ख़बर सुनें
कनीना। उपमंडल के गांव खेड़ी निवासी भारतीय सेना के जवान हवलदार संजय सिंह को ग्रामीणों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। अंबाला में कार्यरत जवान संजय सिंह का पार्थिव शरीर को शनिवार को पैतृक गांव लाया गया था। शनिवार को सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। हिसार से पहुंची फॉर मेक फर्स्ट सिख रेजिमेंट की टुकड़ी ने सैनिक सम्मान के साथ पुष्प चक्र अर्पित कर शस्त्र सलामी दी। मौके पर विधायक सीताराम यादव, एसडीएम सुरेंद्र सिंह ने पुष्प चक्कर अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
45 वर्षीय संजय सिंह वर्ष 1999 में 25 एडी रेजिमेंट नासिक में भर्ती हुए थे। हवलदार संजय सिंह वर्तमान में अंबाला में सेवारत थे। पिछले कुछ समय से पेट के दर्द की बीमारी से पीड़ित थे। सैनिक के भाई मेजर राज सिंह ने बताया कि संजय सिंह की पिछले 15 दिनों से तबीयत खराब चल रही थी। अंबाला में उनकी पोस्टिंग थी। उसके बाद एमएच हॉस्पिटल में अंबाला में भर्ती हो गए। वहां से उनको चंडीमंदिर हॉस्पिटल में भर्ती करवा दिया था। शनिवार को हवलदार संजय ने अंतिम सांस ली।
गांव में पहुंचने पर जवान के पार्थिव शरीर का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इसे पहले गांव पहुंचने पर युवाओं ने सैकड़ों की संख्या में बाइकों पर सवार होकर बाइक रैली निकाली। जवान के पार्थिव शरीर को एक फूलों से सजा कर खुले वाहन में रखकर गांव में परिक्रमा की गई। गांव में बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़े। साथ ही क्षेत्र के अनेक पूर्व सैनिक भी जवान को अंतिम सलामी देने पहुंचे। इस दौरान सैनिक की अंतिम यात्रा में बीजेपी किसान मोर्चा महामंत्री हनुमान सेहलंगीया, पूर्व सरपंच रामनिवास बंसल, मंडल अध्यक्ष अतर सिंह कैमला, सतबीर सेहलंगीया, कैप्टन ओमपाल सिंह, भूतपूर्व चेयरमैन धूम सिंह, एडवोकेट मनदीप सिंह खेड़ी, सुबेदार मदन सिंह, सुबेदार सुखपाल सिंह, मेजर राजकुमार ने सैनिक को नम आंखों से विदाई दी।
——–
तीन भाइयों में सबसे बड़े थे संजय
हवलदार संजय के पिता भी सेना से सेवानिवृत्त हुए थे। पिछले वर्ष उनका देहांत हो गया। संजय तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। उनको एक बेटी तथा दो बेटे हैं।
कनीना। उपमंडल के गांव खेड़ी निवासी भारतीय सेना के जवान हवलदार संजय सिंह को ग्रामीणों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। अंबाला में कार्यरत जवान संजय सिंह का पार्थिव शरीर को शनिवार को पैतृक गांव लाया गया था। शनिवार को सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। हिसार से पहुंची फॉर मेक फर्स्ट सिख रेजिमेंट की टुकड़ी ने सैनिक सम्मान के साथ पुष्प चक्र अर्पित कर शस्त्र सलामी दी। मौके पर विधायक सीताराम यादव, एसडीएम सुरेंद्र सिंह ने पुष्प चक्कर अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
45 वर्षीय संजय सिंह वर्ष 1999 में 25 एडी रेजिमेंट नासिक में भर्ती हुए थे। हवलदार संजय सिंह वर्तमान में अंबाला में सेवारत थे। पिछले कुछ समय से पेट के दर्द की बीमारी से पीड़ित थे। सैनिक के भाई मेजर राज सिंह ने बताया कि संजय सिंह की पिछले 15 दिनों से तबीयत खराब चल रही थी। अंबाला में उनकी पोस्टिंग थी। उसके बाद एमएच हॉस्पिटल में अंबाला में भर्ती हो गए। वहां से उनको चंडीमंदिर हॉस्पिटल में भर्ती करवा दिया था। शनिवार को हवलदार संजय ने अंतिम सांस ली।
गांव में पहुंचने पर जवान के पार्थिव शरीर का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इसे पहले गांव पहुंचने पर युवाओं ने सैकड़ों की संख्या में बाइकों पर सवार होकर बाइक रैली निकाली। जवान के पार्थिव शरीर को एक फूलों से सजा कर खुले वाहन में रखकर गांव में परिक्रमा की गई। गांव में बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़े। साथ ही क्षेत्र के अनेक पूर्व सैनिक भी जवान को अंतिम सलामी देने पहुंचे। इस दौरान सैनिक की अंतिम यात्रा में बीजेपी किसान मोर्चा महामंत्री हनुमान सेहलंगीया, पूर्व सरपंच रामनिवास बंसल, मंडल अध्यक्ष अतर सिंह कैमला, सतबीर सेहलंगीया, कैप्टन ओमपाल सिंह, भूतपूर्व चेयरमैन धूम सिंह, एडवोकेट मनदीप सिंह खेड़ी, सुबेदार मदन सिंह, सुबेदार सुखपाल सिंह, मेजर राजकुमार ने सैनिक को नम आंखों से विदाई दी।
——–
तीन भाइयों में सबसे बड़े थे संजय
हवलदार संजय के पिता भी सेना से सेवानिवृत्त हुए थे। पिछले वर्ष उनका देहांत हो गया। संजय तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। उनको एक बेटी तथा दो बेटे हैं।
.