खुराना रोड ड्रेन से खनौरी तक बाईपास बनना शुरू


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कैथल। शहर के खुराना रोड से खनौरी रोड तक पांच किलोमीटर बनने वाले बाईपास का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। पीडब्ल्यूडी विभाग ने बाईपास बनाने के लिए दोनों ओर रिटर्निंग वॉल बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। इस काम पर 17 करोड़ रुपये लागत आएगी। बाईपास का निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद शहर को जाम की समस्या से निजात मिलने की उम्मीद है। शहर एक रिंग रोड की जद में होगा। जिससे बाहर से आने वाले वाहनों को बाहर की बाहर ही शहर से निकाला जा सकेगा।
अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र आदि शहरों में जाने वालों वाहन चालकों को भी शहर के अंदर आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वाहन शहर के बाहर से ही निकल जाएंगे। गौरतलब रहे कि वर्ष 2019 में सीएम मनोहर लाल ने इस बाईपास को बनाने की घोषणा की थी लेकिन लगभग ढाई साल तक कागजी प्रक्रिया पूरी न होने के कारण काम अटका हुआ था लेकिन अब यह काम शुरू कर दिया गया है। लगभग छह महीने के अंदर विभाग की तरफ से कार्य को पूरा करवाने की बात कही गई है।
तीन विभागों में उलझी थी फाइल
सूत्रों के अनुसार, बाईपास बनाने की फाइल तीन विभागों के बीच उलझ गई थी। दरअसल, जहां से बाईपास बनना शुरू हुआ है, वहां पर पेड़ों की कटाई की जरूरत थी। जिस जमीन पर पेड़ थे, वह सिंचाई विभाग की थी। पीडब्ल्यूडी ने पेड़ों की कटाई के लिए सिंचाई विभाग को पत्र लिखा था तो उसने वन विभाग से पेड़ काटने की स्वीकृति ली। वन विभाग से अनुमति मिलने के बाद पीडब्ल्यूडी ने पेड़ों की कटाई के बदले में 12 लाख रुपये की राशि सिंचाई विभाग के खाते में जमा करवाए। इसके बाद सिंचाई विभाग ने वन विभाग के पास यह धनराशि जमा करवा दी। इसके बाद पेड़ों की कटाई हुई। अब बाईपास निर्माण का रास्ता साफ हुआ है।
सीवन, ढांड व गुहला ब्लॉक को होगा फायदा
नया बाईपास बन जाने के बाद गुहला, सीवन, ढांड के गांवों को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। गुहला के 92 गांव, सीवन के 22 गांवों के साथ पटियाला और खनौरी जाने वाले लोगों को भी फायदा मिलेगा। ढांड के 25 गांवों के लोगों को आने जाने में फायदा मिलेगा। दूर दराज से आने वाले लोगों को शहर में आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। विधायक लीला राम ने पिछले सदन में इस कार्य का शुरू करवाने का मुद्दा उठाया था।
पांचवां बाईपास बन जाने के बाद लोगों को शहर में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कुरुक्षेत्र जाने के लिए बाईपास से ही लोग निकल जाएंगे। कम समय में ज्यादा सफर तय हो जाएगा। जाम से राहगीरों को मुक्ति मिलेगी। -विकास, शहरवासी
बाईपास बनने से बाहरी यात्रियों को शहर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। शहर में जाम लगने के कारण कई बार लोग जाम में आधा घंटा तक फंसे रहते हैं। अब जाम से राहत मिलने की उम्मीद जगी है। -अमरीक सिंह, शहरवासी
बाईपास की चौड़ाई 18 फीट होगी।
खुराना रोड से खनौरी रोड तक पांच किलोमीटर का निर्माण कार्य होगा। बाईपास की चौड़ाई 18 फीट होगी। इस पांच किलोमीटर के बाईपास के बन जाने के बाद कैथल शहर को 11 किलोमीटर लंबे बाईपास की सुविधा मिल जाएगी। कुरुक्षेत्र रोड से खुराना रोड तक पहले ही ड्रेन के साथ छह किलोमीटर बाईपास बना हुआ है। अब जो पांच किलोमीटर बाईपास बनाया जाएगा, वह खुराना रोड तक जोड़ेगा।
पीडब्ल्यूडी विभाग के कार्यकारी अभियंता केसी पठानिया ने कहा कि काम शुरू करवा दिया गया है। लगभग छह महीने में काम को पूरा कर दिया जाएगा। कैथल का पांचवां बाईपास होगा। शहर में लोगों को जाम की मुक्ति मिलेगी।

कैथल। शहर के खुराना रोड से खनौरी रोड तक पांच किलोमीटर बनने वाले बाईपास का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। पीडब्ल्यूडी विभाग ने बाईपास बनाने के लिए दोनों ओर रिटर्निंग वॉल बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। इस काम पर 17 करोड़ रुपये लागत आएगी। बाईपास का निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद शहर को जाम की समस्या से निजात मिलने की उम्मीद है। शहर एक रिंग रोड की जद में होगा। जिससे बाहर से आने वाले वाहनों को बाहर की बाहर ही शहर से निकाला जा सकेगा।

अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र आदि शहरों में जाने वालों वाहन चालकों को भी शहर के अंदर आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वाहन शहर के बाहर से ही निकल जाएंगे। गौरतलब रहे कि वर्ष 2019 में सीएम मनोहर लाल ने इस बाईपास को बनाने की घोषणा की थी लेकिन लगभग ढाई साल तक कागजी प्रक्रिया पूरी न होने के कारण काम अटका हुआ था लेकिन अब यह काम शुरू कर दिया गया है। लगभग छह महीने के अंदर विभाग की तरफ से कार्य को पूरा करवाने की बात कही गई है।

तीन विभागों में उलझी थी फाइल

सूत्रों के अनुसार, बाईपास बनाने की फाइल तीन विभागों के बीच उलझ गई थी। दरअसल, जहां से बाईपास बनना शुरू हुआ है, वहां पर पेड़ों की कटाई की जरूरत थी। जिस जमीन पर पेड़ थे, वह सिंचाई विभाग की थी। पीडब्ल्यूडी ने पेड़ों की कटाई के लिए सिंचाई विभाग को पत्र लिखा था तो उसने वन विभाग से पेड़ काटने की स्वीकृति ली। वन विभाग से अनुमति मिलने के बाद पीडब्ल्यूडी ने पेड़ों की कटाई के बदले में 12 लाख रुपये की राशि सिंचाई विभाग के खाते में जमा करवाए। इसके बाद सिंचाई विभाग ने वन विभाग के पास यह धनराशि जमा करवा दी। इसके बाद पेड़ों की कटाई हुई। अब बाईपास निर्माण का रास्ता साफ हुआ है।

सीवन, ढांड व गुहला ब्लॉक को होगा फायदा

नया बाईपास बन जाने के बाद गुहला, सीवन, ढांड के गांवों को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। गुहला के 92 गांव, सीवन के 22 गांवों के साथ पटियाला और खनौरी जाने वाले लोगों को भी फायदा मिलेगा। ढांड के 25 गांवों के लोगों को आने जाने में फायदा मिलेगा। दूर दराज से आने वाले लोगों को शहर में आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। विधायक लीला राम ने पिछले सदन में इस कार्य का शुरू करवाने का मुद्दा उठाया था।

पांचवां बाईपास बन जाने के बाद लोगों को शहर में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कुरुक्षेत्र जाने के लिए बाईपास से ही लोग निकल जाएंगे। कम समय में ज्यादा सफर तय हो जाएगा। जाम से राहगीरों को मुक्ति मिलेगी। -विकास, शहरवासी

बाईपास बनने से बाहरी यात्रियों को शहर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। शहर में जाम लगने के कारण कई बार लोग जाम में आधा घंटा तक फंसे रहते हैं। अब जाम से राहत मिलने की उम्मीद जगी है। -अमरीक सिंह, शहरवासी

बाईपास की चौड़ाई 18 फीट होगी।

खुराना रोड से खनौरी रोड तक पांच किलोमीटर का निर्माण कार्य होगा। बाईपास की चौड़ाई 18 फीट होगी। इस पांच किलोमीटर के बाईपास के बन जाने के बाद कैथल शहर को 11 किलोमीटर लंबे बाईपास की सुविधा मिल जाएगी। कुरुक्षेत्र रोड से खुराना रोड तक पहले ही ड्रेन के साथ छह किलोमीटर बाईपास बना हुआ है। अब जो पांच किलोमीटर बाईपास बनाया जाएगा, वह खुराना रोड तक जोड़ेगा।

पीडब्ल्यूडी विभाग के कार्यकारी अभियंता केसी पठानिया ने कहा कि काम शुरू करवा दिया गया है। लगभग छह महीने में काम को पूरा कर दिया जाएगा। कैथल का पांचवां बाईपास होगा। शहर में लोगों को जाम की मुक्ति मिलेगी।

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