जयपुर में माहौल बिगाड़ने की साजिश, 18 अगस्त तक धारा 144 लागू करने के आदेश जारी; जानें वजह


राजस्थान की राजधानी जयपुर में धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस आयुक्तालय ने आदेश जारी कर दिए है। कानून एवं व्यवस्था के मद्देनजर धारा 144 लगाई गई है जो कि 18 अगस्त तक प्रभावी रहेगी। इस दौरान सार्वजनिक स्थलों पर 4 से अधिक लोगों के एकत्रित रहने पर रोक रहेगी। माना जा रहा है कि अग्निपथ स्कीम के विरोध- प्रदर्शन के मद्देनजर जयपुर में धारा 144 लगाई गई है। अग्निपथ स्कीम के विरोध में गुरुवार और शुक्रवार को आक्रोशित छात्रों ने जयपुर में प्रदर्शन किया था। जयपुर में प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट को घेर लिया था। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारी छात्रों को खदेड़ा।

18 अगस्त मध्यरात्रि तक रहेगी प्रभावी धारा 144

पुलिस आयुक्तालया द्वारा जारी आदेश के अनुसार आज 19 जून शाम 6 बजे से 18 अगस्त मध्यरात्रि तक धारा 144 प्रभावी रहेगी। इस दौरान जुलूस, प्रदर्शन और सार्वजनिक स्थलों पर 5 या 5 से अधिक लोगों के एकत्रित रहने पर पाबंदी रहेगी। आदेश के अनुसार जिले की सीमा में कोई भी व्यक्ति अस्त्र-शस्त्र, विस्फोटक व ज्वलनशील पदार्थ लेकर सार्वजनिक जगहों पर नही जा सकेगा। जिले में कोई भी सोशल मीडिया के माध्यम से अनावश्यक, लोक शांति भंग करने वाले तथ्य आदान-प्रदान नहीं करेगा। कोई भी व्यक्ति ना तो स्वयं राजकीय सम्पत्ति को नुकसान पहुंचायेगा और ना ही इसके लिए किसी को प्रेरित करेगा।

पांच या पांच से अधिक व्यक्ति एकत्रित नहीं हो सकेंगे 

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अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजयपाल लांबा ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू की गई है। आदेश के तहत कहीं भी पांच या पांच से अधिक व्यक्ति एकत्रित नहीं होंगे, कोई भी संगठन, संस्था या समुदाय सभा नहीं करेंगे एवं जुलूस नहीं निकालेंगे। न ही कोई प्रदर्शन करेंगे। यह प्रतिबंध सरकारी कार्यक्रम, पुलिस, निर्वाचन संबंधी व कोविड-19 वैक्सीनेशन कार्यक्रम पर लागू नहीं होगा।

रामनवमी पर लगाई थी धारा 144

उल्लेखनीय है कि इससे पहले जयपुर में रामनवमी के अवसर पर धारा 144 लगाई गई थी। करौली हिंसा के बाद प्रदेश के कई जिलों में रामनवमी के अवसर पर सांप्रदायिक तनाव हो गया था। इसके बाद प्रशासन ने राजधानी जयपुर में भी धारा 144 लगा दी थी। करौली हिंसा के बाद प्रदेश के 17 जिलों में धारा 144 लगाई गई थी। जयपुर में धारा 144 लगाने की प्रमुख वजह केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध होना बताया जा रहा है। योजना के विरोध में प्रदेश एक दर्जन से अधिक जिलों में विरोध-प्रदर्शन हुए है। शनिवार को जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे पर जाम लगाया दिया गया था। जिसकी वजह से ट्रैफिक जाम हो गथा। प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा था। भरतपुर में भी रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शनकारी बैठ गए थे। हिसंक झड़प भी हुई थी। जिसमें एक पुलिसकर्मी का सिर फट गया था। जोधपुर में भी आक्रोशित युवाओं ने प्रदर्शन किया था। 

 

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