कॉलेजों में दाखिले के लिए जूझेंगे 12वीं पास विद्यार्थी


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गगन तलवार
करनाल। 12वीं पास करने के बाद विद्यार्थियों को कॉलेजों में दाखिले के लिए जूझना पड़ेगा, क्योंकि जितने विद्यार्थियों ने 12वीं की परीक्षा दी है, जिले के कॉलेजों में उतनी सीटें नहीं हैं। ऐसे में दाखिले को लेकर मारामारी रहेगी।
14 कालेजों में स्नातक की 8710 सीटें हैं, जहां दाखिले की दौड़ में 12वीं पास करने वाले 19299 विद्यार्थी होंगे। यानी एक सीट पर ढाई से तीन गुना ज्यादा विद्यार्थी आवेदन करेंगे, लेकिन दाखिला उसी को मिल पाएगा, जो मेरिट में आएगा। दाखिलों को लेकर मुकाबला इतना कड़ा है कि बेटियां ही बेटों को पछाड़ती नजर आ रही हैं, क्योंकि कुल 14 में से 7 कॉलेज लड़कियों के हैं। यानी यहां की 3090 सीटें सिर्फ बेटियों के हिस्से में हैं। जबकि अन्य सात कॉलेजों में 5620 सीटों में भी मेरिट बनने के बाद आधी से ज्यादा पर बेटियों का कब्जा रहने वाला है। वहीं कुल 19299 विद्यार्थियों में भी आधे से ज्यादा बेटियां हैं। ऐसे में ज्यादातर लड़के जो दाखिलों से वंचित रहेंगे, उन्हें विश्वविद्यालय या दूरस्थ शिक्षा अपनानी पड़ेगी। हालांकि सीटों की कमी के कारण आधे से ज्यादा विद्यार्थी यही रास्ता अपनाएंगे।
हरियाणा बोर्ड ने कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया है। 12896 में से 11299 विद्यार्थियों ने परीक्षा पास की है। सीबीएसई का रिजल्ट आना शेष है। उम्मीद जताई जा रही है कि जुलाई के प्रथम सप्ताह तक रिजल्ट आ जाएगा। जिले से करीब आठ हजार विद्यार्थियों ने सीबीएसई 12वीं की परीक्षा दी है।
सरकारी कॉलेज में दाखिले की इच्छा पूरी होना मुश्किल
जिले में 10 सरकारी कॉलेज हैं, इनमें छह सिर्फ बेटियों के हैं। सभी में स्नातक की 5260 सीट हैं। ज्यादातर बच्चों की सरकारी कॉलेज में दाखिले की इच्छा रहती है, लेकिन 19299 विद्यार्थियों का यहां दाखिले का मुकाबला प्रति सीट चार बच्चों से ज्यादा होने पर और मुश्किल होगा। बड़ी बात यह भी है कि छह कॉलेज बेटियों के होने से यहां की 2290 सीटें सिर्फ बेटियों की रिजर्व हैं।
पीजी कॉलेज में आते हैं ज्यादा आवेदन
सरकारी कॉलेजों में स्नातक की सबसे ज्यादा 1630 सीट सेक्टर-14 स्थित पंडित चिरंजीलाल शर्मा राजकीय पीजी कॉलेज में है। यहां दाखिले के लिए आवेदन भी सबसे ज्यादा आते हैं। गत वर्ष यहां सात से आठ गुना ज्यादा आवेदन आए थे। हरियाणा बोर्ड कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 87.62 प्रतिशत है। वहीं ज्यादातर विद्यार्थियों के अंक भी 85 प्रतिशत से ज्यादा हैं। ऐसे में सभी कॉलेजों की मेरिट लिस्ट में कट ऑफ भी ऊपर जाने की उम्मीद है।
सीटों की यह है स्थिति-
कॉलेज सीट
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेक्टर-14 1630
राजकीय महिला महाविद्यालय रेलवे रोड 960
राजकीय महाविद्यालय घरौंडा 460
एसयूएस राजकीय महाविद्यालय मटक माजरी 640
बाबा फतेह सिंह जी राजकीय महाविद्यालय असंध 240
राजकीय महिला महाविद्यालय तरावड़ी 240
राजकीय महिला महाविद्यालय जुंडला 260
राजकीय महिला महाविद्यालय पाढ़ा 240
राजकीय महिला महाविद्यालय बस्तली 240
राजकीय महिला महाविद्यालय बसताड़ा 350
डीएवी पीजी कॉलेज 790
गुरुनानक खालसा कॉलेज 700
दयाल सिंह कॉलेज 1160
केवीए डीएवी कन्या कॉलेज 800
कॉलेजों में अभी स्नातक की परीक्षाएं चल रही हैं। सीबीएसई के 12वीं कक्षा के रिजल्ट के बाद जुलाई माह के अंत तक दाखिलों का शेड्यूल जारी होगा। विद्यार्थियों को मेरिट के आधार पर ही दाखिला मिलेगा। प्रक्रिया कैसे चलेगी यह शेड्यूल आने के बाद ही बता सकते हैं। जिस हिसाब से 12वीं के विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा है, इससे दाखिले के लिए मारामारी रहेगी।
– डॉ. रेखा शर्मा, जिला उच्चतर शिक्षा अधिकारी एवं प्रिंसिपल राजकीय पीजी कॉलेज

गगन तलवार

करनाल। 12वीं पास करने के बाद विद्यार्थियों को कॉलेजों में दाखिले के लिए जूझना पड़ेगा, क्योंकि जितने विद्यार्थियों ने 12वीं की परीक्षा दी है, जिले के कॉलेजों में उतनी सीटें नहीं हैं। ऐसे में दाखिले को लेकर मारामारी रहेगी।

14 कालेजों में स्नातक की 8710 सीटें हैं, जहां दाखिले की दौड़ में 12वीं पास करने वाले 19299 विद्यार्थी होंगे। यानी एक सीट पर ढाई से तीन गुना ज्यादा विद्यार्थी आवेदन करेंगे, लेकिन दाखिला उसी को मिल पाएगा, जो मेरिट में आएगा। दाखिलों को लेकर मुकाबला इतना कड़ा है कि बेटियां ही बेटों को पछाड़ती नजर आ रही हैं, क्योंकि कुल 14 में से 7 कॉलेज लड़कियों के हैं। यानी यहां की 3090 सीटें सिर्फ बेटियों के हिस्से में हैं। जबकि अन्य सात कॉलेजों में 5620 सीटों में भी मेरिट बनने के बाद आधी से ज्यादा पर बेटियों का कब्जा रहने वाला है। वहीं कुल 19299 विद्यार्थियों में भी आधे से ज्यादा बेटियां हैं। ऐसे में ज्यादातर लड़के जो दाखिलों से वंचित रहेंगे, उन्हें विश्वविद्यालय या दूरस्थ शिक्षा अपनानी पड़ेगी। हालांकि सीटों की कमी के कारण आधे से ज्यादा विद्यार्थी यही रास्ता अपनाएंगे।

हरियाणा बोर्ड ने कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया है। 12896 में से 11299 विद्यार्थियों ने परीक्षा पास की है। सीबीएसई का रिजल्ट आना शेष है। उम्मीद जताई जा रही है कि जुलाई के प्रथम सप्ताह तक रिजल्ट आ जाएगा। जिले से करीब आठ हजार विद्यार्थियों ने सीबीएसई 12वीं की परीक्षा दी है।

सरकारी कॉलेज में दाखिले की इच्छा पूरी होना मुश्किल

जिले में 10 सरकारी कॉलेज हैं, इनमें छह सिर्फ बेटियों के हैं। सभी में स्नातक की 5260 सीट हैं। ज्यादातर बच्चों की सरकारी कॉलेज में दाखिले की इच्छा रहती है, लेकिन 19299 विद्यार्थियों का यहां दाखिले का मुकाबला प्रति सीट चार बच्चों से ज्यादा होने पर और मुश्किल होगा। बड़ी बात यह भी है कि छह कॉलेज बेटियों के होने से यहां की 2290 सीटें सिर्फ बेटियों की रिजर्व हैं।

पीजी कॉलेज में आते हैं ज्यादा आवेदन

सरकारी कॉलेजों में स्नातक की सबसे ज्यादा 1630 सीट सेक्टर-14 स्थित पंडित चिरंजीलाल शर्मा राजकीय पीजी कॉलेज में है। यहां दाखिले के लिए आवेदन भी सबसे ज्यादा आते हैं। गत वर्ष यहां सात से आठ गुना ज्यादा आवेदन आए थे। हरियाणा बोर्ड कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 87.62 प्रतिशत है। वहीं ज्यादातर विद्यार्थियों के अंक भी 85 प्रतिशत से ज्यादा हैं। ऐसे में सभी कॉलेजों की मेरिट लिस्ट में कट ऑफ भी ऊपर जाने की उम्मीद है।

सीटों की यह है स्थिति-

कॉलेज सीट

राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेक्टर-14 1630

राजकीय महिला महाविद्यालय रेलवे रोड 960

राजकीय महाविद्यालय घरौंडा 460

एसयूएस राजकीय महाविद्यालय मटक माजरी 640

बाबा फतेह सिंह जी राजकीय महाविद्यालय असंध 240

राजकीय महिला महाविद्यालय तरावड़ी 240

राजकीय महिला महाविद्यालय जुंडला 260

राजकीय महिला महाविद्यालय पाढ़ा 240

राजकीय महिला महाविद्यालय बस्तली 240

राजकीय महिला महाविद्यालय बसताड़ा 350

डीएवी पीजी कॉलेज 790

गुरुनानक खालसा कॉलेज 700

दयाल सिंह कॉलेज 1160

केवीए डीएवी कन्या कॉलेज 800

कॉलेजों में अभी स्नातक की परीक्षाएं चल रही हैं। सीबीएसई के 12वीं कक्षा के रिजल्ट के बाद जुलाई माह के अंत तक दाखिलों का शेड्यूल जारी होगा। विद्यार्थियों को मेरिट के आधार पर ही दाखिला मिलेगा। प्रक्रिया कैसे चलेगी यह शेड्यूल आने के बाद ही बता सकते हैं। जिस हिसाब से 12वीं के विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा है, इससे दाखिले के लिए मारामारी रहेगी।

– डॉ. रेखा शर्मा, जिला उच्चतर शिक्षा अधिकारी एवं प्रिंसिपल राजकीय पीजी कॉलेज

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