जिले के 100 गांवों में बाढ़ का खतरा देख, प्रशासन ने पंचायतों को जारी किया अलर्ट


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फतेहाबाद। मानसूनी बारिश का सीजन शुरू होने के साथ ही जिले में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन द्वारा जिले के 100 गांवों में बाढ़ के खतरे की आशंका जताई है। फतेहाबाद के अलावा रतिया, कुलां, जाखल व टोहाना क्षेत्र के गांव हैं, जिनमें अधिकांश घग्गर नदी के किनारे बसे हुए हैं। प्रशासन द्वारा सभी गांवों की पंचायतों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। साथ ही संबंधित विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटियां लगाकर उन्हें जिले में उपलब्ध संसाधनों को भी तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं।
मंगलवार को खुद डीसी प्रदीप कुमार ने राजस्व व सिंचाई विभाग के अधिकारियों की टीम के साथ जिले के बाढ़ संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों की बैठक लेकर बाढ़ से बचाव को लेकर किए गए प्रबंधों की समीक्षा भी की।
ड्रेनों की सफाई करवाने और मेढ़ को मजबूत करने के आदेश
डीसी प्रदीप कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि समय रहते सभी ड्रेनों की सफाई करवाना सुनिश्चित करें। साथ ही ड्रेनों की मेढ़ों को मजबूत करवाएं ताकि ड्रेनों की कमजोर मेढ़ों या अनावश्यक कटों की वजह से बारिश के सीजन में खेतों में जलभराव की स्थिति न पनपे। साथ ही संभावित बाढ़ से बचाव करने के लिए पानी निकासी सुचारू रूप से हो सके।
कोई कमी है, तो प्रशासन को अवगत करवाएं
डीसी ने पंप हाउसों का भी मुआयना किया और उन्हें समय से पहले चालू हालात में रखने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि ड्रेनों पर स्थापित सभी पंप हाउस एवं जनरेटर हर वक्त सही तरीके से ऑपरेशन में रहने चाहिए। सिंचाई विभाग के अधिकारियों को डीसी ने डीजल इंजनों की समुचित व्यवस्था करने के साथ-साथ उन्हें दुरुस्त रखने को कहा। यह भी कहा कि पंप हाउस, डीजल इंजन, जनरेटर आदि तमाम यंत्रों की आवश्यकता है, तो तुरंत जिला प्रशासन के संज्ञान में लाएं।
पिछले साल रंगोई नाले की बढ़ाई गई थी क्षमता
डीसी ने बताया कि बाढ़ रोकने के लिए जिले में पिछले साल काफी काम हुए है। रंगोई नालों की क्षमता भी बढ़ाई गई है। रंगोई नाले की क्षमता सात हजार से 8500 क्यूसिक, रंगोई खरीफ चैनल की क्षमता 500 क्यूसिक से 675 क्यूसिक बढ़ाने के अलवा रतिया के गांवों में 63 नए रिचार्ज बोरवेल लगाए गए हैं।
01667-230018 कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर
जिला प्रशासन द्वारा नागरिकों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। फतेहाबाद के लिए लघु सचिवालय में 01667-230018 में कंट्रोल रूम बनाया गया है। रेस्क्यू के लिए जिले में उपकरणों को सुचारू हालात में रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि बाढ़ जैसी किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
ये हैं प्रशासन के पास साधन
ओबीएम ईंजन – 5
किश्ती – 14
चप्पू – 40
लाइफ जैकेट – 86
कुंडे – 30
ट्रेलर – 4
ट्रेनर – 31
रतिया के ये गांव बसे हैं घग्गर किनारे
घग्गर नदी हरियाणा में जाखल के रास्ते प्रवेश करती है। जाखल क्षेत्र में गांव जाखल, नडेल, कासिमपुर जबकि रतिया क्षेत्र के गांव महमड़ा, कमाना, कंवलगढ़, बलियाला, खाई, लाली, खैरपुर कलोठा, अलीका, मढ़ आदि घग्गर नदी के किनारे ही बसे हैं। इन गांवों में सबसे अधिक बाढ़ का खतरा रहता है।

फतेहाबाद। मानसूनी बारिश का सीजन शुरू होने के साथ ही जिले में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन द्वारा जिले के 100 गांवों में बाढ़ के खतरे की आशंका जताई है। फतेहाबाद के अलावा रतिया, कुलां, जाखल व टोहाना क्षेत्र के गांव हैं, जिनमें अधिकांश घग्गर नदी के किनारे बसे हुए हैं। प्रशासन द्वारा सभी गांवों की पंचायतों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। साथ ही संबंधित विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटियां लगाकर उन्हें जिले में उपलब्ध संसाधनों को भी तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं।

मंगलवार को खुद डीसी प्रदीप कुमार ने राजस्व व सिंचाई विभाग के अधिकारियों की टीम के साथ जिले के बाढ़ संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों की बैठक लेकर बाढ़ से बचाव को लेकर किए गए प्रबंधों की समीक्षा भी की।

ड्रेनों की सफाई करवाने और मेढ़ को मजबूत करने के आदेश

डीसी प्रदीप कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि समय रहते सभी ड्रेनों की सफाई करवाना सुनिश्चित करें। साथ ही ड्रेनों की मेढ़ों को मजबूत करवाएं ताकि ड्रेनों की कमजोर मेढ़ों या अनावश्यक कटों की वजह से बारिश के सीजन में खेतों में जलभराव की स्थिति न पनपे। साथ ही संभावित बाढ़ से बचाव करने के लिए पानी निकासी सुचारू रूप से हो सके।

कोई कमी है, तो प्रशासन को अवगत करवाएं

डीसी ने पंप हाउसों का भी मुआयना किया और उन्हें समय से पहले चालू हालात में रखने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि ड्रेनों पर स्थापित सभी पंप हाउस एवं जनरेटर हर वक्त सही तरीके से ऑपरेशन में रहने चाहिए। सिंचाई विभाग के अधिकारियों को डीसी ने डीजल इंजनों की समुचित व्यवस्था करने के साथ-साथ उन्हें दुरुस्त रखने को कहा। यह भी कहा कि पंप हाउस, डीजल इंजन, जनरेटर आदि तमाम यंत्रों की आवश्यकता है, तो तुरंत जिला प्रशासन के संज्ञान में लाएं।

पिछले साल रंगोई नाले की बढ़ाई गई थी क्षमता

डीसी ने बताया कि बाढ़ रोकने के लिए जिले में पिछले साल काफी काम हुए है। रंगोई नालों की क्षमता भी बढ़ाई गई है। रंगोई नाले की क्षमता सात हजार से 8500 क्यूसिक, रंगोई खरीफ चैनल की क्षमता 500 क्यूसिक से 675 क्यूसिक बढ़ाने के अलवा रतिया के गांवों में 63 नए रिचार्ज बोरवेल लगाए गए हैं।

01667-230018 कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर

जिला प्रशासन द्वारा नागरिकों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। फतेहाबाद के लिए लघु सचिवालय में 01667-230018 में कंट्रोल रूम बनाया गया है। रेस्क्यू के लिए जिले में उपकरणों को सुचारू हालात में रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि बाढ़ जैसी किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।

ये हैं प्रशासन के पास साधन

ओबीएम ईंजन – 5

किश्ती – 14

चप्पू – 40

लाइफ जैकेट – 86

कुंडे – 30

ट्रेलर – 4

ट्रेनर – 31

रतिया के ये गांव बसे हैं घग्गर किनारे

घग्गर नदी हरियाणा में जाखल के रास्ते प्रवेश करती है। जाखल क्षेत्र में गांव जाखल, नडेल, कासिमपुर जबकि रतिया क्षेत्र के गांव महमड़ा, कमाना, कंवलगढ़, बलियाला, खाई, लाली, खैरपुर कलोठा, अलीका, मढ़ आदि घग्गर नदी के किनारे ही बसे हैं। इन गांवों में सबसे अधिक बाढ़ का खतरा रहता है।

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