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संवाद न्यूज एजेंसी
करनाल। अमेरिका व अन्य जगहों के टूर पैकेज के नाम पर 21 लाख 81 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। सेक्टर 13 निवासी प्रवीन पोपली ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दी है। पुलिस ने दिल्ली के दीवा अस्पताल के समीप ग्रीन पार्क लॉअर ग्राउंड फ्लोर निवासी अजय डोगरा मालिक डे-ड्रीम्स कंपनी, निखिल दुग्गल व उसकी पत्नी तान्या दुग्गल, साहिब सिंह व उसके पिता हरमोन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज लिया है।
प्रवीन ने बताया कि वह गाड़ियां सेल-परचेज का काम करता है। निखिल दुग्गल को वह पिछले 10 वर्ष से जानता है। निखिल ने 26 जनवरी 2022 को अपनी कंपनी बुकिंग बज के बारे में बताया और कंपनी का विजिटिंग कार्ड उसके वाट्सएप पर भेजा। उसने बताया कि उसकी कंपनी यूएसए व यूरोप के टूरिस्ट वीजा लगवाने का काम करती है। इसके अलावा भारत में कई पांच सितारा होटल में पैकेज बुक करवाती है। उसने झांसे में लेकर मात्र 399 रुपये में फाइव स्टार होटल में रुकने की बुकिंग करा दी। वह 28 जनवरी को दिल्ली के पांच सितारा होटल में रुका। उसके बाद निखिल ने उसे 14 हजार 500 रुपये में छह रात का पैकेज पूरे भारत में किसी भी पांच सितारा होटल में रुकने का ऑफर किया। वह उसकी बातों मे आ गया और 19 फरवरी को अपने बैंक के खाते से उसके पास यह राशि ट्रांसफर कर दी। तब उसने छह दिन के पैकेज के बजाय 26 फरवरी को केवल एक ही दिन होटल में रुकवाया।
टोकने पर उसने अगले पैकेज में डील एडजस्ट करने की बात कही। उसके बाद गोवा, मंसूरी, मनाली, जम्मू-कश्मीर व अन्य पर्यटन स्थलों के होटलों में पौने दो लाख रुपये का पैकेज दिखाकर उससे राशि ट्रांसफर करवा ली। 23 फरवरी को निखिल ने उसे यूएसए का पैकेज भेजा, जिसमें 12 रात व 13 दिन का यूएसए में ठहराव के लिए 10 लाख रुपये मांगे। तब उसने डे-ड्रीम्स कंपनी का खाता नंबर भेजा। इस तरह वह उनके खाते में राशि ट्रांसफर करवाता रहा। अलग-अलग तिथियों में हजारों रुपये ट्रांसफर किए। यूएसए वाली ट्रिप से अलग छह लाख रुपये की मांग की। इस तरह वह इन लोगों को 21 अप्रैल तक 15 लाख 37 हजार 700 रुपये भेज चुका था तथा छह लाख नकद दे चुका था।
वह कुल 18 लाख रुपये की रकम गंवा बैठा। जब उसने दिल्ली में पड़ताल की तो पता चला कि बुकिंग बज व डे-ड्रीम्स के नाम से कोई कंपनी या फर्म ही नहीं है। इन्होंने बार-बार टोकने पर तीन लाख रुपये का चेक दिया जो बाउंस हो गया। उसके बाद निखिल ने बकाया पेमेंट के लिए दो पोस्ट डेटिड चेक 16 लाख रुपये व 1.5 लाख रुपये के दिए। आश्वासन दिया कि ये चेक क्लीयर हो जाएंगे। 30 अप्रैल को ये दोनों चेक भी बाउंस हो गए। अब इनके फोन बंद आ रहे हैं।
संवाद न्यूज एजेंसी
करनाल। अमेरिका व अन्य जगहों के टूर पैकेज के नाम पर 21 लाख 81 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। सेक्टर 13 निवासी प्रवीन पोपली ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दी है। पुलिस ने दिल्ली के दीवा अस्पताल के समीप ग्रीन पार्क लॉअर ग्राउंड फ्लोर निवासी अजय डोगरा मालिक डे-ड्रीम्स कंपनी, निखिल दुग्गल व उसकी पत्नी तान्या दुग्गल, साहिब सिंह व उसके पिता हरमोन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज लिया है।
प्रवीन ने बताया कि वह गाड़ियां सेल-परचेज का काम करता है। निखिल दुग्गल को वह पिछले 10 वर्ष से जानता है। निखिल ने 26 जनवरी 2022 को अपनी कंपनी बुकिंग बज के बारे में बताया और कंपनी का विजिटिंग कार्ड उसके वाट्सएप पर भेजा। उसने बताया कि उसकी कंपनी यूएसए व यूरोप के टूरिस्ट वीजा लगवाने का काम करती है। इसके अलावा भारत में कई पांच सितारा होटल में पैकेज बुक करवाती है। उसने झांसे में लेकर मात्र 399 रुपये में फाइव स्टार होटल में रुकने की बुकिंग करा दी। वह 28 जनवरी को दिल्ली के पांच सितारा होटल में रुका। उसके बाद निखिल ने उसे 14 हजार 500 रुपये में छह रात का पैकेज पूरे भारत में किसी भी पांच सितारा होटल में रुकने का ऑफर किया। वह उसकी बातों मे आ गया और 19 फरवरी को अपने बैंक के खाते से उसके पास यह राशि ट्रांसफर कर दी। तब उसने छह दिन के पैकेज के बजाय 26 फरवरी को केवल एक ही दिन होटल में रुकवाया।
टोकने पर उसने अगले पैकेज में डील एडजस्ट करने की बात कही। उसके बाद गोवा, मंसूरी, मनाली, जम्मू-कश्मीर व अन्य पर्यटन स्थलों के होटलों में पौने दो लाख रुपये का पैकेज दिखाकर उससे राशि ट्रांसफर करवा ली। 23 फरवरी को निखिल ने उसे यूएसए का पैकेज भेजा, जिसमें 12 रात व 13 दिन का यूएसए में ठहराव के लिए 10 लाख रुपये मांगे। तब उसने डे-ड्रीम्स कंपनी का खाता नंबर भेजा। इस तरह वह उनके खाते में राशि ट्रांसफर करवाता रहा। अलग-अलग तिथियों में हजारों रुपये ट्रांसफर किए। यूएसए वाली ट्रिप से अलग छह लाख रुपये की मांग की। इस तरह वह इन लोगों को 21 अप्रैल तक 15 लाख 37 हजार 700 रुपये भेज चुका था तथा छह लाख नकद दे चुका था।
वह कुल 18 लाख रुपये की रकम गंवा बैठा। जब उसने दिल्ली में पड़ताल की तो पता चला कि बुकिंग बज व डे-ड्रीम्स के नाम से कोई कंपनी या फर्म ही नहीं है। इन्होंने बार-बार टोकने पर तीन लाख रुपये का चेक दिया जो बाउंस हो गया। उसके बाद निखिल ने बकाया पेमेंट के लिए दो पोस्ट डेटिड चेक 16 लाख रुपये व 1.5 लाख रुपये के दिए। आश्वासन दिया कि ये चेक क्लीयर हो जाएंगे। 30 अप्रैल को ये दोनों चेक भी बाउंस हो गए। अब इनके फोन बंद आ रहे हैं।
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