ब्रॉन्ज मेडल जीतते ही अमन सहरावत हवा में हाथ लहराते नजर आए। वहीं विपक्षी रेसलर मैट पर ही हाथ जोड़ते नजर आया।
सैनिकों की धरती झज्जर में जन्में अमन सहरावत ने देश को ओलिंपिक रेसलिंग में खाली हाथ नहीं रहने दिया। उन्होंने शुक्रवार देर रात 57 किग्रा कैटेगरी में एकतरफा दबदबा दिखाया और ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया। अमन ने प्यूर्टो रिको के डरलिन तुई क्रूज को 13-5 से हराया।
21 साल 24 दिन के अमन भारत को ओलिंपिक मेडल दिलाने वाले सबसे युवा एथलीट बने। उनसे पहले पीवी सिंधु ने 2016 ओलिंपिक में 21 साल, 1 महीने और 14 दिन की उम्र में सिल्वर मेडल जीता था। 17 तस्वीरों में देखिए पेरिस ओलिंपिक में अमन सहरावत का सफर…
मैच-1 vs व्लादिमीर इगोरोव, नॉर्थ मैसेडोनिया
अमन (लाल जर्सी) का पहला मैच नॉर्थ मैसेडोनिया के व्लादिमीर इगोरोव से हुआ। अमन ने पहले राउंड से ही बढ़त बनाना शुरू कर दिया।
अमन (लाल जर्सी) ने 10-0 की बढ़त ली और सुपीरियोरिटी के आधार पर प्री क्वार्टर फाइनल जीत लिया।
मैच-2 vs जेलिमखान अबाकारोव, अल्बानिया
अमन सहरावत (लाल जर्सी) का दूसरा मैच अल्बानिया के जेलिमखान अबाकारेव से हुआ। अमन ने यहां भी पहले राउंड से बढ़त बनाए रखी।
अमन ने अल्बानिया के रेसलर को एक भी पॉइंट नहीं लेने दिया। उन्होंने 12-0 की बढ़त ली और सेमीफाइनल में जगह बनाई।
सेमीफाइनल vs रे हिगुची, जापान
अमन (नीली जर्सी) का सेमीफाइनल वर्ल्ड नंबर-1 जापान के रे हिगुची से हुआ। हिगुची ने शुरुआत से ही अमन पर दबाव बनाए रखा।
अमन जापानी रेसलर को ज्यादा टक्कर नहीं दे सके। जापानी रेसलर ने फर्स्ट राउंड में ही 10-0 की बढ़त के साथ सेमीफाइनल जीत लिया।
ब्रॉन्ज मेडल मैच vs डरियन टोई क्रूज, प्यूर्टो रिको
सेमीफाइनल हारने के कारण अमन ने ब्रॉन्ज मेडल मैच खेला। यहां उनका सामना प्यूर्टो रिको के डरियन टोई क्रूज से हुआ।
अमन ने पहला राउंड खत्म होने के बाद 6-3 की बढ़त बनाए रखी। वह विपक्षी रेसलर को थकाते नजर आए।
अमन ने दूसरे राउंड में भी दबदबा बनाए रखा, फुल टाइम खत्म होने के बाद उन्होंने 13-5 के स्कोर के साथ मैच जीत लिया।
ब्रॉन्ज मेडल जीतते ही अमन ने अपना एक हाथ हवा में लहाराया। वहीं प्यूर्टो रिको के रेसलर मैट पर हाथ जोड़े बैठे नजर आए।
मैच के दौरान अमन इंजर्ड हो गए। उनकी नाक से खून निकलने लगा, लेकिन उन्होंने मैच खेला और ब्रॉन्ज अपने नाम किया।
अमन ने अपने कोच से तिरंगा लिया और उसे पीठ पर ओढ़कर दौड़ने लगे। उनके चेहरे पर मेडल जीतने की खुशी नजर आई।
मैच जीतने के बाद अमन ने कहा, यह मेडल मेरे माता-पिता और देश को समर्पित।
मेडल सेरेमनी
अमन सहरावत (बाएं) के साथ उज्बेकिस्तान के गुलोमजोन अब्दुल्लैव ने भी ब्रॉन्ज मेडल जीता। दोनों को एक साथ मेडल पहनाया गया।
पहले ही ओलिंपिक में पोडियम फिनिश करने के बाद अमन ब्रॉन्ज मेडल को अपने दांतों से चबाते नजर आए।
57 किग्रा रेसलिंग में मेडल जीतने वाले चारों रेसलर्स मेडल के साथ सेल्फी लेते नजर आए। इनमें अमन भी शामिल रहे।
मेडल सेरेमनी के दौरान अमन और बाकी मेडलिस्ट।
अमन की नाक से निकला खून, फिर भी जीता ब्रॉन्ज:ओलिंपिक मेडल दांतों से चबाया, रेसलर्स के साथ सेल्फी ली; युवा मेडलिस्ट की 17 PHOTOS