पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में पकड़ी गई हिसार की न्यू अग्रसेन कॉलोनी निवासी यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा (33) आम घर की लड़की है। लेकिन लग्जरी लाइफ जीने के शौक ने उसे देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए मजबूर कर दिया।
पिता के साथ 58 गज के मकान में रहने वाली ज्योति को पैसे कमाने की चाह इतनी थी कि 12वीं पास करते ही नौकरी खोजनी शुरू कर दी थी। करीब 14 साल पहले कोचिंग इंस्टीट्यूट में बतौर रिसेप्शनिस्ट ज्वॉइन किया था। यह उसकी पहली नौकरी थी।
सूत्रों ने बताया कि रिसेप्शनिस्ट की नौकरी छोड़ने के बाद हिसार से 20 किमी दूर एक निजी स्कूल में पढ़ाने लगी। वहां भी कुछ ही समय काम किया और हिसार में राजकीय कॉलेज के पास स्थित मार्केट में एक निजी ऑफिस में फिर से रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम शुरू कर दिया।
बड़ी गाड़ियों में घूमने, बड़े लोगों के साथ उठने-बैठने और मोटा बैंक बैलेंस रखने की चाह
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नई नौकरी ढूंढ़ने और पुरानी छोड़ने के साथ-साथ ज्योति की जिंदगी ऐसे ही आगे बढ़ती गई। पर वह वो सब कुछ नहीं कर पा रही थी, जिसके ख्वाब उसने देखे थे। कोरोना काल में जब गुरुग्राम से आखिरी नौकरी छोड़कर हिसार पहुंची तो सोशल मीडिया पर वीडियो बनाने लगी।
यूट्यूब वीडियो और ट्रैवल ब्लॉगिंग से पैसे आने लगे तो ज्योति ने इसी राह पर आगे बढ़ने का फैसला किया। यहीं से जिंदगी की कहानी ने मोड़ लिया। बड़ी गाड़ियों में घूमने, बड़े लोगों के साथ उठने-बैठने, खाने-पीने और बैंक खाते में मोटी रकम रखने की चाह ने ज्योति को देश विरोधी गतिविधियों की राह पर धकेल दिया।
ज्योति अपने पिता हरीश कुमार मल्होत्रा के साथ न्यू अग्रसेन कॉलोनी में बने 58 गज के मकान में रहती है। यहीं से ज्योति को गिरफ्तार किया गया। घर के हालात ठीक नहीं है, लेकिन वीडियो देखने पर ज्योति सेलिब्रिटी लगती है। पिता ने बताया, बेटी पढ़ाई के साथ ही नौकरी भी करती रही।
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ज्योति की कहानी: 14 साल पहले रिसेप्शनिस्ट, फिर स्कूल में पढ़ाया…ये हैं शौक; शाही जीवन की चाहत ने बनाया जासूस