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समालखा। नगर पालिका चुनाव समालखा में दो प्रत्याशी ऐसे रहे, जिनके खाते में महज खुद का वोट ही आया। परिवार, रिश्तेदारों, दोस्तों और जानकारों तक ने उन्हें वोट नहीं दिया। नोटा ने भी उन्हें हरा दिया। मतगणना के परिणाम उनके लिए चोट से कम नहीं रहे। नोटा से भी हारने वालों में चेयरमैन समेत छह प्रत्याशी हैं। इन्हें अपने परिवार के ही इक्का-दुक्का वोट से संतोष करना पड़ा।
जहां छह प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट मिले, वहीं कुछ प्रत्याशी ऐसे रहे, जो नोटा से कुछ ही अधिक वोट पा सके। ये नोटा के मतों की संख्या के बॉर्डर लाइन पर रहे। नगर पालिका चुनाव में कुल 347 मतदाताओं ने किसी भी प्रत्याशी को लायक न समझकर नोटा का बटन दबाया। इनमें से चेयरमैन पद के लिए 158 और सभी 17 वार्ड के पार्षदों को कुल 189 मत नोटा पर दिए गए।
चेयरमैन प्रत्याशी सुनीता नोटा से 52 मतों से हारीं
चेयरमैन पद पर आठ प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी। नौवां प्रत्याशी नोटा रहा, जिसमें निर्दलीय प्रत्याशी सुनीता 52 मतों से हार गईं। सुनीता को जहां 106 मत मिले वहीं नोटा को 158 मत मिले।
इन प्रत्याशियों को सिर्फ खुद का एक वोट मिला
वार्ड-13 से खड़े दो निर्दलीय प्रत्याशियों विकास कुमार और विजेंद्र कुमार को सिर्फ एक वोट मिला। यह उनका खुद का वोट था। इन्हें इनके परिवार का भी वोट नहीं मिल सका।
इन पार्षद प्रत्याशियों को मिले नोटा से भी कम मत
वार्ड तीन से निर्दलीय प्रत्याशी अंकित शर्मा को आठ और नोटा को 15 मत मिले। इसी तरह वार्ड-12 से निर्दलीय प्रत्याशी बलराम मित्तल को दो एवं नोटा को 10, वार्ड-13 से निर्दलीय प्रत्याशी विकास शर्मा एवं विजेंद्र कुमार को एक-एक एवं नोटा को चार, वार्ड-14 से निर्दलीय प्रत्याशी नीरू को तीन एवं नोटा को 13 मत मिले।
नोटा से कुछ ही अधिक वोट पा सके ये प्रत्याशी
वार्ड-1 से निर्दलीय प्रत्याशी सुनील कुमार को नोटा से एक अधिक यानी कि पांच मत मिले। वार्ड-5 से निर्दलीय प्रत्याशी रानी को नोटा से छह अधिक 20 मत मिले। वार्ड-6 से सरोजबाला को नोटा से पांच अधिक वोट मिल सके। वार्ड-9 से ज्योति ने नोटा से तीन अधिक वोट पाए। वार्ड-13 से निर्दलीय प्रत्याशी अरुण सिंगला ने नोटा से पांच वोट अधिक पाए।
समालखा। नगर पालिका चुनाव समालखा में दो प्रत्याशी ऐसे रहे, जिनके खाते में महज खुद का वोट ही आया। परिवार, रिश्तेदारों, दोस्तों और जानकारों तक ने उन्हें वोट नहीं दिया। नोटा ने भी उन्हें हरा दिया। मतगणना के परिणाम उनके लिए चोट से कम नहीं रहे। नोटा से भी हारने वालों में चेयरमैन समेत छह प्रत्याशी हैं। इन्हें अपने परिवार के ही इक्का-दुक्का वोट से संतोष करना पड़ा।
जहां छह प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट मिले, वहीं कुछ प्रत्याशी ऐसे रहे, जो नोटा से कुछ ही अधिक वोट पा सके। ये नोटा के मतों की संख्या के बॉर्डर लाइन पर रहे। नगर पालिका चुनाव में कुल 347 मतदाताओं ने किसी भी प्रत्याशी को लायक न समझकर नोटा का बटन दबाया। इनमें से चेयरमैन पद के लिए 158 और सभी 17 वार्ड के पार्षदों को कुल 189 मत नोटा पर दिए गए।
चेयरमैन प्रत्याशी सुनीता नोटा से 52 मतों से हारीं
चेयरमैन पद पर आठ प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी। नौवां प्रत्याशी नोटा रहा, जिसमें निर्दलीय प्रत्याशी सुनीता 52 मतों से हार गईं। सुनीता को जहां 106 मत मिले वहीं नोटा को 158 मत मिले।
इन प्रत्याशियों को सिर्फ खुद का एक वोट मिला
वार्ड-13 से खड़े दो निर्दलीय प्रत्याशियों विकास कुमार और विजेंद्र कुमार को सिर्फ एक वोट मिला। यह उनका खुद का वोट था। इन्हें इनके परिवार का भी वोट नहीं मिल सका।
इन पार्षद प्रत्याशियों को मिले नोटा से भी कम मत
वार्ड तीन से निर्दलीय प्रत्याशी अंकित शर्मा को आठ और नोटा को 15 मत मिले। इसी तरह वार्ड-12 से निर्दलीय प्रत्याशी बलराम मित्तल को दो एवं नोटा को 10, वार्ड-13 से निर्दलीय प्रत्याशी विकास शर्मा एवं विजेंद्र कुमार को एक-एक एवं नोटा को चार, वार्ड-14 से निर्दलीय प्रत्याशी नीरू को तीन एवं नोटा को 13 मत मिले।
नोटा से कुछ ही अधिक वोट पा सके ये प्रत्याशी
वार्ड-1 से निर्दलीय प्रत्याशी सुनील कुमार को नोटा से एक अधिक यानी कि पांच मत मिले। वार्ड-5 से निर्दलीय प्रत्याशी रानी को नोटा से छह अधिक 20 मत मिले। वार्ड-6 से सरोजबाला को नोटा से पांच अधिक वोट मिल सके। वार्ड-9 से ज्योति ने नोटा से तीन अधिक वोट पाए। वार्ड-13 से निर्दलीय प्रत्याशी अरुण सिंगला ने नोटा से पांच वोट अधिक पाए।
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