कर्मचारी कम, खुद करते हैं गलियों की सफाई


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अंबाला सिटी। नसीरपुर की गलियों में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। नगर निगम के पास कर्मचारियों की फौज होने के बावजूद यहां सफाई नहीं हो रही है। इलाका वासियों का कहना है कि नगर निगम उनसे हाउस व प्रॉपर्टी टैक्स लेता है, लेकिन सुविधाएं देने में अपने हाथ पीछे खींच लेता है। जहां चार से पांच सफाई कर्मचारी होने चाहिए, वहां महज दो या तीन ही हैं। मजबूरी में लोगों को स्वयं गलियों से कूड़ा-कचरा उठाना पड़ता है।
क्षेत्र में का इलाका नीचा होेने के कारण बरसाती पानी की निकासी नहीं हो पाती जो उनके घरों में प्रवेश कर जाता है। नाले नालियों में गंदगी जमा है। ऐसे में गंदा पानी गलियों में आ जाता है। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने निकासी वाले नाले के ऊपर रैंप बनाए हुए हैं। इस कारण पानी की निकासी नहीं हो पाती और गंदगी नालों में ही फंसी रहती है। संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द इसका समाधान करना चाहिए।
सफाई व्यवस्था चरमराई
ब्राह्मण सभा नसीरपुर के प्रधान दिलबाग राय शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में सफाई कर्मचारी नहीं हैं। इस कारण सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। सफाई कर्मचारियों को व्यवस्था दुरुस्त रखनी चाहिए
मच्छरों की रहती है भरमार
वाल्मीकि मंदिर नसीरपुर के प्रधान काका राम ने बताया कि सही रूप से सफाई न करने के कारण क्षेत्र में रात को मच्छरों की भरमार रहती है। लोग पूरा दिन परिश्रम करने के बाद सही तरीके से सो भी नहीं सकते।
डोर टू डोर कूड़ा इकट्ठा करने वाले नहीं आते
कीमती लाल ने बताया कि नगर निगम के कर्मचारी डोर टू डोर कूड़ा इकट्ठा करने सेक्टरों में प्रतिदिन जाते हैं, लेकिन उनके क्षेत्र नसीरपुर में कोई नहीं आता। इस कारण क्षेत्र में गंदगी बढ़ती जाती है।
स्वच्छता जरूरी
आशु शर्मा ने बताया कि स्वच्छता से बीमारियां कोसों दूर रहती हैं, इसलिए उनके पर विशेष ध्यान देना चाहिए। कुछ लोग तो सफाई कर्मचारियों के अभाव में सुबह उठकर स्वयं ही गलियों को साफ करते हैं।
मेरे संज्ञान में यह मामला नहीं है। संबंधित इलाके में नियमित तौर पर सफाई करवाई जाती है। फिर भी कहीं कोई शिकायत है तो तुरंत उसका समाधान किया जाएगा।
-सुनील दत्त, चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर नगर निगम

अंबाला सिटी। नसीरपुर की गलियों में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। नगर निगम के पास कर्मचारियों की फौज होने के बावजूद यहां सफाई नहीं हो रही है। इलाका वासियों का कहना है कि नगर निगम उनसे हाउस व प्रॉपर्टी टैक्स लेता है, लेकिन सुविधाएं देने में अपने हाथ पीछे खींच लेता है। जहां चार से पांच सफाई कर्मचारी होने चाहिए, वहां महज दो या तीन ही हैं। मजबूरी में लोगों को स्वयं गलियों से कूड़ा-कचरा उठाना पड़ता है।

क्षेत्र में का इलाका नीचा होेने के कारण बरसाती पानी की निकासी नहीं हो पाती जो उनके घरों में प्रवेश कर जाता है। नाले नालियों में गंदगी जमा है। ऐसे में गंदा पानी गलियों में आ जाता है। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने निकासी वाले नाले के ऊपर रैंप बनाए हुए हैं। इस कारण पानी की निकासी नहीं हो पाती और गंदगी नालों में ही फंसी रहती है। संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द इसका समाधान करना चाहिए।

सफाई व्यवस्था चरमराई

ब्राह्मण सभा नसीरपुर के प्रधान दिलबाग राय शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में सफाई कर्मचारी नहीं हैं। इस कारण सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। सफाई कर्मचारियों को व्यवस्था दुरुस्त रखनी चाहिए

मच्छरों की रहती है भरमार

वाल्मीकि मंदिर नसीरपुर के प्रधान काका राम ने बताया कि सही रूप से सफाई न करने के कारण क्षेत्र में रात को मच्छरों की भरमार रहती है। लोग पूरा दिन परिश्रम करने के बाद सही तरीके से सो भी नहीं सकते।

डोर टू डोर कूड़ा इकट्ठा करने वाले नहीं आते

कीमती लाल ने बताया कि नगर निगम के कर्मचारी डोर टू डोर कूड़ा इकट्ठा करने सेक्टरों में प्रतिदिन जाते हैं, लेकिन उनके क्षेत्र नसीरपुर में कोई नहीं आता। इस कारण क्षेत्र में गंदगी बढ़ती जाती है।

स्वच्छता जरूरी

आशु शर्मा ने बताया कि स्वच्छता से बीमारियां कोसों दूर रहती हैं, इसलिए उनके पर विशेष ध्यान देना चाहिए। कुछ लोग तो सफाई कर्मचारियों के अभाव में सुबह उठकर स्वयं ही गलियों को साफ करते हैं।

मेरे संज्ञान में यह मामला नहीं है। संबंधित इलाके में नियमित तौर पर सफाई करवाई जाती है। फिर भी कहीं कोई शिकायत है तो तुरंत उसका समाधान किया जाएगा।

-सुनील दत्त, चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर नगर निगम

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