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हिसार। हरियाणा विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने शिक्षा विभाग से आरटीई के तहत निजी स्कूलों में किए गए दाखिलों का रिकॉर्ड मांगा है, ताकि डाटा का मिलान सही से हो सके। पिछले दिनों शिक्षा विभाग की ओर से निदेशालय के पास आरटीई के दाखिलों का जो डाटा भेजा था वह मिसमैच हो रहा था। किसी स्कूल में संख्या कम तो किसी में ज्यादा दाखिले शो हो रहे थे।
अब सरकार ने शिक्षा विभाग को दोबारा से क्रॉस चेक कर रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए हैं कि निजी स्कूलों ने बच्चों का आरटीई के तहत स्कूलों में दाखिला किया है या नहीं। इस बारे में पंचकूला निदेशालय ने सभी जिलों के मौलिक शिक्षा अधिकारियों की बैठक करके आदेश जारी किए हैं। मौलिक शिक्षा अधिकारियों ने सभी बीईओ को आदेश जारी कर दिए हैं। डीईईओ ने सभी बीईओ को जल्द रिपोर्ट तैयार कर भेजने के आदेश दिए हैं। कुछ निजी स्कूल ऐसे हैं, जिन्होंने आरटीई में बच्चों का दाखिला किया ही नहीं, जबकि स्कूल में दाखिला का रिकार्ड दिखाकर निदेशालय को भेजा हुआ है। हर ब्लाक में स्कूलों की संख्या ज्यादा होने के कारण बीईओ भी क्रॉस चेक नहीं कर पाए। उन्होंने भी सीधा रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी। अब क्रास चेक किया गया तो यह हकीकत सामने आई।
रिपोर्ट के आधार पर ही मिलेगी फीस
निजी स्कूलों द्वारा निदेशालय को भेजी गई दाखिले की रिपॉर्ट का सही मिलान होने के बाद ही सरकार की ओर से फीस का भुगतान किया जाएगा। इस कारण निदेशालय ने शिक्षा विभाग से आरटीई की दोबारा से रिपोर्ट मांगी है। अगर किसी निजी स्कूल ने पांच बच्चों को आरटीई में दाखिला दिया है तो उतनी ही फीस मिलेगी। मगर जो डाटा भेजा है, उसमें कहीं पांच तो कहीं दस दिया हुआ है।
निजी स्कूलों में आरटीई के तहत कितने बच्चों के दाखिले हुए हैं इसकी रिपोर्ट लेने के लिए सभी बीईओ को आदेश दे दिए हैं। पूरा रिकॉर्ड का मिलान करके निदेशालय भेजा जाएगा। ब्लॉक वाइज स्कूलों से आरटीई के तहत दाखिलों का रिकॉर्ड जल्द ही हमारे पास आ जाएगा। – धनपत राम, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी हिसार
हिसार। हरियाणा विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने शिक्षा विभाग से आरटीई के तहत निजी स्कूलों में किए गए दाखिलों का रिकॉर्ड मांगा है, ताकि डाटा का मिलान सही से हो सके। पिछले दिनों शिक्षा विभाग की ओर से निदेशालय के पास आरटीई के दाखिलों का जो डाटा भेजा था वह मिसमैच हो रहा था। किसी स्कूल में संख्या कम तो किसी में ज्यादा दाखिले शो हो रहे थे।
अब सरकार ने शिक्षा विभाग को दोबारा से क्रॉस चेक कर रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए हैं कि निजी स्कूलों ने बच्चों का आरटीई के तहत स्कूलों में दाखिला किया है या नहीं। इस बारे में पंचकूला निदेशालय ने सभी जिलों के मौलिक शिक्षा अधिकारियों की बैठक करके आदेश जारी किए हैं। मौलिक शिक्षा अधिकारियों ने सभी बीईओ को आदेश जारी कर दिए हैं। डीईईओ ने सभी बीईओ को जल्द रिपोर्ट तैयार कर भेजने के आदेश दिए हैं। कुछ निजी स्कूल ऐसे हैं, जिन्होंने आरटीई में बच्चों का दाखिला किया ही नहीं, जबकि स्कूल में दाखिला का रिकार्ड दिखाकर निदेशालय को भेजा हुआ है। हर ब्लाक में स्कूलों की संख्या ज्यादा होने के कारण बीईओ भी क्रॉस चेक नहीं कर पाए। उन्होंने भी सीधा रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी। अब क्रास चेक किया गया तो यह हकीकत सामने आई।
रिपोर्ट के आधार पर ही मिलेगी फीस
निजी स्कूलों द्वारा निदेशालय को भेजी गई दाखिले की रिपॉर्ट का सही मिलान होने के बाद ही सरकार की ओर से फीस का भुगतान किया जाएगा। इस कारण निदेशालय ने शिक्षा विभाग से आरटीई की दोबारा से रिपोर्ट मांगी है। अगर किसी निजी स्कूल ने पांच बच्चों को आरटीई में दाखिला दिया है तो उतनी ही फीस मिलेगी। मगर जो डाटा भेजा है, उसमें कहीं पांच तो कहीं दस दिया हुआ है।
निजी स्कूलों में आरटीई के तहत कितने बच्चों के दाखिले हुए हैं इसकी रिपोर्ट लेने के लिए सभी बीईओ को आदेश दे दिए हैं। पूरा रिकॉर्ड का मिलान करके निदेशालय भेजा जाएगा। ब्लॉक वाइज स्कूलों से आरटीई के तहत दाखिलों का रिकॉर्ड जल्द ही हमारे पास आ जाएगा। – धनपत राम, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी हिसार
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