ख़बर सुनें
करनाल। कोहंड आरओबी के नए डिजाइन को सरकार ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। कोहंड के रेलवे पुल के नए डिजाइन में ओवरब्रिज का पिलर वाला हिस्सा बढ़ा दिया गया है, जिससे गांजबढ़ रोड पर जाने के लिए अंडरपास को और बड़ा बनाया जाएगा। इसके बाद ग्रामीणों की बड़ी दिक्कत हमेशा के लिये खत्म हो जाएगी। दावा है कि 15 जून को काम शुरू हो जाएगा। करीब एक साल से निर्माण कार्य ठप है।
गौरतलब है कि ग्रामीणों के एतराज के बाद ही पिछले साल ओवरब्रिज का कार्य रोका गया था। भविष्य में गांव के लोगों को दिक्कत न हो उसकी वजह से विधायक हरविंद्र कल्याण ने पुल का डिजाइन बदलवाया। विधायक ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते कामों में रुकावटें आई। वहीं पुल का डिजाइन बदलकर उसकी स्वीकृति में भी काफी समय लगा है। इससे पुल के निर्माण कार्य में देरी हुई है।
वहीं पिछले दिनों कुछ ग्रामीणों ने पुल के काम को लेकर धरना दिया, जिसके चलते विधायक ने गांव में जाकर पंचायत की थी और पुल की कार्य प्रगति विस्तार से ग्रामीणों के बीच रखी थी। उनकी बात सुनकर ग्रामीणों ने पंचायत में एक स्वर में उनका व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार जताया था। तब विधायक कल्याण ने 15 जून से पहले पुल का कार्य दोबारा शुरू होने का आश्वासन भी दिया था।
लोक निर्माण विभाग के अधीक्षक अभियंता संदीप गोयल के अनुसार सरकार ने आरओबी के नए डिजाइन को स्वीकृति प्रदान कर दी है। ग्रामीणों की डिजाइन बदलने की मांग पर ही आरओबी का कार्य रोका गया था। अब उनके मुताबिक ही ओवरब्रिज के डिजाइन में बदलाव किया गया है। जिसके बाद करीब पौने 11 लाख रुपये की अतिरिक्त लागत पुल पर आएगी। साथ ही अंडरपास के संदर्भ में छोटी-मोटी दिक्कतों को भी साथ ही दूर किया जाएगा।
करनाल। कोहंड आरओबी के नए डिजाइन को सरकार ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। कोहंड के रेलवे पुल के नए डिजाइन में ओवरब्रिज का पिलर वाला हिस्सा बढ़ा दिया गया है, जिससे गांजबढ़ रोड पर जाने के लिए अंडरपास को और बड़ा बनाया जाएगा। इसके बाद ग्रामीणों की बड़ी दिक्कत हमेशा के लिये खत्म हो जाएगी। दावा है कि 15 जून को काम शुरू हो जाएगा। करीब एक साल से निर्माण कार्य ठप है।
गौरतलब है कि ग्रामीणों के एतराज के बाद ही पिछले साल ओवरब्रिज का कार्य रोका गया था। भविष्य में गांव के लोगों को दिक्कत न हो उसकी वजह से विधायक हरविंद्र कल्याण ने पुल का डिजाइन बदलवाया। विधायक ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते कामों में रुकावटें आई। वहीं पुल का डिजाइन बदलकर उसकी स्वीकृति में भी काफी समय लगा है। इससे पुल के निर्माण कार्य में देरी हुई है।
वहीं पिछले दिनों कुछ ग्रामीणों ने पुल के काम को लेकर धरना दिया, जिसके चलते विधायक ने गांव में जाकर पंचायत की थी और पुल की कार्य प्रगति विस्तार से ग्रामीणों के बीच रखी थी। उनकी बात सुनकर ग्रामीणों ने पंचायत में एक स्वर में उनका व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार जताया था। तब विधायक कल्याण ने 15 जून से पहले पुल का कार्य दोबारा शुरू होने का आश्वासन भी दिया था।
लोक निर्माण विभाग के अधीक्षक अभियंता संदीप गोयल के अनुसार सरकार ने आरओबी के नए डिजाइन को स्वीकृति प्रदान कर दी है। ग्रामीणों की डिजाइन बदलने की मांग पर ही आरओबी का कार्य रोका गया था। अब उनके मुताबिक ही ओवरब्रिज के डिजाइन में बदलाव किया गया है। जिसके बाद करीब पौने 11 लाख रुपये की अतिरिक्त लागत पुल पर आएगी। साथ ही अंडरपास के संदर्भ में छोटी-मोटी दिक्कतों को भी साथ ही दूर किया जाएगा।
.