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संवाद न्यूज एजेंसी
पिहोवा। डीएवी पब्लिक स्कूल में चल रहे समर कैंप में बच्चों को माउंट एवरेस्ट विजेता रामलाल से रूबरू कराया गया। हरियाणा पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर अपनी सेवाएं दे रहे रामलाल से बच्चों ने अपने विचार साझा किए।
उन्होंने वर्ष 2013 में संसार की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह किया था। वर्ष 2006 में अंडर वाटर साइकिलिंग का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड के एक रियलिटी शो में काम किया और 2016 में हरियाणा पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर भर्ती हुए।
उन्होंने ट्रैकिंग करते हुए माउंट एवरेस्ट फतह करने में आने वाली बाधाएं जैसे कि स्किन का जलना, ऑक्सीजन की कमी सहित अन्य कई चीजें साझा की। उन्होंने बताया कि अगर हमारा संकल्प विजय का है तो हमें कोई भी बाधा रोक नहीं सकती है। इसलिए हमें जीवन में अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मार्ग में आने वाली सारी बाधाओं को दूर करने के लिए तत्पर रहना चाहिए और उन मुश्किलों का डटकर मुकाबला करना चाहिए। तभी हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। इस मौके पर स्कूल स्टाफ सहित अन्य मौजूद रहे।
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पिहोवा। डीएवी पब्लिक स्कूल में चल रहे समर कैंप में बच्चों को माउंट एवरेस्ट विजेता रामलाल से रूबरू कराया गया। हरियाणा पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर अपनी सेवाएं दे रहे रामलाल से बच्चों ने अपने विचार साझा किए।
उन्होंने वर्ष 2013 में संसार की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह किया था। वर्ष 2006 में अंडर वाटर साइकिलिंग का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड के एक रियलिटी शो में काम किया और 2016 में हरियाणा पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर भर्ती हुए।
उन्होंने ट्रैकिंग करते हुए माउंट एवरेस्ट फतह करने में आने वाली बाधाएं जैसे कि स्किन का जलना, ऑक्सीजन की कमी सहित अन्य कई चीजें साझा की। उन्होंने बताया कि अगर हमारा संकल्प विजय का है तो हमें कोई भी बाधा रोक नहीं सकती है। इसलिए हमें जीवन में अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मार्ग में आने वाली सारी बाधाओं को दूर करने के लिए तत्पर रहना चाहिए और उन मुश्किलों का डटकर मुकाबला करना चाहिए। तभी हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। इस मौके पर स्कूल स्टाफ सहित अन्य मौजूद रहे।
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