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करनाल। करनाल-मेरठ रोड के चौड़ीकरण प्रोजेक्ट में अब दो फ्लाईओवर भी बनाए जाएंगे, ताकि सफर सुगम रहे और यातायात दबाव के कारण हादसे न हों। इसके लिए एक फ्लाईओवर सेक्टर 5-6 के साथ लगते गुरु रविदास चौक और दूसरा करनाल से करीब आठ किलोमीटर दूर नगला चौक पर बनाया जाएगा। सड़क के चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। दोनों फ्लाईओवर के निर्माण पर करीब 22 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
दोनों फ्लाईओवर के निर्माण को लेकर मंगलवार को उपायुक्त अनीश यादव ने नेशनल हाईवे जींद के कार्यकारी अभियंता सज्जन कुमार और जेई अतुल के साथ बैठक की। एक्सईएन ने बताया कि गुरु रविदास चौक पर प्रस्तावित फ्लाईओवर के निर्माण का एस्टीमेट सरकार के पास भेजा है। इसकी प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के बाद संशोधित एस्टीमेट बनेगा और फिर टेंडर डॉक्यूमेंट तैयार कर आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। फ्लाईओवर के नीचे मेन अंडर स्पेस के अलावा एक अंडर स्पेस सेक्टर-5 की ओर दूसरी आईजी कार्यालय की तरफ बनाएंगे ताकि लोगों को एक साइड से दूसरी साइड जाने की सुविधा रहे। उन्होंने बताया कि फ्लाईओवर की जगह पर हाई ट्रांसमिशन लाइन भी है, इसे शिफ्ट किया जाएगा। उपायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि प्रशासकीय स्वीकृति के लिए वे अपने प्रयास तेज करें। ब्यूरो
आठ एकड़ भूमि होगी अधिग्रहित
नगला चौक पर बनने वाले फ्लाईओवर में बॉक्स टाइप अंडर स्पेस बनाए जाएंगे। इस फ्लाईओवर को लेकर करीब आठ एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाना है और इसका भी एस्टीमेट सरकार को भेजा है। एनएचएआई से इस कार्य की एनओसी भी लेनी पड़ेगी। ये सभी आवश्यकताएं पूरी होने के बाद ही इस पर आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
करनाल। करनाल-मेरठ रोड के चौड़ीकरण प्रोजेक्ट में अब दो फ्लाईओवर भी बनाए जाएंगे, ताकि सफर सुगम रहे और यातायात दबाव के कारण हादसे न हों। इसके लिए एक फ्लाईओवर सेक्टर 5-6 के साथ लगते गुरु रविदास चौक और दूसरा करनाल से करीब आठ किलोमीटर दूर नगला चौक पर बनाया जाएगा। सड़क के चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। दोनों फ्लाईओवर के निर्माण पर करीब 22 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
दोनों फ्लाईओवर के निर्माण को लेकर मंगलवार को उपायुक्त अनीश यादव ने नेशनल हाईवे जींद के कार्यकारी अभियंता सज्जन कुमार और जेई अतुल के साथ बैठक की। एक्सईएन ने बताया कि गुरु रविदास चौक पर प्रस्तावित फ्लाईओवर के निर्माण का एस्टीमेट सरकार के पास भेजा है। इसकी प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के बाद संशोधित एस्टीमेट बनेगा और फिर टेंडर डॉक्यूमेंट तैयार कर आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। फ्लाईओवर के नीचे मेन अंडर स्पेस के अलावा एक अंडर स्पेस सेक्टर-5 की ओर दूसरी आईजी कार्यालय की तरफ बनाएंगे ताकि लोगों को एक साइड से दूसरी साइड जाने की सुविधा रहे। उन्होंने बताया कि फ्लाईओवर की जगह पर हाई ट्रांसमिशन लाइन भी है, इसे शिफ्ट किया जाएगा। उपायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि प्रशासकीय स्वीकृति के लिए वे अपने प्रयास तेज करें। ब्यूरो
आठ एकड़ भूमि होगी अधिग्रहित
नगला चौक पर बनने वाले फ्लाईओवर में बॉक्स टाइप अंडर स्पेस बनाए जाएंगे। इस फ्लाईओवर को लेकर करीब आठ एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाना है और इसका भी एस्टीमेट सरकार को भेजा है। एनएचएआई से इस कार्य की एनओसी भी लेनी पड़ेगी। ये सभी आवश्यकताएं पूरी होने के बाद ही इस पर आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
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