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समालखा। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में रविवार को नगर पालिका समालखा के चुनाव में खड़े 64 प्रत्याशियों की किस्मत 69.3 प्रतिशत मतों के साथ लॉक हो गई, जो 22 जून को अनलॉक होगी। पिछले नगर पालिका चुनाव के मुकाबले इस बार 15 प्रतिशत वोट कम पड़े, हालांकि मतदाता पिछले चुनाव के मुकाबले करीब 10 हजार बढ़े हैं। मतदान में फर्स्ट डिवीजन आने के बाद भी समालखा नगर पालिका पिछले चुनाव की तरह डिस्टिंक्शन लाने में चूक गई।
रविवार को 34 बूथों पर 31141 मतदाताओं में से महज 21588 ने ही मताधिकार का प्रयोग किया। करीब 9553 मतदाताओं ने वोट नहीं किया। ये मतदाता अपने घर से निकले ही नहीं और मतदान से दूरी बनाकर रखी। पिछले चुनाव में समालखा नगर पालिका के 17 वार्डों में 84.3 प्रतिशत वोट पड़े थे, जो इस बार घटकर 69.3 प्रतिशत रह गए हैं। 15 प्रतिशत मतों की कमी कई प्रत्याशियों की जीत और हार का गणित बिगाड़ सकती है, हालांकि यह अनुमान ही हैं, सही स्थिति मतगणना के दिन ही सामने आएगी।
9665 मतदाता बढ़े, फिर भी वोटिंग प्रतिशत गिरा
वर्ष 2016 के चुनाव के मुकाबले इस बाद कुल मतदाता 9665 बढ़े, इसके बाद भी वोटिंग प्रतिशत कम रहा। इस बार कुुल मतदाता 31141 थे जबकि पिछले चुनाव ये 21476 ही थे। पिछले चुनाव में 18194 मत पड़े थे, जबकि इस बार 21588 मत पड़े हैं, जो महज 3394 अधिक हैं।
प्रत्याशियों की संख्या भी कम रही
पिछले नगर पालिका चुनाव में 17 वार्डों से 70 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी, जबकि इस बाद सिर्फ 64 प्रत्याशी ही थे। इस बार आठ प्रत्याशी चेयरमैन पद के लिए किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें से दो महिलाएं। इसी तरह पार्षद पद पर 34 पुरुष एवं 22 महिला प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। पिछले चुनाव में 36 पुरुष और 34 महिला प्रत्याशी खड़े हुए थे।
समालखा। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में रविवार को नगर पालिका समालखा के चुनाव में खड़े 64 प्रत्याशियों की किस्मत 69.3 प्रतिशत मतों के साथ लॉक हो गई, जो 22 जून को अनलॉक होगी। पिछले नगर पालिका चुनाव के मुकाबले इस बार 15 प्रतिशत वोट कम पड़े, हालांकि मतदाता पिछले चुनाव के मुकाबले करीब 10 हजार बढ़े हैं। मतदान में फर्स्ट डिवीजन आने के बाद भी समालखा नगर पालिका पिछले चुनाव की तरह डिस्टिंक्शन लाने में चूक गई।
रविवार को 34 बूथों पर 31141 मतदाताओं में से महज 21588 ने ही मताधिकार का प्रयोग किया। करीब 9553 मतदाताओं ने वोट नहीं किया। ये मतदाता अपने घर से निकले ही नहीं और मतदान से दूरी बनाकर रखी। पिछले चुनाव में समालखा नगर पालिका के 17 वार्डों में 84.3 प्रतिशत वोट पड़े थे, जो इस बार घटकर 69.3 प्रतिशत रह गए हैं। 15 प्रतिशत मतों की कमी कई प्रत्याशियों की जीत और हार का गणित बिगाड़ सकती है, हालांकि यह अनुमान ही हैं, सही स्थिति मतगणना के दिन ही सामने आएगी।
9665 मतदाता बढ़े, फिर भी वोटिंग प्रतिशत गिरा
वर्ष 2016 के चुनाव के मुकाबले इस बाद कुल मतदाता 9665 बढ़े, इसके बाद भी वोटिंग प्रतिशत कम रहा। इस बार कुुल मतदाता 31141 थे जबकि पिछले चुनाव ये 21476 ही थे। पिछले चुनाव में 18194 मत पड़े थे, जबकि इस बार 21588 मत पड़े हैं, जो महज 3394 अधिक हैं।
प्रत्याशियों की संख्या भी कम रही
पिछले नगर पालिका चुनाव में 17 वार्डों से 70 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी, जबकि इस बाद सिर्फ 64 प्रत्याशी ही थे। इस बार आठ प्रत्याशी चेयरमैन पद के लिए किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें से दो महिलाएं। इसी तरह पार्षद पद पर 34 पुरुष एवं 22 महिला प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। पिछले चुनाव में 36 पुरुष और 34 महिला प्रत्याशी खड़े हुए थे।
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