गतौली गांव की गली में एक सांड में मचाया आतंक, चार लोगों को मारी टक्कर, एक बुजुर्ग की मौत


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जुलाना। गांव गतौली में सोमवार की शाम एक सांड़ ने गली में टहल रहे चार लोगों को टक्कर मारकर घायल कर दिया। सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल कराया गया जिसमें 91 वर्षीय बुजुर्ग कर्म सिंह की मौत हो गई। तीन अन्य घायलों को चिकित्सकों ने पीजीआई रोहतक के लिए रेफर कर दिया। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद सांड़ को काबू किया।
गतौली गांव में सोमवार शाम लगभग पांच बजे 91 वर्षीय कर्म सिंह, 55 वर्षीय बलजीत, 36 वर्षीय सुरेश तथा 60 वर्षीय जगबीर टहल रहे थे। अचानक एक सांड़ ने सबसे पहले कर्म सिंह को टक्कर मारी। इसके बाद उसने बलजीत, सुरेश और जगबीर को भी टक्कर मार दी। इसमें चारों घायल हो गए। इसके बाद ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत कर साड़ को काबू किया और उसे एक पेड़ से बांध दिया। सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल करवाया गया। यहां कर्म सिंह की मौत हो गई जबकि बलजीत, सुरेश और जगबीर को चिकित्सकों ने पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया। ग्रामीण रमेश कुमार ने बताया कि सांड़ की हालत ठीक नहीं थी। वह हमेशा गलियों में घूमता रहता था लेकिन किसी को चोट नहीं पहुंचाई थी। सोमवार को पता नहीं उसे क्या हो गया, जो वह भड़क गया। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस प्रकार बेसहारा पशुओं को पकड़ने की मांग की है।
सड़क हादसों का कारण बने हैं सांड़
जुलाना क्षेत्र में कई बार बेसहारा पशु सड़क पर लोगों को घायल कर देते हैं। साथ ही वे दुर्घटना का कारण बनते हैं। रात के समय ये बेसहारा पशु सड़क पर बैठ जाते हैं। अंधेरे में दिखाई नहीं देने के कारण वाहन इनसे टकरा जाते हैं। अकेले जुलाना में दो लोग सांड़ से टकराकर मौत के मुंह में जा चुके हैं जबकि पांच अन्य घायल हो चुके हैं।
बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए की थी भूख हड़ताल
वार्ड नंबर नौ के पार्षद सुभाष पांचाल ने कहा कि बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए पांच दिन नपा पार्षदों ने भूख हड़ताल की थी। तहसीलदार के पशुओं को पकड़ने के लिए अभियान चलाने का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक कोई अभियान नहीं चल पाया।
हिंसक बेसहारा पशु ले चुके हैं कई लोगों की जान
जिले में हिंसक बेसहारा पशु पांच लोगों की जान ले चुके हैं। तीन सितंबर 2021 को कंडेला गांव के पास आवारा पशु से टकराने से 24 वर्षीय कंडेला निवासी राकेश की मौत हुई थी। सितंबर में ही अर्बन इस्टेट निवासी रिटायर्ड कर्मचारी की मौत हुई थी। तीन अप्रैल 2019 को नरवाना रोड पर अहीरका निवासी मनोज व राहुल की मौत हुई थी जबकि दर्शन नामक युवक घायल हुआ था। नवंबर 2019 में अमरहेड़ी के पास बाइक सवार के आगे गाय आने पर एक युवक की मौत हो गई थी, जबकि दो घायल हो गए थे। 11 जून 2020 को लजवाना खुर्द में 56 वर्षीय बलवान की मौत हुई थी। 13 जून 2020 को पंजाबी बाजार निवासी गौरव को सांड़ ने घायल कर दिया था, जिसकी पीजीआई में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। 21 जून 2020 को बाइक पर जा रहे सरनाखेड़ी निवासी मनीष को सांड़ ने सींग मार दिया था, जिसमें उसकी मौत हो गई थी। 29 जुलाई 2021 को सफीदों के रामपुरा रोड पर पशु को बचाने के चक्कर में पेड़ से गाड़ी टकराई थी, जिसमें ढाठरथ निवासी काला सिंह की मौत हो गई थी, जबकि दो व्यक्ति घायल हो गए थे। आठ वर्ष पहले जींद के पूर्व विधायक डॉ. हरिचंद मिड्ढा को सांड़ ने घायल कर दिया था। इसके बाद डॉ. मिड्ढा चारपाई से उठ नहीं पाए थे।
नगर परिषद की ओर से चुनाव के बाद बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जाएगा। पहले भी अभियान चलाकर इन सांड़ और गायों को गोशाला में छोड़ा गया था।-मेजर गायत्री अहलावत, एसडीएम, जींद।

जुलाना। गांव गतौली में सोमवार की शाम एक सांड़ ने गली में टहल रहे चार लोगों को टक्कर मारकर घायल कर दिया। सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल कराया गया जिसमें 91 वर्षीय बुजुर्ग कर्म सिंह की मौत हो गई। तीन अन्य घायलों को चिकित्सकों ने पीजीआई रोहतक के लिए रेफर कर दिया। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद सांड़ को काबू किया।

गतौली गांव में सोमवार शाम लगभग पांच बजे 91 वर्षीय कर्म सिंह, 55 वर्षीय बलजीत, 36 वर्षीय सुरेश तथा 60 वर्षीय जगबीर टहल रहे थे। अचानक एक सांड़ ने सबसे पहले कर्म सिंह को टक्कर मारी। इसके बाद उसने बलजीत, सुरेश और जगबीर को भी टक्कर मार दी। इसमें चारों घायल हो गए। इसके बाद ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत कर साड़ को काबू किया और उसे एक पेड़ से बांध दिया। सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल करवाया गया। यहां कर्म सिंह की मौत हो गई जबकि बलजीत, सुरेश और जगबीर को चिकित्सकों ने पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया। ग्रामीण रमेश कुमार ने बताया कि सांड़ की हालत ठीक नहीं थी। वह हमेशा गलियों में घूमता रहता था लेकिन किसी को चोट नहीं पहुंचाई थी। सोमवार को पता नहीं उसे क्या हो गया, जो वह भड़क गया। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस प्रकार बेसहारा पशुओं को पकड़ने की मांग की है।

सड़क हादसों का कारण बने हैं सांड़

जुलाना क्षेत्र में कई बार बेसहारा पशु सड़क पर लोगों को घायल कर देते हैं। साथ ही वे दुर्घटना का कारण बनते हैं। रात के समय ये बेसहारा पशु सड़क पर बैठ जाते हैं। अंधेरे में दिखाई नहीं देने के कारण वाहन इनसे टकरा जाते हैं। अकेले जुलाना में दो लोग सांड़ से टकराकर मौत के मुंह में जा चुके हैं जबकि पांच अन्य घायल हो चुके हैं।

बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए की थी भूख हड़ताल

वार्ड नंबर नौ के पार्षद सुभाष पांचाल ने कहा कि बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए पांच दिन नपा पार्षदों ने भूख हड़ताल की थी। तहसीलदार के पशुओं को पकड़ने के लिए अभियान चलाने का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक कोई अभियान नहीं चल पाया।

हिंसक बेसहारा पशु ले चुके हैं कई लोगों की जान

जिले में हिंसक बेसहारा पशु पांच लोगों की जान ले चुके हैं। तीन सितंबर 2021 को कंडेला गांव के पास आवारा पशु से टकराने से 24 वर्षीय कंडेला निवासी राकेश की मौत हुई थी। सितंबर में ही अर्बन इस्टेट निवासी रिटायर्ड कर्मचारी की मौत हुई थी। तीन अप्रैल 2019 को नरवाना रोड पर अहीरका निवासी मनोज व राहुल की मौत हुई थी जबकि दर्शन नामक युवक घायल हुआ था। नवंबर 2019 में अमरहेड़ी के पास बाइक सवार के आगे गाय आने पर एक युवक की मौत हो गई थी, जबकि दो घायल हो गए थे। 11 जून 2020 को लजवाना खुर्द में 56 वर्षीय बलवान की मौत हुई थी। 13 जून 2020 को पंजाबी बाजार निवासी गौरव को सांड़ ने घायल कर दिया था, जिसकी पीजीआई में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। 21 जून 2020 को बाइक पर जा रहे सरनाखेड़ी निवासी मनीष को सांड़ ने सींग मार दिया था, जिसमें उसकी मौत हो गई थी। 29 जुलाई 2021 को सफीदों के रामपुरा रोड पर पशु को बचाने के चक्कर में पेड़ से गाड़ी टकराई थी, जिसमें ढाठरथ निवासी काला सिंह की मौत हो गई थी, जबकि दो व्यक्ति घायल हो गए थे। आठ वर्ष पहले जींद के पूर्व विधायक डॉ. हरिचंद मिड्ढा को सांड़ ने घायल कर दिया था। इसके बाद डॉ. मिड्ढा चारपाई से उठ नहीं पाए थे।

नगर परिषद की ओर से चुनाव के बाद बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जाएगा। पहले भी अभियान चलाकर इन सांड़ और गायों को गोशाला में छोड़ा गया था।-मेजर गायत्री अहलावत, एसडीएम, जींद।

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