ढलानवास गांव में पानी की समस्या का होगा स्थायी समाधान


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झज्जर। ढलानवास गांव की पानी की कमी की समस्या के स्थायी समाधान का रास्ता साफ होता जा रहा है। डीसी शक्ति सिंह ने ढलानवास का दौरा कर गांव के पास वाले करीब 2.5 एकड़ भूमि के तालाब की 10 दिनों में खुदाई करके पानी भरने निर्देश दिए हैं। लगभग 6.75 एकड़ में पंचायती भूमि के लालसरी तालाब को गोरिया व मोहनबाड़ी आदि के पानी से भरने की संभावनाओं का तलाशने को कहा है। इस तालाब को आइडियल पोंड के तौर पर विकसित किया जाएगा।
डीसी शक्ति सिंह ने डीडीपीओ ललिता वर्मा, कृषि विभाग के उपनिदेशक डा. इंद्र सिंह, सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता सतीश कुमार, टीए डॉ. ईश्वर जाखड़ आदि के साथ ढलानवास की पानी की समस्या के समाधान के लिए गांव पहुंचे। विचार विमर्श के दौरान सामने आया कि ढलानवास सहित साथ लगते अन्य गांवों में भी पानी की समस्या बढ़ती जा रही है और जलस्तर लगातार नीचे गिर रहा है। लगभग 150 फुट नीचे का पानी भी पीने योग्य नहीं बचा है। गांव में पेयजल सहित पशुओं के पीने के पानी की भी समस्या बढ़ती जा रही है। अगर जल्द समस्या के स्थायी समाधान के लिए कदम नहीं उठाए गए तो लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
लंबे मंथन के बाद डीसी की अध्यक्षता में निर्णय हुआ कि गांव के बाहर पंचायती भूमि वाले लालसरी तालाब को आइडियल पोंड के तौर पर विकसित किया जाएगा। जहां औषधीय पौधों के साथ सैकड़ों पेड़ लगाए जाएंगे। साथ ही लगभग 6.75 एकड़ के इस तालाब के चारों ओर वॉकिंग ट्रैक भी बनाया जाएगा। सुंदर तालाब विकसित किया जाएगा। इस कार्य के लिए तालाब के चारों ओर 50-50 फुट जमीन चिन्हित की जाएगी। डीसी ने इसके लिए पटवारी को तालाब की जमीन की निशानदेही कराने कराकर ग्राम सचिव को सौंपने को कहा है। साथ ही निशानदेही के बाद तालाब की खुदाई शुरू कराने के निर्देश दिए हैं। डीसी ने गोरिया व मोहनबाड़ी के जलभराव वाले पानी को इस तालाब तक लाने की संभावनाएं तलाशने को भी कहा है।
डीसी ने निर्देश दिए हैं कि ग्राम सचिव गांव के पास वाले तालाब की खुदाई शुरू करवाएंगे और जो मिट्टी तालाब से निकलेगी उसका प्रयोग तालाब के साथ लगती जमीन में पार्क बनाने के लिए किया जाएगा। विचार विमर्श के दौरान सामने आया कि मानसून में पेयजल टैंक को भरने के बाद सरप्लस पानी से विभाग की पाइप लाइन के माध्यम से गांव के तालाबों को भरा जा सकता है। डीसी ने कहा कि अगले 10 दिनों के अंदर गांव के पास वाले तालाब की खुदाई का काम पूरा किया जाए, ताकि मानसून से पहले पाइप लाइन को तालाब से जोड़ा जा सके।
डीसी ने गांव के लोगों से कहा कि पानी को बचाना जरूरी है। अगर पानी नहीं होगा तो जीवन बहुत मुश्किल है। पानी की उपलब्धता के लिए सबको खेती के तरीकों में बदलाव करने की जरूरत है। साथ ही बारिश के पानी के संचयन के लिए काम करना होगा। डीसी ने गांव के युवकों की मांग पर स्टेडियम की लेवलिंग कराने के निर्देश भी दिए। मौके पर ही डीएसओ को फोन कर गांव के युवकों को वॉलीबाल व नेट आदि उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने गांव के साथ वाले तालाब, गंदे पानी के तालाब सहित लालसरी वाले तालाब को भी देखा।

झज्जर। ढलानवास गांव की पानी की कमी की समस्या के स्थायी समाधान का रास्ता साफ होता जा रहा है। डीसी शक्ति सिंह ने ढलानवास का दौरा कर गांव के पास वाले करीब 2.5 एकड़ भूमि के तालाब की 10 दिनों में खुदाई करके पानी भरने निर्देश दिए हैं। लगभग 6.75 एकड़ में पंचायती भूमि के लालसरी तालाब को गोरिया व मोहनबाड़ी आदि के पानी से भरने की संभावनाओं का तलाशने को कहा है। इस तालाब को आइडियल पोंड के तौर पर विकसित किया जाएगा।

डीसी शक्ति सिंह ने डीडीपीओ ललिता वर्मा, कृषि विभाग के उपनिदेशक डा. इंद्र सिंह, सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता सतीश कुमार, टीए डॉ. ईश्वर जाखड़ आदि के साथ ढलानवास की पानी की समस्या के समाधान के लिए गांव पहुंचे। विचार विमर्श के दौरान सामने आया कि ढलानवास सहित साथ लगते अन्य गांवों में भी पानी की समस्या बढ़ती जा रही है और जलस्तर लगातार नीचे गिर रहा है। लगभग 150 फुट नीचे का पानी भी पीने योग्य नहीं बचा है। गांव में पेयजल सहित पशुओं के पीने के पानी की भी समस्या बढ़ती जा रही है। अगर जल्द समस्या के स्थायी समाधान के लिए कदम नहीं उठाए गए तो लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

लंबे मंथन के बाद डीसी की अध्यक्षता में निर्णय हुआ कि गांव के बाहर पंचायती भूमि वाले लालसरी तालाब को आइडियल पोंड के तौर पर विकसित किया जाएगा। जहां औषधीय पौधों के साथ सैकड़ों पेड़ लगाए जाएंगे। साथ ही लगभग 6.75 एकड़ के इस तालाब के चारों ओर वॉकिंग ट्रैक भी बनाया जाएगा। सुंदर तालाब विकसित किया जाएगा। इस कार्य के लिए तालाब के चारों ओर 50-50 फुट जमीन चिन्हित की जाएगी। डीसी ने इसके लिए पटवारी को तालाब की जमीन की निशानदेही कराने कराकर ग्राम सचिव को सौंपने को कहा है। साथ ही निशानदेही के बाद तालाब की खुदाई शुरू कराने के निर्देश दिए हैं। डीसी ने गोरिया व मोहनबाड़ी के जलभराव वाले पानी को इस तालाब तक लाने की संभावनाएं तलाशने को भी कहा है।

डीसी ने निर्देश दिए हैं कि ग्राम सचिव गांव के पास वाले तालाब की खुदाई शुरू करवाएंगे और जो मिट्टी तालाब से निकलेगी उसका प्रयोग तालाब के साथ लगती जमीन में पार्क बनाने के लिए किया जाएगा। विचार विमर्श के दौरान सामने आया कि मानसून में पेयजल टैंक को भरने के बाद सरप्लस पानी से विभाग की पाइप लाइन के माध्यम से गांव के तालाबों को भरा जा सकता है। डीसी ने कहा कि अगले 10 दिनों के अंदर गांव के पास वाले तालाब की खुदाई का काम पूरा किया जाए, ताकि मानसून से पहले पाइप लाइन को तालाब से जोड़ा जा सके।

डीसी ने गांव के लोगों से कहा कि पानी को बचाना जरूरी है। अगर पानी नहीं होगा तो जीवन बहुत मुश्किल है। पानी की उपलब्धता के लिए सबको खेती के तरीकों में बदलाव करने की जरूरत है। साथ ही बारिश के पानी के संचयन के लिए काम करना होगा। डीसी ने गांव के युवकों की मांग पर स्टेडियम की लेवलिंग कराने के निर्देश भी दिए। मौके पर ही डीएसओ को फोन कर गांव के युवकों को वॉलीबाल व नेट आदि उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने गांव के साथ वाले तालाब, गंदे पानी के तालाब सहित लालसरी वाले तालाब को भी देखा।

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