इनसो के आगे झुका आईजीयू प्रशासन, एसओपी लागू


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आखिरकार इनसो के आगे आईजीयू प्रशासन झुक गया। एसओपी लागू किए जाने की मांग को लेकर इनसो दो दिन से संघर्ष की राह पर चल रहा था। दूसरे दिन भी आईजीयू मीरपुर का परिसर पुलिस बल से घिरा रहा। बाद में एसओपी जारी होने की खुशी में छात्रों ने मिठाई बांटी।
बीते दो दिन के संघर्ष में पुलिस के साथ छात्रों की झड़प के बीच आखिरकार विद्यार्थियों की मेहनत रंग लाई और यूनिवर्सिटी प्रशासन को झुकना पड़ा और आगामी परीक्षाओं में एसओपी लागू कर दी गई। इनसो के यूनिवर्सिटी अध्यक्ष रवि मसीत ने कुछ समय पूर्व यूनिवर्सिटी प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर आने वाली परीक्षाओं में एसओपी लागू करने की मांग गई थी मगर विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसका संतोषजनक जवाब नहीं दिया। परिणाम स्वरूप इनसो आंदोलन की राह पर चला गया। बदलती परिस्थिति को देखते हुए आईजीयू परिसर पुलिस छावनी में बदल गया। प्रदर्शन के दौरान छात्रों और पुलिस जवानों के बीच धक्कामुक्की भी हुई। पुलिस ने छात्र नेताओं को गिरफ्तार करने की कोशिश की मगर कामयाबी नहीं मिली। बुधवार को भी इनसो का यह आंदोलन जारी रहा। इस आंदोलन में छात्रों की संख्या बढ़ती देखकर पुलिस प्रशासन चौकन्ना हो गया। कुलपति कार्यालय के बाहर पहले से बैरिकेड लगाकर छात्रों को रोकने का प्रयास किया गया।
बाद में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पांच विद्यार्थियों को इस मामले पर बातचीत के लिए अंदर बुलवाया। वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में एसओपी लागू करने का निर्णय लिया गया। इस जीत पर विद्यार्थियों ने मिठाई खिलाकर एक दूसरे का अभिनंदन किया और इस जीत का जश्न मनाया। उधर यूनिवर्सिटी अध्यक्ष रवि मसीत ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन के इस निर्णय से इस यूनिवर्सिटी के तहत आने वाले सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी के हजारों बच्चों को फायदा मिलेगा। उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा और उन्हें परीक्षा में कोई भी पांच प्रश्न करने का विकल्प मिलेगा। उन्होंने इस जीत को विद्यार्थियों की जीत बताया।

आखिरकार इनसो के आगे आईजीयू प्रशासन झुक गया। एसओपी लागू किए जाने की मांग को लेकर इनसो दो दिन से संघर्ष की राह पर चल रहा था। दूसरे दिन भी आईजीयू मीरपुर का परिसर पुलिस बल से घिरा रहा। बाद में एसओपी जारी होने की खुशी में छात्रों ने मिठाई बांटी।

बीते दो दिन के संघर्ष में पुलिस के साथ छात्रों की झड़प के बीच आखिरकार विद्यार्थियों की मेहनत रंग लाई और यूनिवर्सिटी प्रशासन को झुकना पड़ा और आगामी परीक्षाओं में एसओपी लागू कर दी गई। इनसो के यूनिवर्सिटी अध्यक्ष रवि मसीत ने कुछ समय पूर्व यूनिवर्सिटी प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर आने वाली परीक्षाओं में एसओपी लागू करने की मांग गई थी मगर विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसका संतोषजनक जवाब नहीं दिया। परिणाम स्वरूप इनसो आंदोलन की राह पर चला गया। बदलती परिस्थिति को देखते हुए आईजीयू परिसर पुलिस छावनी में बदल गया। प्रदर्शन के दौरान छात्रों और पुलिस जवानों के बीच धक्कामुक्की भी हुई। पुलिस ने छात्र नेताओं को गिरफ्तार करने की कोशिश की मगर कामयाबी नहीं मिली। बुधवार को भी इनसो का यह आंदोलन जारी रहा। इस आंदोलन में छात्रों की संख्या बढ़ती देखकर पुलिस प्रशासन चौकन्ना हो गया। कुलपति कार्यालय के बाहर पहले से बैरिकेड लगाकर छात्रों को रोकने का प्रयास किया गया।

बाद में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पांच विद्यार्थियों को इस मामले पर बातचीत के लिए अंदर बुलवाया। वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में एसओपी लागू करने का निर्णय लिया गया। इस जीत पर विद्यार्थियों ने मिठाई खिलाकर एक दूसरे का अभिनंदन किया और इस जीत का जश्न मनाया। उधर यूनिवर्सिटी अध्यक्ष रवि मसीत ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन के इस निर्णय से इस यूनिवर्सिटी के तहत आने वाले सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी के हजारों बच्चों को फायदा मिलेगा। उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा और उन्हें परीक्षा में कोई भी पांच प्रश्न करने का विकल्प मिलेगा। उन्होंने इस जीत को विद्यार्थियों की जीत बताया।

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