Gold rate today: अमेरिकी में मंदी की आहट, दुनियाभर में बढ़ता जियो-पॉलिटिकल टेंशन और अमेरिका-चीन के बीच गहराता ट्रेड वार के बावजूद, सोने की कीमतें स्थिर बनी हुई है, जबकि होना यह चाहिए था कि ऐसे हालात में सोने की कीमत तेजी से बढ़ती। आखिर, ऐसा क्यों हो रहा है? क्या सोने की कीमत में तेजी लौटेगी या और गिरावट आएगी? आपको पता होगा कि बजट में कस्टम ड्यूटी कम करने से सोने की कीमत में बड़ी गिरावट आई थी। आइए, जानते हैं कि आगे सोने में क्या हो सकता है।
शेयर बाजार की तरह सोने की चाल
शुक्रवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर, सोने का भाव ₹69,850 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जो पिछले शुक्रवार के ₹69,792 प्रति 10 ग्राम के बंद भाव से ₹58 प्रति 10 ग्राम अधिक है। COMEX सोने का भाव $2,470 प्रति ट्रॉय औंस पर बंद हुआ, जो पिछले सप्ताहांत के $2,486 के बंद भाव से $16 प्रति ट्रॉय कम है। पिछले सप्ताह सोने की कीमत में उतार-चढ़ाव अधिकांश सोने के निवेशकों के लिए आश्चर्यजनक है क्योंकि वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण पीली धातु कीमत में बड़ा उछाल आने की उम्मीद थी। हालांकि, इसके विपरीत, सोने की कीमतें शेयर बाजार की चाल का अनुसरण करती हुई शुक्रवार के उच्चतम स्तर से सोमवार के न्यूनतम स्तर तक 4.40 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई तथा सोमवार के निम्नतम स्तर से 2.50 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
क्या सस्ता होगा सोना या लौटेगी तेजी?
कमोडिटी बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले महीनों में सोने की कीमत में बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। सोना एक रेंज बाउंड में ट्रेड करेगा। इसकी वजह अगस्त की शुरुआत में सोने की कीमत का शिखर जुलाई के रिकॉर्ड से कम था। इसके अलावा, सोने में अगले तीन दिनों में गिरावट आई, जो अप्रत्यक्ष रूप से लंबे समय तक बिक्री में गिरावट का संकेत है। वहीं, दुनियाभर के सेंट्रल बैंक सोने की खरीद धीमी कर दी है। लेकिन खुदरा बिक्री जारी होने की संभावना है। इन सब फैक्टर को देखते हुए यह अनुमान है कि सोने की कीमत में बड़ी तेजी या गिरावट नहीं देखने को मिलेगी।
दुनिया में जियो-पॉलिटिकल टेंशन के बावजूद सोने के भाव में तेजी नहीं, क्या और सस्ता होगा Gold?