गुरुग्राम नगर निगम में नौकरी लगवाने का झांसा देकर चार लोगों के ठगे 4.15 लाख रुपये


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रेवाड़ी। गुरुग्राम नगर निगम में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक ही शख्स ने दो महिलाओं सहित कुल चार लोगों से 4.15 लाख रुपये ठग लिए। आरोपी खुद को राष्ट्रीय राजनीतिक दल का महामंत्री तो कभी गुरुग्राम कमिश्नर का रिश्तेदार बताकर लोगों के साथ ठगी करता था। इसके खिलाफ अलग-अलग थानों में मामले दर्ज किए गए हैं।
शहर के दिल्ली रोड स्थित उत्तम नगर में रहने वाली मंजू बाला, पूनम और नवीन के घर आसपास हैं। उन्हीं के मोहल्ले में रहने वाले निशांत नाम के एक व्यक्ति के पास अमन चावरिया का आना-जाना था। अमन ने खुद को रसूखदार बताते हुए गुरुग्राम कमिश्नर का रिश्तेदार बताया और कई मंत्रियों से अच्छी पहचान का हवाला दिया। अमन ने गुरुग्राम में सरकारी नौकरी दिलाने की बात कही। निशांत ने उत्तम नगर निवासी मंजू बाला, पूनम और नवीन के तीनों के घर बता दिए। इसके बाद आरोपी अमन अपने चालक के साथ उनके घर पहुंच गया।
आरोपी ने तीनों को कहा कि वह उनकी गुरुग्राम नगर निगम में नौकरी लगवा देगा। इसके लिए तीन-तीन लाख रुपए देने होंगे। आरोपी ने 22 मई को पूनम से एक लाख, नवीन से 50 हजार और मंजू बाला से 40 हजार रुपये ले लिए। 24 मई को गुरुग्राम में साथ चलने के लिए बोल दिया। अमन गुरुग्राम के सेक्टर-10 स्थित सरकारी अस्पताल में नवीन का मेडिकल कराने चला गया। कुछ देर बाद वह मौके से भाग गया। नवीन और दोनों महिलाओं ने जब फोन किया तो आरोपी का मोबाइन फोन स्विच ऑफ मिला। उन्होंने कई बार उसे फोन किया, लेकिन बात नहीं हुई। अगले दिन फोन ऑन होने पर उसने 2 दिन के अंदर पैसे लौटाने की बात की लेकिन आरोपी ने आज तक उनके पैसे नहीं दिए। तीनों पीड़ितों ने शिकायत मॉडल टाउन थाना पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बीते दिन एसपी को शिकायत दी गई। एसपी के आदेश पर मॉडल टाउन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया।

एक छात्र से भी ठगे थे सवा दो लाख रुपये
आरोपी ने तीन दिन पहले भी नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक छात्र से सवा दो लाख रुपये ठगे थे। पुलिस को दी गई शिकायत में अजय नगर निवासी रवि ने कहा है कि वह बीए का छात्र है। उसका दोस्त इंद्रा कॉलोनी निवासी सोनू ने उसकी मुलाकात दिल्ली रोड पर केएलपी कॉलेज के निकट रहने वाले अमन चावरिया से कराई थी। अमन ने खुद को राष्ट्रीय राजनीतिक दल का महामंत्री बताया था। अमन ने उसे गुरुग्राम में नौकरी दिलाने का भरोसा दिया और दो लाख रुपये की मांग की। 28 सितंबर 2020 को अमन चावरिया उससे 50 हजार रुपये नकद ले गया। अगले दिन वह उसे अपनी गाड़ी में बैठाकर गुरुग्राम ले गया ओर सरकारी अस्पताल में मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाया। अमन ने उसे गुरुग्राम नगर निगम में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद दो बार में 95 हजार रुपये और लिए और उसे कभी गुरुग्राम तो कभी मानेसर स्थित निगम कार्यालय में घुमाता रहा। चार-पांच माह तक जब नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने अमन से अपने रुपये वापस मांगे। दो मार्च 2021 को अमन ने नौकरी के लिए 50 हजार रुपये और मांगे। 50 हजार रुपये लेने के बाद एक पत्र और पहचान पत्र देकर नौकरी ज्वाइन करने के लिए कहा। वह पत्र और पहचान पत्र लेकर गुरुग्राम नगर निगम कार्यालय में गया तो पता लगा कि दोनों ही कागजात फर्जी हैं। उन्होंने आरोपी से बात की तो उसने मोटरसाइकिल फाइनेंस कराने पर नौकरी लगाने का आश्वासन दिया। आरोपी ने उससे 30 हजार रुपये मंगाए और कागजात पर हस्ताक्षर करा कर एजेंसी से मोटरसाइकिल फाइनेंस करा दी और मोटरसाइकिल भी अपने पास ही रख ली। न तो उनसे लिए रुपये लौटाए और न ही नौकरी मिली। रवि ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक को दी थी। इसके बाद शहर थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया।

रेवाड़ी। गुरुग्राम नगर निगम में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक ही शख्स ने दो महिलाओं सहित कुल चार लोगों से 4.15 लाख रुपये ठग लिए। आरोपी खुद को राष्ट्रीय राजनीतिक दल का महामंत्री तो कभी गुरुग्राम कमिश्नर का रिश्तेदार बताकर लोगों के साथ ठगी करता था। इसके खिलाफ अलग-अलग थानों में मामले दर्ज किए गए हैं।

शहर के दिल्ली रोड स्थित उत्तम नगर में रहने वाली मंजू बाला, पूनम और नवीन के घर आसपास हैं। उन्हीं के मोहल्ले में रहने वाले निशांत नाम के एक व्यक्ति के पास अमन चावरिया का आना-जाना था। अमन ने खुद को रसूखदार बताते हुए गुरुग्राम कमिश्नर का रिश्तेदार बताया और कई मंत्रियों से अच्छी पहचान का हवाला दिया। अमन ने गुरुग्राम में सरकारी नौकरी दिलाने की बात कही। निशांत ने उत्तम नगर निवासी मंजू बाला, पूनम और नवीन के तीनों के घर बता दिए। इसके बाद आरोपी अमन अपने चालक के साथ उनके घर पहुंच गया।

आरोपी ने तीनों को कहा कि वह उनकी गुरुग्राम नगर निगम में नौकरी लगवा देगा। इसके लिए तीन-तीन लाख रुपए देने होंगे। आरोपी ने 22 मई को पूनम से एक लाख, नवीन से 50 हजार और मंजू बाला से 40 हजार रुपये ले लिए। 24 मई को गुरुग्राम में साथ चलने के लिए बोल दिया। अमन गुरुग्राम के सेक्टर-10 स्थित सरकारी अस्पताल में नवीन का मेडिकल कराने चला गया। कुछ देर बाद वह मौके से भाग गया। नवीन और दोनों महिलाओं ने जब फोन किया तो आरोपी का मोबाइन फोन स्विच ऑफ मिला। उन्होंने कई बार उसे फोन किया, लेकिन बात नहीं हुई। अगले दिन फोन ऑन होने पर उसने 2 दिन के अंदर पैसे लौटाने की बात की लेकिन आरोपी ने आज तक उनके पैसे नहीं दिए। तीनों पीड़ितों ने शिकायत मॉडल टाउन थाना पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बीते दिन एसपी को शिकायत दी गई। एसपी के आदेश पर मॉडल टाउन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया।



एक छात्र से भी ठगे थे सवा दो लाख रुपये

आरोपी ने तीन दिन पहले भी नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक छात्र से सवा दो लाख रुपये ठगे थे। पुलिस को दी गई शिकायत में अजय नगर निवासी रवि ने कहा है कि वह बीए का छात्र है। उसका दोस्त इंद्रा कॉलोनी निवासी सोनू ने उसकी मुलाकात दिल्ली रोड पर केएलपी कॉलेज के निकट रहने वाले अमन चावरिया से कराई थी। अमन ने खुद को राष्ट्रीय राजनीतिक दल का महामंत्री बताया था। अमन ने उसे गुरुग्राम में नौकरी दिलाने का भरोसा दिया और दो लाख रुपये की मांग की। 28 सितंबर 2020 को अमन चावरिया उससे 50 हजार रुपये नकद ले गया। अगले दिन वह उसे अपनी गाड़ी में बैठाकर गुरुग्राम ले गया ओर सरकारी अस्पताल में मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाया। अमन ने उसे गुरुग्राम नगर निगम में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद दो बार में 95 हजार रुपये और लिए और उसे कभी गुरुग्राम तो कभी मानेसर स्थित निगम कार्यालय में घुमाता रहा। चार-पांच माह तक जब नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने अमन से अपने रुपये वापस मांगे। दो मार्च 2021 को अमन ने नौकरी के लिए 50 हजार रुपये और मांगे। 50 हजार रुपये लेने के बाद एक पत्र और पहचान पत्र देकर नौकरी ज्वाइन करने के लिए कहा। वह पत्र और पहचान पत्र लेकर गुरुग्राम नगर निगम कार्यालय में गया तो पता लगा कि दोनों ही कागजात फर्जी हैं। उन्होंने आरोपी से बात की तो उसने मोटरसाइकिल फाइनेंस कराने पर नौकरी लगाने का आश्वासन दिया। आरोपी ने उससे 30 हजार रुपये मंगाए और कागजात पर हस्ताक्षर करा कर एजेंसी से मोटरसाइकिल फाइनेंस करा दी और मोटरसाइकिल भी अपने पास ही रख ली। न तो उनसे लिए रुपये लौटाए और न ही नौकरी मिली। रवि ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक को दी थी। इसके बाद शहर थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया।

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