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कैथल। जिले में सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देने और मौके पर ही संबंधित लोगों की समस्याओं का समाधान करने के दृष्टिगत जिला प्रशासन एक बड़ी और अनोखी पहल करने जा रहा है। इस कार्यक्रम का नाम ‘कॉफी विद कलेक्टर’ है। इसका मुख्य उद्देश्य समाजसेवी संस्थाओं, एच्छिक संगठनों, कल्याण समितियों सहित अन्य समूहों से मिलना है। नौ जून बृहस्पतिवार को सायं 5 से 6 बजे तक लघु सचिवालय के सभागार में पहली बार इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसमें स्वयं सहायता समूह के सदस्य शामिल होंगे।
डीसी डॉ. संगीता तेतरवाल ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के सामाजिक कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आपसी ताल-मेल को बढ़ावा देने के साथ-साथ संबंधित समितियों व समूहों की समस्याओं और शिकायतों का मौके पर निपटान करना है। डॉ. तेतरवाल ने यह भी बताया कि ‘कॉफी विद कलेक्टर’ कार्यक्रम में संबंधित विभागों के अधिकारियों को भी बुलाया जाएगा ताकि यदि किसी समूह या समिति की कोई समस्या है, तो तुरंत प्रभाव उसे मौके पर ही निपटा दिया जाए।
उल्लेखनीय है कि ऐसे प्रशासनिक और सामाजिक मंच मिलने से जहां एक ओर संबंधित लोगों की शिकायतों और समस्याओं का निपटान होगा, वहीं दूसरी ओर सामाजिक और नैतिक मूल्यों को सहेजने और संजोए रखने में भी अहम भूमिका अदा होगी। सौहार्द और सामाजिक ताने-बाने अपेक्षाकृत मजबूती आएगी। कार्यक्रम में सीईओ जिला परिषद, जीएम डीआईसी, एमएस एमई, जिला कार्यक्रम अधिकारी, आरसेटी व एलडीएम भी उपस्थित रहेंगे।
कैथल। जिले में सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देने और मौके पर ही संबंधित लोगों की समस्याओं का समाधान करने के दृष्टिगत जिला प्रशासन एक बड़ी और अनोखी पहल करने जा रहा है। इस कार्यक्रम का नाम ‘कॉफी विद कलेक्टर’ है। इसका मुख्य उद्देश्य समाजसेवी संस्थाओं, एच्छिक संगठनों, कल्याण समितियों सहित अन्य समूहों से मिलना है। नौ जून बृहस्पतिवार को सायं 5 से 6 बजे तक लघु सचिवालय के सभागार में पहली बार इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसमें स्वयं सहायता समूह के सदस्य शामिल होंगे।
डीसी डॉ. संगीता तेतरवाल ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के सामाजिक कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आपसी ताल-मेल को बढ़ावा देने के साथ-साथ संबंधित समितियों व समूहों की समस्याओं और शिकायतों का मौके पर निपटान करना है। डॉ. तेतरवाल ने यह भी बताया कि ‘कॉफी विद कलेक्टर’ कार्यक्रम में संबंधित विभागों के अधिकारियों को भी बुलाया जाएगा ताकि यदि किसी समूह या समिति की कोई समस्या है, तो तुरंत प्रभाव उसे मौके पर ही निपटा दिया जाए।
उल्लेखनीय है कि ऐसे प्रशासनिक और सामाजिक मंच मिलने से जहां एक ओर संबंधित लोगों की शिकायतों और समस्याओं का निपटान होगा, वहीं दूसरी ओर सामाजिक और नैतिक मूल्यों को सहेजने और संजोए रखने में भी अहम भूमिका अदा होगी। सौहार्द और सामाजिक ताने-बाने अपेक्षाकृत मजबूती आएगी। कार्यक्रम में सीईओ जिला परिषद, जीएम डीआईसी, एमएस एमई, जिला कार्यक्रम अधिकारी, आरसेटी व एलडीएम भी उपस्थित रहेंगे।
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