करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोपी बैंक मैनेजर गिरफ्तार


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संवाद न्यूज एजेंसी
करनाल। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की सेक्टर सात शाखा के पूर्व प्रबंधक कृष्ण कुमार निवासी गांव ट्यौंठा (कैथल) को 2.35 करोड़ की हेराफेरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। सेक्टर 32-33 थाना अंतर्गत सेक्टर छह चौकी पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया। अदालत के आदेश पर उसे पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान मामले में संलिप्त अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा और धोखाधड़ी की रकम को बरामद किया जाएगा।
आरोप है कि उन्होंने बतौर शाखा प्रबंधक रहते हुए बैंक की एक महिला सहायक प्रबंधक के साथ मिलकर खाताधारकों के खातों की लिमिट बढ़ाकर उनके खातों पर ऋण करवाया और फर्जी खाते खोलकर धोखाधड़ी की थी। इस संबंध में वर्तमान शाखा मैनेजर दीपक यादव ने 22 अप्रैल 2022 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत दी। जिसमें उसने बताया कि वर्ष 2019 से अप्रैल 2022 तक तत्कालीन शाखा प्रबंधक कृष्ण कुमार, सहायक शाखा प्रबंधक वैशाली चौहान निवासी मानसरोवर पार्क नजदीक वैष्णो देवी माता मंदिर शादरा-दिल्ली व अन्य आरोपियों ने मिलीभगत कर बैंक के खाताधारकों के खातों की लिमिट का दुरुपयोग किया। लिमिट बढ़ाकर उन खातों पर ऋण पास करके करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की।
शिकायतकर्ता के बयान पर आरोपियों के खिलाफ षड्यंत्र रचने, जालसाजी, बैंक की अधिकारिक शक्तियों का दुरुपयोग कर बैंक को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाने, धोखाधड़ी व फर्जी खाते खोलने पर थाना सेक्टर-32/33 में तीन मई 2022 को विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। मामले की आगामी तफ्तीश सेक्टर छह चौकी प्रभारी एएसआई बलराज को सौंपी गई। बलराज ने अपनी टीम के सहयोग से शुक्रवार को आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार किया। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने तत्कालीन सहायक बैंक प्रबंधक के साथ मिलकर इस कार्य को अंजाम दिया था। आरोपी ने बताया कि उसने इन वारदात को जुलाई 2021 से अप्रैल 2022 के दौरान अंजाम दिया था। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपी शेयर मार्केट में पैसा निवेश करता है।

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करनाल। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की सेक्टर सात शाखा के पूर्व प्रबंधक कृष्ण कुमार निवासी गांव ट्यौंठा (कैथल) को 2.35 करोड़ की हेराफेरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। सेक्टर 32-33 थाना अंतर्गत सेक्टर छह चौकी पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया। अदालत के आदेश पर उसे पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान मामले में संलिप्त अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा और धोखाधड़ी की रकम को बरामद किया जाएगा।

आरोप है कि उन्होंने बतौर शाखा प्रबंधक रहते हुए बैंक की एक महिला सहायक प्रबंधक के साथ मिलकर खाताधारकों के खातों की लिमिट बढ़ाकर उनके खातों पर ऋण करवाया और फर्जी खाते खोलकर धोखाधड़ी की थी। इस संबंध में वर्तमान शाखा मैनेजर दीपक यादव ने 22 अप्रैल 2022 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत दी। जिसमें उसने बताया कि वर्ष 2019 से अप्रैल 2022 तक तत्कालीन शाखा प्रबंधक कृष्ण कुमार, सहायक शाखा प्रबंधक वैशाली चौहान निवासी मानसरोवर पार्क नजदीक वैष्णो देवी माता मंदिर शादरा-दिल्ली व अन्य आरोपियों ने मिलीभगत कर बैंक के खाताधारकों के खातों की लिमिट का दुरुपयोग किया। लिमिट बढ़ाकर उन खातों पर ऋण पास करके करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की।

शिकायतकर्ता के बयान पर आरोपियों के खिलाफ षड्यंत्र रचने, जालसाजी, बैंक की अधिकारिक शक्तियों का दुरुपयोग कर बैंक को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाने, धोखाधड़ी व फर्जी खाते खोलने पर थाना सेक्टर-32/33 में तीन मई 2022 को विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। मामले की आगामी तफ्तीश सेक्टर छह चौकी प्रभारी एएसआई बलराज को सौंपी गई। बलराज ने अपनी टीम के सहयोग से शुक्रवार को आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार किया। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने तत्कालीन सहायक बैंक प्रबंधक के साथ मिलकर इस कार्य को अंजाम दिया था। आरोपी ने बताया कि उसने इन वारदात को जुलाई 2021 से अप्रैल 2022 के दौरान अंजाम दिया था। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपी शेयर मार्केट में पैसा निवेश करता है।

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