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ज्योतिसर तीर्थ पर झील वाले पीर की मजार तोड़फोड़ करने के मामले में शामिल पांच आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार को अदालत में पेश किया। अदालत के आदेश से आरोपियों को न्यायिक हिरासत में कारागार भेज दिया गया। वहीं पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है। उधर, दरगाह के सेवादार परिवार ने इस मामले की अदालत में पैरवी करने के लिए ग्राम पंचायत से सहयोग की मांग की थी। पंचायत सदस्यों ने इस मामले में पैरवी करने पर सहमति जताई है।
बता दें 27 मई को ज्योतिसर निवासी महेंद्र सिंह ने केयूके थाना पुलिस में दी शिकायत में बताया था कि वह गांव में झील वाले परी की मजार की देखरेख करता है। शुक्रवार को दोपहर तीन बजे उसे सूचना मिली कि गांव में झील वाले पीर बाबा की मजार पर कुछ लोग इकट्ठे हो कर हथौड़ों व ड्रिलों से मजार को तोड़ रहे हैं। आरोपियों के पास देसी कट्टा, तलवार, लोहे के पाइप थे। एक युवक के हाथ में पिस्टल था। तोड़फोड़ करने वालों में गांव वालों ने पानीपत के गांव बाबरपुर वासी रामबीर सिंह, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के राजनगर निवासी राहुल त्यागी, गाजियाबाद राजनगर निवासी सोनू, बहादुरगढ़ के छोटूराम नगर निवासी शिवराम विश्वकर्मा, गाजियाबाद के साहिबाबाद निवासी अनिल नागर, सोनीपत के लिवाशपुर निवासी संदीप, लाडवा के निवारसी निवासी संदीप कुमार, दिल्ली के बुराली निवासी अमित को सहित 25-30 अन्य शामिल थे। पुलिस ने रामबीर, राहुल त्यागी, सोनू, शिवराम, अनिल नागर, संदीप, संदीप कुमार, अमित व अन्य के खिलाफ धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ करने व धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मामला दर्ज किया था। इस मामले में राहुल त्यागी, अभिषेक, संदीप कुमार, अनिल नागर व अमित त्यागी को चोटें आने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ज्योतिसर पुलिस चौकी प्रभारी राम स्नेही ने बताया कि पांचों आरोपियों को अदालत ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।
ज्योतिसर तीर्थ पर झील वाले पीर की मजार तोड़फोड़ करने के मामले में शामिल पांच आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार को अदालत में पेश किया। अदालत के आदेश से आरोपियों को न्यायिक हिरासत में कारागार भेज दिया गया। वहीं पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है। उधर, दरगाह के सेवादार परिवार ने इस मामले की अदालत में पैरवी करने के लिए ग्राम पंचायत से सहयोग की मांग की थी। पंचायत सदस्यों ने इस मामले में पैरवी करने पर सहमति जताई है।
बता दें 27 मई को ज्योतिसर निवासी महेंद्र सिंह ने केयूके थाना पुलिस में दी शिकायत में बताया था कि वह गांव में झील वाले परी की मजार की देखरेख करता है। शुक्रवार को दोपहर तीन बजे उसे सूचना मिली कि गांव में झील वाले पीर बाबा की मजार पर कुछ लोग इकट्ठे हो कर हथौड़ों व ड्रिलों से मजार को तोड़ रहे हैं। आरोपियों के पास देसी कट्टा, तलवार, लोहे के पाइप थे। एक युवक के हाथ में पिस्टल था। तोड़फोड़ करने वालों में गांव वालों ने पानीपत के गांव बाबरपुर वासी रामबीर सिंह, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के राजनगर निवासी राहुल त्यागी, गाजियाबाद राजनगर निवासी सोनू, बहादुरगढ़ के छोटूराम नगर निवासी शिवराम विश्वकर्मा, गाजियाबाद के साहिबाबाद निवासी अनिल नागर, सोनीपत के लिवाशपुर निवासी संदीप, लाडवा के निवारसी निवासी संदीप कुमार, दिल्ली के बुराली निवासी अमित को सहित 25-30 अन्य शामिल थे। पुलिस ने रामबीर, राहुल त्यागी, सोनू, शिवराम, अनिल नागर, संदीप, संदीप कुमार, अमित व अन्य के खिलाफ धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ करने व धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मामला दर्ज किया था। इस मामले में राहुल त्यागी, अभिषेक, संदीप कुमार, अनिल नागर व अमित त्यागी को चोटें आने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ज्योतिसर पुलिस चौकी प्रभारी राम स्नेही ने बताया कि पांचों आरोपियों को अदालत ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।
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