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पानीपत। शहर की सड़कों पर लगे अवैध विज्ञापनों और निगम की साइटों पर लगे अवैैध पोस्टर, बैनरों की निगम ने डेढ़ साल बाद सुुध ली है। निगम ने इनके खिलाफ बुधवार से अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू कर दिया है। शहर की सभी वैैध और अवैध साइटों से इन विज्ञापनों को हटाया जा रहा है। वीरवार को निगम की टीम ने जीटी रोड, असंध रोड, गोहाना रोड, सनौली पर कार्रवाई करने की योजना बनाते हुए यहां इन पोस्टर बैनरों को उतरवाया।
विज्ञापन का टेंडर न होने से निगम को पिछले डेढ़ साल से हर माह तकरीबन आठ लाख का चूना लगता आ रहा था। अब तक निगम को डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। वहीं शहर की सड़कों पर लगे ये अवैध विज्ञापन निगम के राजस्व को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ शहर के यातायात में हादसों का सबब बन रहे थे। इन पर लगाए गए भ्रामक प्रचार व्हीकल ड्राइव में परेशानी देते थे। इसके खिलाफ अमर उजाला ने अभियान भी चलाया था। अब कहीं जाकर निगम जागा है। इस बारे में निगम जनप्रतिनिधियों ने भी सदन की बैठक में कई बार जोरदार मुद्दा उठाया लेकिन तब तक विज्ञापन का टेंडर ही नहीं हो सका।
ये कहते हैं आकंड़े
नगर निगम क्षेत्र में विज्ञापन के लिए निगम की 36 स्थानों पर 43 साइटें हैं। इसके लिए निगम ने साढ़े चार साल पहले करीब साढ़े 96 लाख रुपये प्रतिमाह का टेंडर दिया था। दो साल तक टेंडर की रकम अदा होती रही लेकिन बाद में इस टेंडर की रकम अदा नहीं की गई। जनवरी 2021 में निगम का विज्ञापन का टेंडर पूरा हो गया लेकिन इसे दोबारा नहीं करवाया गया। वहीं उससे पहले भी जो निगम ने टेंडर दिया था उसकी भी पूरी राशि निगम के खाते में जमा नहीं हो सकी। कुल मिलाकर अब तक विज्ञापन टेंडर निगम को हर बार केवल घाटा ही देता आया है।
निगम एक्ट के अनुसार निगम एरिया में कोई भी अवैध तरीके से बैनर, पोस्टर, होर्डिंग्स या विज्ञापन साइट नहीं लगा सकता। अगर कोई ऐसा करता है तो निगम इन पर जुर्माना भी करता है और इन पोस्टर और होर्डिंगों को हटाने का काम भी करता है।
जल्द लगवाएंगे नया टेंडर : एसई
निगम की साइटों पर लगे अवैध विज्ञापनों को हटाया जा रहा है। इसके लिए निगम ने अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू कर दिया है। अब जल्द ही विज्ञापन का नया टेंडर लगाया जाएगा। इससे निगम की आय भी बढे़गी।
– रमेश कुमार, एसई, नगर निगम।
पानीपत। शहर की सड़कों पर लगे अवैध विज्ञापनों और निगम की साइटों पर लगे अवैैध पोस्टर, बैनरों की निगम ने डेढ़ साल बाद सुुध ली है। निगम ने इनके खिलाफ बुधवार से अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू कर दिया है। शहर की सभी वैैध और अवैध साइटों से इन विज्ञापनों को हटाया जा रहा है। वीरवार को निगम की टीम ने जीटी रोड, असंध रोड, गोहाना रोड, सनौली पर कार्रवाई करने की योजना बनाते हुए यहां इन पोस्टर बैनरों को उतरवाया।
विज्ञापन का टेंडर न होने से निगम को पिछले डेढ़ साल से हर माह तकरीबन आठ लाख का चूना लगता आ रहा था। अब तक निगम को डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। वहीं शहर की सड़कों पर लगे ये अवैध विज्ञापन निगम के राजस्व को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ शहर के यातायात में हादसों का सबब बन रहे थे। इन पर लगाए गए भ्रामक प्रचार व्हीकल ड्राइव में परेशानी देते थे। इसके खिलाफ अमर उजाला ने अभियान भी चलाया था। अब कहीं जाकर निगम जागा है। इस बारे में निगम जनप्रतिनिधियों ने भी सदन की बैठक में कई बार जोरदार मुद्दा उठाया लेकिन तब तक विज्ञापन का टेंडर ही नहीं हो सका।
ये कहते हैं आकंड़े
नगर निगम क्षेत्र में विज्ञापन के लिए निगम की 36 स्थानों पर 43 साइटें हैं। इसके लिए निगम ने साढ़े चार साल पहले करीब साढ़े 96 लाख रुपये प्रतिमाह का टेंडर दिया था। दो साल तक टेंडर की रकम अदा होती रही लेकिन बाद में इस टेंडर की रकम अदा नहीं की गई। जनवरी 2021 में निगम का विज्ञापन का टेंडर पूरा हो गया लेकिन इसे दोबारा नहीं करवाया गया। वहीं उससे पहले भी जो निगम ने टेंडर दिया था उसकी भी पूरी राशि निगम के खाते में जमा नहीं हो सकी। कुल मिलाकर अब तक विज्ञापन टेंडर निगम को हर बार केवल घाटा ही देता आया है।
निगम एक्ट के अनुसार निगम एरिया में कोई भी अवैध तरीके से बैनर, पोस्टर, होर्डिंग्स या विज्ञापन साइट नहीं लगा सकता। अगर कोई ऐसा करता है तो निगम इन पर जुर्माना भी करता है और इन पोस्टर और होर्डिंगों को हटाने का काम भी करता है।
जल्द लगवाएंगे नया टेंडर : एसई
निगम की साइटों पर लगे अवैध विज्ञापनों को हटाया जा रहा है। इसके लिए निगम ने अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू कर दिया है। अब जल्द ही विज्ञापन का नया टेंडर लगाया जाएगा। इससे निगम की आय भी बढे़गी।
– रमेश कुमार, एसई, नगर निगम।
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