिक अनुमति नहीं दिखा पाए। इसके बाद टीम ने उनकी गाड़ियों में लगी पैन ड्राइव को जब्त कर लिया गया।
दीवारों से लेकर गेट तक कर रखे गंदे
प्रत्याशियों के पोस्टरों से दीवारों से लेकर संस्थानों के गेट तक गंदे कर दिए गए हैं। नगर परिषद की टीम ने शनिवार को बस स्टैंड, गीता मंदिर रोड, मॉडल टाउन आदि क्षेत्र से अवैध रूप से लगे कई बैनर व पोस्टर उतारे।
बेलगाम सोशल मीडिया, मॉनिटरिंग सुस्त
सोशल मीडिया बेलगाम है। इस पर मॉनिटरिंग की भी बेहतर व्यवस्था नहीं है। अधिकारी भी सोशल मीडिया पर होने वाले प्रचार को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। हर प्रत्याशी के फेसबुक पर कई पेज बने हुए हैं, जिनमें रोजाना प्रचार सामग्री डाली जा रही है।
कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी प्रदीप कुमार ने नगर परिषद व नगर पालिका आम चुनाव 2022 के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने तथा किसी अप्रिय घटना को रोकने हेतू दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 22(1) व 23(2) के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 17 से 19 जून तक अधिकारियों को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है। एडीसी जिले में ओवरऑल इंचार्ज होंगे जबकि एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र में नोडल अधिकारी होंगे। खंड अनुसार पेट्रोलिंग पार्टियों के साथ-साथ एक-एक कार्यकारी ड्यूटी मजिस्ट्रेट रहेगा। खंड फतेहाबाद के लिए एसडीओ आंचल जैन, एसडीओ दीपक कुमार, एसडीओ संदीप चित्रा, डीएम दिलबाग, ट्रेजरी ऑफिसर राकेश कुमार, डीडब्ल्यूओ लालचंद तथा रोजगार अधिकारी राजेश कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट जबकि काडा विभाग के एक्सईएन जेएस मान व पंचायती राज विभाग के एसडीओ रविंद्र खोखर को रिजर्व रखा है। खंड टोहाना के लिए एक्सईएन आदर्श सिंगला, एसडीओ दलविंद्र सिंह, एसडीओ मंदीप सिंह, मार्केट कमेटी सचिव अमित रोहिला, एसडीओ मुकेश को ड्यूटी मजिस्ट्रेट जबकि एसडीओ संजीव व आईटी राजकीय कॉलेज के सहायक प्रोफेसर सतनाम को रिजर्व रखा है। खंड रतिया के लिए एसडीओ महेंद्र सिंह, मार्केट कमेटी सचिव मेजर सिंह, राजकीय महिला महाविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर प्रेम मेहता को ड्यूटी मजिस्ट्रेट जबकि राजकीय महिला महाविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर परमजीत संधा व केटी राजकीय कॉलेज के सहायक प्रोफेसर डॉ. बीरबल सिंह को रिजर्व रखा है। खंड भूना के लिए एडीओ सोहन लाल, एडीओ देविंद्र पाल को ड्यूटी मजिस्ट्रेट जबकि एसडीओ दलबीर सिंह व एसडीई विजय शर्मा को रिजर्व में रखा है।
निकाय चुनाव को लेकर सेक्टर सुपरवाइजर लगाए
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त प्रदीप कुमार ने मतदान केंद्रों पर सेक्टर सुपरवाइजर की नियुक्ति की है। सभी अधिकारी अपनी-अपनी चुनाव ड्यूटी का निर्वहन शांतिपूर्वक ढंग से करेंगे। खंड फतेहाबाद के लिए भोड़िया खेड़ा कॉलेज के सहायक प्रोफेसर डॉ. राजीव कुमार, प्रवीन कुमार, डॉ. मोहिंद्र, पवन कुमार, डॉ. भरत लाल, महेंद्र पाल, डॉ. राकेश कुमार को सेक्टर सुपरवाइजर लगाया है जबकि एसडीओ संदीप कुमार व एसडीओ ओमप्रकाश को रिजर्व में रखा है। खंड टोहाना के लिए एसडीई रामफल मोर, आईजी कॉलेज के सहायक प्रोफेसर राजेश, अनिल कुमार, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. जगसीर सिंह को सेक्टर सुपरवाइजर जबकि सहायक प्रोफेसर सतनाम व राजेंद्र कुमार को रिजर्व में रखा है। खंड रतिया के लिए केटी कॉलेज के सहायक प्रोफेसर डॉ. कृष्ण लाल, डॉ. वीरेंद्र कुमार, दिनेश कुमार को सेक्टर सुपरवाइजर जबकि सहायक प्रोफेसर डॉ. अजीत कुमार व कपिल देव को रिजर्व में रखा है। खंड भूना के लिए राजकीय महाविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुरेंद्र कुमार, डॉ. छोटूराम को सेक्टर सुपरवाइजर जबकि सहायक प्रोफेसर भरत कुमार व अनिल कुमार को रिजर्व रखा है।
ये होगा सेक्टर सुपरवाइजर का काम
सभी सेक्टर सुपरवाइजर्स को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने पोलिंग पार्टियों के मतदान केंद्रों पर पहुंचकर अपने-अपने मतदान केंद्रों को शांतिपूर्वक स्थापित कर लेने की सूचना भी उनसे प्राप्त करके उसी समय दूरभाष पर संबंधित रिटर्निंग अधिकारी को भिजवाएंगे। सभी सेक्टर सुपरवाइजर अपने-अपने मतदान केंद्रों पर समय पर मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्वक प्रारंभ होने तथा मतदान शांतिपूर्वक समाप्ति की सूचना के अलावा मतदान केंद्रों पर मतदान के दौरान घटित होने वाली किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना, मतदान में प्रयोग की जाने वाली बीयू व सीयू में तकनीकी खराबी होने एवं उसके समाधान करवाकर उसकी सूचना तुरंत संबंधित आरओ को देंगे।
कोट
मॉनिटरिंग को लेकर और गंभीरता बरती जाएगी। किसी नागरिक के पास भी उम्मीदवारों के अधिक खर्च की सूचना हो तो वो हमें बताएं। मुझे भी लगता है कि सोशल मीडिया की कोई बहुत ज्यादा मॉनिटरिंग हो रही है।
विनय सिंह, चुनाव पर्यवेक्षक (सामान्य)

फतेहाबाद। निकाय चुनाव में निगरानी को लेकर निर्वाचन आयोग की सख्ती के सामने अधिकारियों की निगाहें नरम है। यही कारण है कि चुनाव प्रचार शुरू हुए दस दिन बीतने पर भी कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है जबकि प्रचार पर अंधाधुंध पैसा बहाया जा रहा है। प्रशासन द्वारा प्रचार सामग्री लगाने के लिए जगह चिह्नित होने के बावजूद शहर में गली-मोहल्लों की दीवारें भी बैनर से लेकर पोस्टरों से बदहाल हो चुकी है। गली-गली में पोस्टर व झंडे लगी गाड़ियां दौड़ रही हैं।

गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग द्वारा नगर परिषद अध्यक्ष पद के उम्मीदवार को 16 लाख रुपये जबकि पार्षद पद के उम्मीदवार को तीन लाख 50 हजार रुपये खर्च करने की अनुमति दी गई है। मगर कई पार्षद प्रत्याशी तो चुनाव से एक सप्ताह पहले तक ही निर्धारित राशि खर्च कर चुके हैं। बता दें कि शहर में 12 चेयरमैन उम्मीदवार जबकि 100 पार्षद पद के उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। ज्यादातर पार्षद और चेयरमैन उम्मीदवारों के कार्यालय खुल चुके हैं। कुछ प्रत्याशियों के तो एक से अधिक कार्यालय भी खुले हुए हैं। कुछ पार्षद प्रत्याशी ऐसे भी हैं, जो पूरे वार्ड को दावत दे रहे हैं। इन दावतों में लजीज व्यंजनों से लेकर मिठाई तक परोसी जा रही है। इसके अलावा कार्यालयों में रोजाना खर्च हो रहा है, वह अलग है। ऐसे में अधिकारी कितनी गंभीरता से मॉनिटरिंग कर रहे हैं, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

बिना अनुमति दौड़ रही गाड़ियां, चार को पकड़ा

शहर में प्रशासन की बिना अनुमति के ही गाड़ियां प्रचार अभियान में जुटा रखी हैं। तहसीलदार व नगर परिषद की संयुक्त टीम द्वारा आठ गाड़ियों की जांच की गई। इन गाड़ियों में पैन ड्राइव से वोटों की अपील की जा रही थी। चार गाड़ियों के चालक प्रशासनिक अनुमति नहीं दिखा पाए। इसके बाद टीम ने उनकी गाड़ियों में लगी पैन ड्राइव को जब्त कर लिया गया।

दीवारों से लेकर गेट तक कर रखे गंदे

प्रत्याशियों के पोस्टरों से दीवारों से लेकर संस्थानों के गेट तक गंदे कर दिए गए हैं। नगर परिषद की टीम ने शनिवार को बस स्टैंड, गीता मंदिर रोड, मॉडल टाउन आदि क्षेत्र से अवैध रूप से लगे कई बैनर व पोस्टर उतारे।

बेलगाम सोशल मीडिया, मॉनिटरिंग सुस्त

सोशल मीडिया बेलगाम है। इस पर मॉनिटरिंग की भी बेहतर व्यवस्था नहीं है। अधिकारी भी सोशल मीडिया पर होने वाले प्रचार को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। हर प्रत्याशी के फेसबुक पर कई पेज बने हुए हैं, जिनमें रोजाना प्रचार सामग्री डाली जा रही है।

कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी प्रदीप कुमार ने नगर परिषद व नगर पालिका आम चुनाव 2022 के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने तथा किसी अप्रिय घटना को रोकने हेतू दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 22(1) व 23(2) के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 17 से 19 जून तक अधिकारियों को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है। एडीसी जिले में ओवरऑल इंचार्ज होंगे जबकि एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र में नोडल अधिकारी होंगे। खंड अनुसार पेट्रोलिंग पार्टियों के साथ-साथ एक-एक कार्यकारी ड्यूटी मजिस्ट्रेट रहेगा। खंड फतेहाबाद के लिए एसडीओ आंचल जैन, एसडीओ दीपक कुमार, एसडीओ संदीप चित्रा, डीएम दिलबाग, ट्रेजरी ऑफिसर राकेश कुमार, डीडब्ल्यूओ लालचंद तथा रोजगार अधिकारी राजेश कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट जबकि काडा विभाग के एक्सईएन जेएस मान व पंचायती राज विभाग के एसडीओ रविंद्र खोखर को रिजर्व रखा है। खंड टोहाना के लिए एक्सईएन आदर्श सिंगला, एसडीओ दलविंद्र सिंह, एसडीओ मंदीप सिंह, मार्केट कमेटी सचिव अमित रोहिला, एसडीओ मुकेश को ड्यूटी मजिस्ट्रेट जबकि एसडीओ संजीव व आईटी राजकीय कॉलेज के सहायक प्रोफेसर सतनाम को रिजर्व रखा है। खंड रतिया के लिए एसडीओ महेंद्र सिंह, मार्केट कमेटी सचिव मेजर सिंह, राजकीय महिला महाविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर प्रेम मेहता को ड्यूटी मजिस्ट्रेट जबकि राजकीय महिला महाविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर परमजीत संधा व केटी राजकीय कॉलेज के सहायक प्रोफेसर डॉ. बीरबल सिंह को रिजर्व रखा है। खंड भूना के लिए एडीओ सोहन लाल, एडीओ देविंद्र पाल को ड्यूटी मजिस्ट्रेट जबकि एसडीओ दलबीर सिंह व एसडीई विजय शर्मा को रिजर्व में रखा है।

निकाय चुनाव को लेकर सेक्टर सुपरवाइजर लगाए

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त प्रदीप कुमार ने मतदान केंद्रों पर सेक्टर सुपरवाइजर की नियुक्ति की है। सभी अधिकारी अपनी-अपनी चुनाव ड्यूटी का निर्वहन शांतिपूर्वक ढंग से करेंगे। खंड फतेहाबाद के लिए भोड़िया खेड़ा कॉलेज के सहायक प्रोफेसर डॉ. राजीव कुमार, प्रवीन कुमार, डॉ. मोहिंद्र, पवन कुमार, डॉ. भरत लाल, महेंद्र पाल, डॉ. राकेश कुमार को सेक्टर सुपरवाइजर लगाया है जबकि एसडीओ संदीप कुमार व एसडीओ ओमप्रकाश को रिजर्व में रखा है। खंड टोहाना के लिए एसडीई रामफल मोर, आईजी कॉलेज के सहायक प्रोफेसर राजेश, अनिल कुमार, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. जगसीर सिंह को सेक्टर सुपरवाइजर जबकि सहायक प्रोफेसर सतनाम व राजेंद्र कुमार को रिजर्व में रखा है। खंड रतिया के लिए केटी कॉलेज के सहायक प्रोफेसर डॉ. कृष्ण लाल, डॉ. वीरेंद्र कुमार, दिनेश कुमार को सेक्टर सुपरवाइजर जबकि सहायक प्रोफेसर डॉ. अजीत कुमार व कपिल देव को रिजर्व में रखा है। खंड भूना के लिए राजकीय महाविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुरेंद्र कुमार, डॉ. छोटूराम को सेक्टर सुपरवाइजर जबकि सहायक प्रोफेसर भरत कुमार व अनिल कुमार को रिजर्व रखा है।

ये होगा सेक्टर सुपरवाइजर का काम

सभी सेक्टर सुपरवाइजर्स को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने पोलिंग पार्टियों के मतदान केंद्रों पर पहुंचकर अपने-अपने मतदान केंद्रों को शांतिपूर्वक स्थापित कर लेने की सूचना भी उनसे प्राप्त करके उसी समय दूरभाष पर संबंधित रिटर्निंग अधिकारी को भिजवाएंगे। सभी सेक्टर सुपरवाइजर अपने-अपने मतदान केंद्रों पर समय पर मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्वक प्रारंभ होने तथा मतदान शांतिपूर्वक समाप्ति की सूचना के अलावा मतदान केंद्रों पर मतदान के दौरान घटित होने वाली किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना, मतदान में प्रयोग की जाने वाली बीयू व सीयू में तकनीकी खराबी होने एवं उसके समाधान करवाकर उसकी सूचना तुरंत संबंधित आरओ को देंगे।

कोट

मॉनिटरिंग को लेकर और गंभीरता बरती जाएगी। किसी नागरिक के पास भी उम्मीदवारों के अधिक खर्च की सूचना हो तो वो हमें बताएं। मुझे भी लगता है कि सोशल मीडिया की कोई बहुत ज्यादा मॉनिटरिंग हो रही है।

विनय सिंह, चुनाव पर्यवेक्षक (सामान्य)

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