चार साल में सड़क बनाई, अब सीवरेज लाइन डालनी याद आई तो कर दी खुदाई


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चार साल से चल रहे निर्माण के बीच अब जाकर पिपली-थर्ड गेट सिक्स लेन प्रोजेक्ट आकार लेने लगा है, लेकिन इसकी अड़चनें खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। करीब 57 करोड़ की लागत से तैयार की जा रही शहर की इस लाइफ लाइन (पिपली-थर्ड गेट सड़क) का जो हिस्सा बन चुका था, अब उसे फिर उखाड़ा जा रहा है। कारण कि हमेशा की तरह सड़क बनाने के बाद अधिकारियों को सीवरेज लाइन डालने की याद आई है।
दो माह पहले सीवरेज की लाइन को डालने के लिए बनी बनाई थानेसर रेलवे स्टेशन से लेकर एलएनजेपी अस्पताल तक की सड़क उखाड़ी गई थी, वहीं अब यह खुदाई का कार्य एलएनजेपी अस्पताल से आगे थर्ड गेट तक किया जा रहा है। यहां सड़क का करीब 300 मीटर का हिस्सा उखड़ा हुआ है। एक माह से यहां सड़क उखड़ी होने के कारण यातायात भी प्रभावित है, जिस कारण उसे पुराने बाईपास से डायवर्ट किया जा रहा है। विदित हो कि पिपली से बिरला मंदिर तक सीवरेज डालना आसपास के लोगों की बहुत पुरानी मांग थी, लेकिन उक्त प्रोजेक्ट को जब तक मंजूरी मिली तब तक यहां सड़क बनकर तैयार हो चुकी थी। ऐसे में अब दोबारा से जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा थर्ड गेट से लेकर बिरला मंदिर तक सीवरेज लाइन दबाई जा रही है।
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जनस्वास्थ्य विभाग को करना होगा 56 लाख का भुगतान
जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा उखाड़ी गई सड़क के एवज में पीडब्ल्यूडी को करीब 56 लाख रुपये का भुगतान करना होगा। अगर यह भुगतान समय पर नहीं हुआ तो उखड़ी हुई सड़क को बनने में समय लगेगा। जन स्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन दिनेश गाबा का कहना है कि उन्होंने अधिकारियों के पास डिमांड भेजी हुई है। इस सप्ताह पीडब्ल्यूडी को भुगतान हो जाएगा। वहीं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का कहना है कि सड़क का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
राशि मिलते ही फिर शुरू होगा सड़क का काम
पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन दलेल सिंह का कहना है कि बनाई गई सड़क को उखाड़ने के एवज में जनस्वास्थ्य विभाग से 56 लाख की डिमांड की गई है। यह राशि मिलते ही दोबारा से सड़क बनाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
बाद में ही आती है सीवरेज की याद : राहुल
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शहरवासी राहुल ने बताया कि बड़ी मुश्किल से तो यह सड़क बनकर तैयार हुई थी। इसके बाद प्रशासन को याद आया कि यहां तो सीवरेज लाइन भी डालनी है। पहले ही लोग इस सड़क की वजह से काफी परेशान थे। अब दोबारा से सड़क उखड़ जाने से परेशानी बढ़ गई है।
धूल मिट्टी ने किया परेशान : राजू
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राजू ने बताया कि उसकी थर्ड गेट के पास दुकान है। सीवरेज लाइन डालने के लिए उखाड़ी गई सड़क से सारा दिन धूल मिट्टी उड़ती रहती है जो कि दुकान में आती है। एक-एक घंटे बाद दुकान में सफाई करनी पड़ती है। इससे दुकानदारी भी प्रभावित हो रही है।
बॉक्स
हो रहे हैं हादसे : संजीव
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संजीव ने बताया कि एक तरफ की सड़क को सीवरेज लाइन के लिए उखाड़ा गया है, जिस वजह से यातायात बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। उखड़ी सड़क पर कई बार हादसे हो जाते हैं। प्रशासन को कोई भी कार्य प्लानिंग के साथ करना चाहिए।
बॉक्स
बगैर योजना के किया जा रहा निर्माण : अरोड़ा
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पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि सड़कों का बुरा हाल है। सड़कें बनाने के बाद कभी सीवरेज के लिए तो कभी पानी की पाइप लाइन डालने के लिए उखाड़ी जाती हैं, जिसकी धूल और मिट्टी से वायु प्रदूषण बढ़ता है। बिना किसी योजना के निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है।

चार साल से चल रहे निर्माण के बीच अब जाकर पिपली-थर्ड गेट सिक्स लेन प्रोजेक्ट आकार लेने लगा है, लेकिन इसकी अड़चनें खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। करीब 57 करोड़ की लागत से तैयार की जा रही शहर की इस लाइफ लाइन (पिपली-थर्ड गेट सड़क) का जो हिस्सा बन चुका था, अब उसे फिर उखाड़ा जा रहा है। कारण कि हमेशा की तरह सड़क बनाने के बाद अधिकारियों को सीवरेज लाइन डालने की याद आई है।

दो माह पहले सीवरेज की लाइन को डालने के लिए बनी बनाई थानेसर रेलवे स्टेशन से लेकर एलएनजेपी अस्पताल तक की सड़क उखाड़ी गई थी, वहीं अब यह खुदाई का कार्य एलएनजेपी अस्पताल से आगे थर्ड गेट तक किया जा रहा है। यहां सड़क का करीब 300 मीटर का हिस्सा उखड़ा हुआ है। एक माह से यहां सड़क उखड़ी होने के कारण यातायात भी प्रभावित है, जिस कारण उसे पुराने बाईपास से डायवर्ट किया जा रहा है। विदित हो कि पिपली से बिरला मंदिर तक सीवरेज डालना आसपास के लोगों की बहुत पुरानी मांग थी, लेकिन उक्त प्रोजेक्ट को जब तक मंजूरी मिली तब तक यहां सड़क बनकर तैयार हो चुकी थी। ऐसे में अब दोबारा से जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा थर्ड गेट से लेकर बिरला मंदिर तक सीवरेज लाइन दबाई जा रही है।

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जनस्वास्थ्य विभाग को करना होगा 56 लाख का भुगतान

जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा उखाड़ी गई सड़क के एवज में पीडब्ल्यूडी को करीब 56 लाख रुपये का भुगतान करना होगा। अगर यह भुगतान समय पर नहीं हुआ तो उखड़ी हुई सड़क को बनने में समय लगेगा। जन स्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन दिनेश गाबा का कहना है कि उन्होंने अधिकारियों के पास डिमांड भेजी हुई है। इस सप्ताह पीडब्ल्यूडी को भुगतान हो जाएगा। वहीं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का कहना है कि सड़क का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा।

राशि मिलते ही फिर शुरू होगा सड़क का काम

पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन दलेल सिंह का कहना है कि बनाई गई सड़क को उखाड़ने के एवज में जनस्वास्थ्य विभाग से 56 लाख की डिमांड की गई है। यह राशि मिलते ही दोबारा से सड़क बनाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

बाद में ही आती है सीवरेज की याद : राहुल

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शहरवासी राहुल ने बताया कि बड़ी मुश्किल से तो यह सड़क बनकर तैयार हुई थी। इसके बाद प्रशासन को याद आया कि यहां तो सीवरेज लाइन भी डालनी है। पहले ही लोग इस सड़क की वजह से काफी परेशान थे। अब दोबारा से सड़क उखड़ जाने से परेशानी बढ़ गई है।

धूल मिट्टी ने किया परेशान : राजू

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राजू ने बताया कि उसकी थर्ड गेट के पास दुकान है। सीवरेज लाइन डालने के लिए उखाड़ी गई सड़क से सारा दिन धूल मिट्टी उड़ती रहती है जो कि दुकान में आती है। एक-एक घंटे बाद दुकान में सफाई करनी पड़ती है। इससे दुकानदारी भी प्रभावित हो रही है।

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हो रहे हैं हादसे : संजीव

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संजीव ने बताया कि एक तरफ की सड़क को सीवरेज लाइन के लिए उखाड़ा गया है, जिस वजह से यातायात बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। उखड़ी सड़क पर कई बार हादसे हो जाते हैं। प्रशासन को कोई भी कार्य प्लानिंग के साथ करना चाहिए।

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बगैर योजना के किया जा रहा निर्माण : अरोड़ा

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पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि सड़कों का बुरा हाल है। सड़कें बनाने के बाद कभी सीवरेज के लिए तो कभी पानी की पाइप लाइन डालने के लिए उखाड़ी जाती हैं, जिसकी धूल और मिट्टी से वायु प्रदूषण बढ़ता है। बिना किसी योजना के निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है।

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