कांग्रेस मुख्यालय में पुलिस के घुसने पर भड़के गहलोत, सीएम ने कहा- क्या राजस्थान बीजेपी कार्यालय में पुलिस की एंट्री करा दें ? 


 राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एआईसीसी कांग्रेस मुख्यालय में दिल्ली पुलिस के घुसने पर भाजपा पर निशाना साधा है। सीएम गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी से ईडी पूछताछ का विरोध कर रहे कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने और कांग्रेस मुख्यालय में पुलिस घुसने पर मोदी सरकार तानाशाही पर उतर आई है।  सीएम गहलोत ने कहा- राजस्थान के बीजेपी दफ्तर में पुलिस घुस जाएगी तो बीजेपी पर क्या बीतेगी। सीएम गहलोत ने दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी पर जमकर प्रहार किए। सीएम ने कहा कि राजस्थान में हमारी सरकार है। बीजपी वाले राजस्थान में आंदोलन करें, तो क्या हम वो ही व्यवहार करें जो इन्होंने हमारे साथ किया। एआईसीसी का दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गए। मीडियावालों को और वर्कर्स को पीटकर बाहर निकाल दिया। लोकतंत्र में यह बिल्कुल गलत है। ऐसा नहीं होना चाहिए। 

तो क्या हम ऐसा व्यवहार करें 

राजस्थान में आज हम लोग सरकार में है। बीजेपी अगर शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रही है। धरना दे रही है। प्रदर्शन कर रही है, तो करे वो डेमोक्रेसी है। तो क्या हम ऐसा ही व्यवहार करें वहां पर तो इन पर क्या बीतेगी? राजस्थान के जितने भी तथाकथित नेता हैं। उनको यहां मैसेज देना चाहिए कि एआईसीसी में पुलिस भेजकर आपने बहुत गलत काम किया है। हम यहां बैठे हैं। हमारा ऑफिस है बीजेपी का, कल सरकार हमारी नहीं है, कोई हमारे ऑफिस में घुस जाएं तो फिर क्या होगा? ये उनकी ड्यूटी बनती है।

जांच एजेंसियों नहीं दे रही है मिलने का समय

सीएम गहलोत ने कहा कि सीबीआई के डायरेक्टर साहब से और ईडी के डायरेक्टर साहब से, सीबीडीटी के चेयरमैन साहब से, मुझसे मिलने में क्या हर्ज है? मैं फिर टाइम मांग रहा हूं उनसे वापस से, उनसे मिलना ही तो है, चाय पिलाओ नहीं पिलाओ तुम्हारी मर्जी है, खाली जाकर मैं बात तो कहूं अपनी? ये तो मेरा एक नागरिक के तौर पर भी एक राजस्थान के स्टेट के मुख्यमंत्री के तौर पर क्या मैं टाइम नहीं मांग सकता? इनके पास जवाब कोई है क्या मना करने का? कोई तर्क है क्या बताओ? इन तीनों के पास में? तीनों जो बैठे हैं नंबर 1 सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी के अंदर, इनके पास कोई तर्क है क्या मना करने का कि भई इस कारण से हम आपको नहीं मिल रहे हैं, पता नहीं, हमें तो जनता से मिलकर खुशी होती है और ये मिल नहीं पा रहे हैं, पता नहीं क्या भय है इनको, ये तो ये ही जानें। पर जिस प्रकार से 13 को टाइम मांगा, 15 को एफआईआर दर्ज कर दी। इसके बाद छापेमार कार्रवाई शुरू कर दी।

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हिंदुत्व के नाम पर चुनाव जीत रही है भाजपा 

सीएम ने कहा कि भाजपा हिंदुत्व के नाम पर चुनाव जीत रही है। पूरा देश देख रहा है। कांग्रेस सभी धर्मों का सम्मान करती है। सभी को साथ लेकर चलने में यकीन करती है। आज देश में हिंसा का माहौल है। शांति खत्म हो गई है। भाई चारा नहीं रहा। सीएम ने कहा कि पीएम मोदी अकेले फैसला कर रहे है। इतना बड़ा फैसला। आज आग लगा रहे हैं बच्चे, कोई ट्रेन की बोगी में आग लगा रहे हैं, कोई बसों में आग लगा रहे हैं, तोड़फोड़ हो रही है, तो ये सब रुकना चाहिए। हमने तो अपील की है, हमने तो कल प्रस्ताव पारित किया है कैबिनेट के अंदर कि ये हिंसा नहीं होनी चाहिए, अपनी बात कहें, शांतिपूर्ण तरीके से बात कहें, ये मेरा मानना है। पर इन्होंने बहुत भारी गलती की है, जो अनावश्यक इन्होंने या तो जानबूझकर किया होगा, इनके सारे फैसले अचानक ही होते हैं जिससे कि ध्यान हट जाए मुख्य मुद्दों पर, महंगाई, बेरोजगारी, ईडी का ये तमाशा, इन सबसे ध्यान कैसे हटे, ये तो एक नया शगूफा छोड़ दिया। तो ये मैं समझता हूं कि इससे इतनी भारी गलतफहमी हो गई है, बड़े-बड़े जो जनरल और कर्नल हैं रिटायर्ड, वो सब एक स्वर में इसकी खिलाफ़त क्यों कर रहे हैं?। क्योंकि योजना देशहित में नहीं है।

 

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